जानिए कैसे हो रही है मोबाइल सिम केवाइसी के नाम पर ठगी, ठगों ने निकाला नया तरीका
पहले जहां ठग लोगों को उनकी लाटरी निकल जाने का झांसा देकर उनसे हजारों यहां तक कि लाखाें रुपयों को अपने बैंक अकाउंट में डलवा लेते थे अब ठगों ने सीधे सीधे खुद ही लोगों के अकाउंट को हैक कर उन्हें चूना लगाना शुरू कर दिया है।
जम्मू, सुरेंद्र सिंह : आज कल मोबाइल फोन तो तकरीबन हर किसी की जेब में हैं और ऐसे में ठग भी लोगों की जेब में पड़े मोबाइल से ठगी करने के नए नए तरीके निकाल रहे हैं। पहले जहां ठग लोगों को उनकी लाटरी निकल जाने का झांसा देकर उनसे हजारों यहां तक कि लाखाें रुपयों को अपने बैंक अकाउंट में डलवा लेते थे, अब ठगों ने सीधे सीधे खुद ही लोगों के अकाउंट को हैक कर उन्हें चूना लगाना शुरू कर दिया है।
अब आनलाइन ठगों ने लोगों को चूना लगाने के लिए उनके सिम कार्ड की केवाइसी को चूना है। लोगों के मोबाइल पर सिम कार्ड केवाइसी करवाने का मैसेज भेज वे बताते हैं कि अगर चौबीस घंटे के भीतर उन्होंनेे सिम की केवाइसी नहीं करवाई तो उनका सिमकार्ड हमेशा के लिए ब्लॉक हो जाएगा। इसके साथ ही बकायदा उन्होंने एक मोबाइल नंबर भी दिया होता है जिस पर कॉल कर सिम की केवाइसी करवाने की बात कही जाती है ।बस जैसे ही किसी ने उस मोबाइल नंबर पर संपर्क किया तो वहीं से शुरू हो जाता है ठगों का शिकार फंसाने का काम।
कैसे होती है ठगी :
दूसरी तरफ फोन पर बात करने वाला ठग खुद को कंपनी का प्रतिनिधि बताकर आपको अपने प्ले स्टोर से एप डाउन लाउड करने के लिए कहेगा।वह उस एप का कोई भी नाम बताएगा लेकिन डाउन लाउड करने पर वह टीम व्यूअर का एप होगा। टीम व्यूअर वह एप है जिसका लिंक या नंबर शेयर करने से कोई भी आपका कंप्यूटर व मोबाइल फोन दुनिया के किसी भी कोने से चला सकता है। जो लोग इस बात को नहीं जानते, वे टीम व्यूअर एप डाउन लाउड कर दूसरी ओर बैठे शातिर ठग से अपने लिंक या नंबर शेयर कर देते हैं और ठग खुद उसका मोबाइल चलाकर उसका डाटा चोरी कर लेते हैं और अकाउंट से पैसे अपने खाते में ट्रांसफर करा लेते हैं। जब तक शिकार को पता चलता है, तब तक बहुत देर हो चुकी होती है।
कैसे बचे ठगी से :
अगर आप से बैंक, क्रेडिट, डेबिट, मोबाइल या अन्य किसी चीज के लिए केवाइसी के लिए फोन या मैसेजइ आए तो आप खुद उस बैंक, कंपनी की आधिकारिक वेबसाइट या कार्यालय में जाकर अपनी केवाइसी करवाएं।अमूमन कंपनियां इस तरह से केवाइसी के लिए मैसेज या फोन नहीं करती हैं। वे लोगों को खुद बार बार इसके लिए जागरूक भी करती हैं। अगर आपको शंका हो तो कंपनी से सीधे संपर्क करें। तुरंत किसी का फोन या मैसेज आने पर जानकारी देना शुरू न करें।
लोग सतर्क रहें, अपनी जानकारी ऐसे न करें साझा :
एसएसपी जम्मू चंदन कोहली का कहना है कि लोग सतर्क रहें। जागरूकता के अभाव में अब भी कुछ लोग ऐसे ठगों के झांसे में आ जाते हैं। वे ऐसा न करें। अगर कहीं आपके साथ ठगी होती है तो तुरंत अपने इलाके की संबंधित पुलिस या साइबर क्राइम सेल में शिकायत दर्ज करवाएं।