मौसम ने फिर बदली करवट, जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग पर भूस्खलन, दोपहर बाद खुला
जम्मू में सुबह धूप खिली रही। दोपहर बाद फिर से बादल छा गए। देर शाम फिर से बारिश शुरू हो गई। मंगलवार देर रात को ही बारिश शुरू हो गई थी।
जम्मू, जेएनएन। उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में बर्फबारी एवं मैदानी क्षेत्रों में हुई बारिश के बाद मौसम ने एक बार फिर करबट ले ली है। सुबह जवाहर सुरंग के दोनों किनारों पर ताजा बफर्बारी व रामबन क्षेत्र के विभन्न हिस्सों में मूसलाधार बारिश के चलते वादी को देश के अन्य हिस्सों से जोड़ता जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग कुछ देर के लिए बंद रहा। दिन में मौसम में हुए सुधार के बाद राष्ट्रीय राजमार्ग खुला रहा। बीच-बीच में दिन में करीब तीन चार बार राष्ट्रीय राजमार्ग बंद हुआ। देर रात तक जम्मू से श्रीगनर के लिए निकाली गई सभी गाड़ियां अपने गणतव्य तक पहुंच गई।
जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर रमसू-रामबन सेक्टर में मंगलवार पूरी रात बारिश हुई जिस कारण कुछ स्थानों पर बुधवार को भूस्खलन हुआ। भूस्खलन के चलते राजमार्ग को एक बार फिर यातायात के लिए बंद कर दिया गया। ट्रैफिक अधिकारी के अनुसार यात्रियों की सुरक्षा के लिए वाहनों को दोपहर तक रोका गया था। भूस्खलन के कारण मलवा मार्ग पर फैल गया था जिसे साफ करने का कार्य जारी था। इसके अलावा जवाहर सुरंग के दोनों किनारों पर भी बर्फ जमा हो गई थी। मलवा और सुरंग पर गिरी बर्फ हटते ही राजमार्ग को दोपहर बाद एक तरफा वाहनों के लिए खोल दिया गया।
जम्मू में सुबह धूप खिली रही। दोपहर बाद फिर से बादल छा गए। देर शाम फिर से बारिश शुरू हो गई। मंगलवार देर रात को ही बारिश शुरू हो गई थी। दिन में कई स्थानों पर बारिश होती रही। मौसम विज्ञान केंद्र श्रीनगर से मिली जानकारी अनुसार वीरवार को बर्फबारी और बारिश की संभावना है।
पिछले 24 घंटों में जम्मू 0.4 एमएम, बनिहाल में 19.3 एमएम, बारिश दर्ज की गई। पहलगांव में 16.9 एमएम बारिश हुई। काजीगुंड में 8.2, कुपवाड़ा में 6.8 एमएम, श्रीनगर में 2.1, गुलमर्ग में 7.4 एमएम बारिश दर्ज की गई। मौसम विज्ञान केंद्र श्रीनगर के निदेशक सोनम लोटस ने बताया कि अभी गर्ज के साथ बारिश के आसार हैं, उसके बाद मौसम में सुधार होने लगेगा। श्रीनगर न्यूनतम तापमान 1.8, काजीगुंड में 0.6, पहलगांव में -0.5, कुपवाडा में 0.3, कुर्कनाग में -0.4, गुलमर्ग में -5.6, लेह में -7.6, कारिगल में -14.4, जम्मू में 10.5, बनिहाल में -3.7, बटोत में 1.8, कटड़ा में 9.5 जबकि भद्रवाह का तापमान -11.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
कश्मीर घाटी के नौ जिलों में हिमस्खलन की चेतावनी
कश्मीर के डिवीजनल कमिश्नर बेसर अहमद खान ने घाटी के नौ जिलों में हिमस्खलन की चेतावनी जारी की है। उन्होंने अनंतनाग, कुलगाम, बडगाम, बारामूला, कुपवाड़ा, बांदीपोरा, गांदरबल, कारगिल और लेह जिले में हिमस्खलन की चेतावनी जारी की है। डिवकाम ने इन सभी जिलों के डीसी से हिमस्खलन की आशंका वाले क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को सावधान तथा सतर्क रहने के आदेश दिए। उन्होंने संबंधित डीसी को सभी एहतियाती कदम उठाने और किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए एंबुलेंस के साथ एसडीआरएफ, पुलिस और पैरा-मेडिकल कर्मचारियों को सतर्क रहने का निर्देश भी दिया है।
कहीं किसानों की मेहनत व उम्मीदों पर न फिर पाए पानी
मौसम का मिजाज बुधवार को एक बार फिर बिगड़ गया। मौसम का बिगड़ा मिजाज देखकर मैदानी व सीमावर्ती क्षेत्र के गेंहू उत्पादक किसानों के चेहरों पर चिंता की लकीरें उभर आई। किसानों का कहना है कि खेतों में नमी के कारण गेहूं की फसल पीली पड़ने लगी है। ऐसे में अगर अब बारिश होती है तो किसानों की मेहनत व उम्मीदों पर पानी फिर जाएगा। किसान फकीर चंद, दीप राज, बलदेव राज, राकेश कुमार, विजय कुमार, सुजान सिंह आदि ने बताया कि सीमावर्ती क्षेत्र के रोई इलाकाें में लगी गेहूं की फसल में पानी खड़ा है और फसल पीली पड़ने लगी है। ज्यादातर इलाकों में खेतों में पहले ही नमी बहुत अधिक है। अब अगर बारिश हुई तो खेतों में जलभराव हो जाएगा व गेहूं की फसल बर्बाद हो जाएगी। मैदानी व सीमावर्ती क्षेत्रों के गेहूं उत्पादक किसान मौसम साफ होने की दुआ मांग रहे हैं।