PAGD Meeting In Kashmir : अब लोगों का विश्वास जीतने में जुटा गुपकार गठबंधन, फारूक ने घर बुलाई पब्लिक मीटिंग
डा. फारूक के निवास पर पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के अलावा इस गठबंधन में शामिल सभी छह राजनीतिक दलों के कार्यकर्ता भी मौजूद हैं। सुबह 11 बजे से ही नेताओं के अलावा इन दलों के साथ जुटे कार्यकर्ताओं ने भी आना शुरू कर दिया था।
जम्मू, राज्य ब्यूरो : अनुच्छेद 370 की वापसी तथा जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा फिर से बहाल करने के लिए केंद्र सरकार पर दबाव बनाने में विफल रहा पीपुल्स एलायंस फार गुपकार डिक्लेरेशन कश्मीर में स्थानीय लोगों का विश्वास जीतने में जुट गया है। इसी के तहत मंगलवार को पूर्व मुख्यमंत्री तथा सांसद डा. फारूक अब्दुल्ला के निवास पर गुपकार गठबंधन के वरिष्ठ नेता एक बार फिर से जुटे हैं। इस बार नेताओं ने यह बैठक अपने तक सीमित रखने के स्थान पर इसमें स्थानीय लोगों को भी बुलाया है।
Jammu and Kashmir: Leaders of People's Alliance for Gupkar Declaration (PAGD) meet at the residence of its chairman Farooq Abdullah in Srinagar pic.twitter.com/IbRxbIDPvJ
— ANI (@ANI) August 24, 2021
डा. फारूक के निवास पर पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के अलावा इस गठबंधन में शामिल सभी छह राजनीतिक दलों के कार्यकर्ता भी मौजूद हैं। सुबह 11 बजे से ही नेताओं के अलावा इन दलों के साथ जुटे कार्यकर्ताओं ने भी आना शुरू कर दिया था।
इसमें राजनीतिक दलों के नेता जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाने के लिए केंद्र सरकार पर जमकर बरस रहे हैं। इसकी अध्यक्षता डा. फारूक अब्दुल्ला कर रहे हैं। हालांकि इस बैठक का कोई भी एजेंडा नहीं था लेकिन इसमें जम्मू-कश्मीर के वर्तमान हालात पर चर्चा करने के अलावा नेता अनुच्छेद 370 और जम्मू-कश्मीर को फिर से राज्य का दर्जा देने की मांग करे रहे हैं।
यह बैठक इसीलिए भी अहम है क्योंकि कुछ दिन पहले ही पीडीपी अध्यक्ष कश्मीर को हालात को लेकर केंद्र सरकार पर जमकर बरसी थी और उन्होंने विवादित बयान भी दिया था। मंगलवार को अब लोगों का विश्वास जीतने में जुटा गुपकार गठबंधन पीपुल्स एलायंस फार गुपकार डिक्लेरेशन की बैठक में भी महबूबा मुफ्ती पर नजरें टिकी हुई हैं।
इन नेताओं को यह भी डर सता रहा है कि अनुच्छेद 370 पर वे अलग-थलग पड़ गए हैं। कांग्रेस सहित कई प्रमुख विपक्षी दलों के नेताओं ने अभी तक अपने आप को अनुच्छेद 370 से दूर रखा है। ऐेसे में अब कश्मीर केंद्रीत यह राजनीतिक दल स्थानीय लोगों का समर्थन जुटाने में लग गए हैं।