लद्दाख पुलिस को मिला ध्वज, चिन्ह व लोगो, राष्ट्रीय चिन्ह के साथ सत्यमेव जयते
उपराज्यपाल ने लद्दाख पुलिस के कार्यक्रम में विशिष्ट पहचान दी-कहा लद्दाख पुलिस को इंडो तिब्बतन बॉर्डर पुलिस की तरह तैयार किया जाएगा
जम्मू, राज्य ब्यूरो। लद्दाख पुलिस को मंगलवार अलग ध्वज, चिन्ह और लोगो मिल गया। उपराज्यपाल आरके माथुर ने लद्दाख पुलिस के कार्यक्रम में यह विशिष्ट पहचान दी। उपराज्यपाल ने कहा कि दुर्गम हालात में काम करने के लिए लद्दाख पुलिस को इंडो तिब्बतन बॉर्डर पुलिस की तरह साजो-सामान देकर तैयार किया जाएगा। फॉरेंसिक लैब, साइबर क्राइम लैब के साथ पुलिस को सेटेलाइट फोन व अन्य आधुनिक सुविधाएं मिलेंगी। उन्हें बेहतर प्रशिक्षण भी मिलेगा।
उपराज्यपाल ने कहा कि लद्दाख पुलिस काराकोरम, डेमचौक जैसे उच्च पर्वतीय इलाकों में रैलियां कर दुर्गम इलाकों में अपनी कामयाबी का संदेश दे। लद्दाख 31 अक्टूबर को केंद्र शासित प्रदेश बना था। ऐसे में लद्दाख पुलिस अपना स्थापना दिवस 31 अक्टूबर को मनाए। अलग ध्वज व चिन्ह मिलना लद्दाख पुलिस के लिए बहुत मायने रखता है। अब लद्दाख पुलिस का विस्तार करने के लिए लेह व कारगिल जिलों में भर्ती प्रक्रिया शुरू करने के साथ अधिकारियों की पदोन्नति का सिलसिला भी शुरू होगा।
भारतीय प्रशासनिक सेवा (आइएएस) के अधिकारियों को छोड़कर लद्दाख में कानून व्यवस्था का जिम्मा संभालने वाले सभी अधिकारी व कर्मी जम्मू कश्मीर पुलिस से थे। इस वर्ष 23 मई को अलग लद्दाख पुलिस के गठन की अधिसूचना जारी की गई थी।
लद्दाख के आइजी एसएस खंडारे ने कहा कि लद्दाख पुलिस लोगों को समर्पित होगी। इस कार्यक्रम में लेह हिल काउंसिल के चीफ एग्जीक्यूटिव काउंसिलर ग्याल पी वांग्याल, लद्दाख के सांसद जामयांग त्सी¨रग नांग्याल, सलाहकार उमंग नरूला, इंडो तिब्बतन बॉर्डर पुलिस के आइजी रूपम सेठ, सेना व लद्दाख स्काउट्स के अधिकारी मौजूद थे।
लद्दाख पुलिस के चिन्ह में बर्फीला चीता
लद्दाख पुलिस का ध्वज लाल व गहरा नीला है। इसका बॉर्डर गोल्डन है। इस पर सेवा व बहादुरी लिखा है। लद्दाख पुलिस के चिन्ह में बर्फीला चीता दुर्गम हालात में काम करने की क्षमता का प्रतीक है। लद्दाख पुलिस के लोगो में राष्ट्रीय चिन्ह के साथ सत्यमेव जयते लिखा है।