Jammu Kashmir: तहसीलदार के आश्वासन के बाद जब्त किए 30 ट्रैक्टर छोड़े
जिला खनिज अधिकारी द्वारा जब्त किये गये 30 के करीब ट्रैक्टरों को देर रात छोड़ दिया गया। रात को तहसीलदार अमन आनंद प्रदर्शन कर रहे ट्रैक्टर चालकों मालिकों एवं अन्य लोगों के बीच पहुंचे और आश्वासन दिया था कि अपने ट्रैक्टर को डाली खड्ड से ले जा सकते हैं
बसोहली, संवाद सहयोगी : जिला खनिज अधिकारी द्वारा जब्त किये गये 30 के करीब ट्रैक्टरों को देर रात छोड़ दिया गया। रात को तहसीलदार अमन आनंद प्रदर्शन कर रहे ट्रैक्टर चालकों, मालिकों एवं अन्य लोगों के बीच पहुंचे और आश्वासन दिया था कि अपने ट्रैक्टर को डाली खड्ड से ले जा सकते हैं, कोई भी जुर्माना नहीं लगेगा।
इस बात का आश्वासन मिलते ही ट्रैक्टर चालक, मालिक व प्रदर्शन कर रहे लोगों ने राहत की सास ली और अपने-अपने ट्रैक्टर को लेने के लिये डाली खड्ड रवाना हुए, जहा जेसीबी की मदद से पहले रास्ते को बनाया, जिसे जिला खनिज विभाग के अधिकारी के निर्देश पर काट दिया गया था। इसके बाद रात के करीब 12 बजे ट्रैक्टर अपने अपने घरों के लिये रवाना हो सके। ज्ञात रहे कि जिला खनिज विभाग ने अवैध खनन पर कार्रवाई करते हुए 30 ट्रैक्टर को जब्त किया था, जिस पर डीडीसी सदस्य तेजेंद्र सिंह गोल्डी, बीडीसी चेयरमैन सुषमा जम्वाल, बीडीसी चेयरमैन शकर सिंह, सरपंच जंदरोटा देवेंद्र सिंह, सरपंच साधर कल्याण सिंह, सरपंच घगरोड राजेंद्र सिंह, नायब सरपंच अजीत सिंह, समाज सेवी संजय राजदान, ट्रैक्टर चालक, मालिक एवं पंच आदोलन की राह पर थे। जो प्रशासन पर आरोप लगा रहे थे कि बुधवार को प्रशासन द्वारा खनन करने के मौखिक निर्देश दिये, इसके बाद जिला खनिज अधिकारी कार्रवाई के चलते 30 ट्रैक्टरों को जब्त किया गया।
इसके लेकर दोपहर को दो बजे के करीब हाई वोल्टेज ड्रामा ट्रैक्टर चालकों एवं अन्य लोगों द्वारा बसोहली बस स्टैंड पर किया गया, इसके बाद आदोलन शात हुआ, मगर देर शाम 6 बजे के करीब एक बार फिर से आदोलनकारी सड़क पर आ गये, जिन्हें भनक मिल गई थी कि जिला खनिज अधिकारी बसोहली एडीसी कार्यालय में हैं। इस दौरान ना तो एडीसी लोगों के बीच पहुंचे और न ही डीएमओ। तहसीलदार अमन आनंद द्वारा आश्वासन के बाद ही जाम को खोला जा सका। सुबह तक भी कई ट्रैक्टर बसोहली पहुंच रहे थे।