Kishtwar: हिजबुल आतंकी को बंदूक बेचने वाला गिरफ्तार, पुलिस कर रही पूछताछ
तारिक आतंकी बन डच्चन इलाके में बन नही पक्कलडुल पनबिजली परियोजनाओं में काम कर रही दो निजी कंपनियों से रूपये वसूलना चाहता था।
किश्तवाड़, संवाद सहयोगी। हिजबुल आतंकवादी तारिक को बंदूक बेचने वाले आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने उसे कोर्ट में पेश कर मामले से संबंधी पूछताछ करने के लिए 10 दिन की रिमांड पर भी ले लिया है। आरोपी की पहचान शहनाज के तौर पर हुई है। पुलिस का कहना है कि उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया है।
किश्तवाड़ पुलिस ने गत 2 दिसंबर को हिजबुल आतंकी तारिक हुसैन को मुठभेड़ के बाद जिंदा गिरफ्तार किया था। उसके कब्जे से पाकिस्तान निर्मित 303 बोर की बंदूक और 65 गोलियां बरामद की थी। तारीक ने पूछताछ के दौरान यह बताया था कि उसने यह बंदूक खच्चर चराने वाले शहनाज से 90 हजार रूपये में खरीदी थी। उसी दिन से पुलिस शहनाज की तलाश कर रही थी। गत बुधवार को पुलिस को विश्वसनीय सूत्रों से जानकारी मिली की शहनाज कहीं छिपा हुआ है। पुलिस टीम ने मौके पर छापा मार उसे गिरफ्तार कर लिया।
तारिक हुसैन पुत्र मोहम्मद अमीन वानी निवासी वानी मुहल्ला सोंदर किश्तवाड़ और अपने दोस्त हाफीज के साथ 14 नवंबर को अचानक लापता हो गया। सुरक्षाबलों को सूचना तंत्रों से यह जानकारी मिली की दोनों आतंकी बनने के लिए हिजबुल मुजाहिदीन से मिल गए हैं। हालांकि हाफीज ने अपने पिता की गुहार पर पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। परंतु तारिक जब ट्रेनिंग लेकर वापिस किश्तवाड़ लौट रहा था तो दो दिसंबर को सुरक्षाबलों ने उसे मुठभेड़ में घायल करने के अगले दिन जंगल से जिंदा गिरफ्तार कर लिया।
सूत्रों से यह जानकारी भी मिली है कि तारिक आतंकी बन डच्चन इलाके में बन नही पक्कलडुल पनबिजली परियोजनाओं में काम कर रही दो निजी कंपनियों से रूपये वसूलना चाहता था। वह कंपनियों के अधिकारियों को धमकाकर उनके अच्छा खासा रूपया वसूल कर सके, इसी इच्छा के साथ उन्होंने 90 हजार रूपये की शहनाज से 303 बंदूक व उसके 65 राउंद खरीदे थे। यही नहीं इलाके में उसकी दहशत हो इसके लिए ही उन्होंने हिजबुल मुजाहिदीन आतंकी संगठन को चूना।