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विश्व किडनी दिवस: कश्मीर में उपचार, जम्मू में इंतजार, जम्मू में शुरू नहीं हो पाई किडनी प्रत्यारोपण की सुविधा

इसमें अभी तक बहुत खास प्रगति नहीं हुई है। वहीं श्री माता वैष्णो नारायणा सुपर स्पेशलिटी अस्पताल ने भी किडनी प्रत्यारोपण के लिए इजाजत मांगी है।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Thu, 14 Mar 2019 12:48 PM (IST)Updated: Thu, 14 Mar 2019 12:48 PM (IST)
विश्व किडनी दिवस: कश्मीर में उपचार, जम्मू में इंतजार, जम्मू में शुरू नहीं हो पाई किडनी प्रत्यारोपण की सुविधा
विश्व किडनी दिवस: कश्मीर में उपचार, जम्मू में इंतजार, जम्मू में शुरू नहीं हो पाई किडनी प्रत्यारोपण की सुविधा

जम्मू, राज्य ब्यूरो। राज्य में बड़ी संख्या में किडनी रोग से पीडि़त मरीज इलाज के लिए जम्मू संभाग के अस्पतालों में आ रहे हैं, लेकिन उन्हें किडनी प्रत्यारोपण की सुविधा नहीं मिल पाती। दरअसल, जम्मू संभाग के किसी भी सरकारी और निजी अस्पतालों में अभी तक यह सुविधा ही शुरू नहीं हुई है। हालांकि कश्मीर में किडनी प्रत्यारोपण की सुविधा शुरू हुए कई साल हो गए हैं। ऐसे मरीजों को सरकार की ओर से आर्थिक मदद भी दी जाती है।

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जम्मू संभाग में किडनी रोग विशेषज्ञ सरकारी अस्पतालों में सिर्फ सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में ही हैं। निजी अस्पतालों में श्री माता वैष्णो देवी नारायणा सुपर स्पेशलिटी अस्पताल और बीएन चैरीटेबल अस्पताल में हैं। इनमें हर महीने दो से तीन सौ मरीज अपना इलाज करवाने के लिए आते हैं। कई मरीजों का तो डायलिसेस होता है। कई ऐसे मरीज भी हैं जो दोनों किडनी खराब होने पर उसका प्रत्यारोपण करवाना चाहते हैं, लेकिन उन्हें विवश होकर पंजाब या फिर दिल्ली के अस्पतालों में जाना पड़ता है। पूर्व स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री बाली भगत ने एक साल पहले सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में किडनी प्रत्यारोपण की सुविधा शुरू करने की घोषणा की थी। इसके लिए कमेटी का गठन भी हुआ था।

मगर इसमें अभी तक बहुत खास प्रगति नहीं हुई है। वहीं श्री माता वैष्णो नारायणा सुपर स्पेशलिटी अस्पताल ने भी किडनी प्रत्यारोपण के लिए इजाजत मांगी है। करीब डेढ़ साल पहले उन्होंने स्वास्थ्य निदेशालय जम्मू में इसके लिए फाइल भी भेजी थी, लेकिन अभी तक यह सुविधा शुरू नहीं हो पाई है। नारायणा अस्पताल की गवर्निंग बाडी ने दो दिन पहले ही उम्मीद जताई कि जल्द ही यह सुविधा शुरू हो जाएगी, लेकिन सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में अभी यह सुविधा जल्द शुरू होने की उम्मीद नहीं है।

किडनी रोग विशेषज्ञों की कमी : राज्य में किडनी रोग विशेषज्ञों की भी भारी कमी बनी हुई है। सुपर स्पेशलिटी अस्पताल से डॉ. एसके बाली की सेवानिवृत्ति के बाद विभाग में कोई भी स्थायी डॉक्टर नहीं है। स्वास्थ्य विभाग से डॉक्टरों को डेपुटेशन पर चिकित्सा शिक्षा विभाग में भेजा गया है।

'राज्य में अंग प्रत्यारोपण की सुविधा के लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं। किडनी प्रत्यारोपण भी इसमें शामिल हैं। मानव अंग प्रत्यारोपण एक्ट में कुछ महीने पहले ही संशोधन हुआ है। अभी इसमें प्रक्रिया जारी है। उम्मीद है कि जम्मू में जल्द ही यह सुविधा होगी। -अटल ढुल्लु, प्रमुख सचिव, स्वस्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग 


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