लापता कश्मीरी छात्र आइएसजेके का हिस्सा बना, बिलाल की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल
एहतिसाम बिलाल का एक आडियो क्लिप वायरल हुआ, जिसमें वह आइएसआइएस के जुंबुल खलीफा में आस्था जताते हुए कश्मीर में इस्लामी राज कायम करने की बात कर रहा है।
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर। पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां शारदा यूनिवर्सिटी के जिस लापता छात्र एहतिसाम बिलाल का पता लगाने में जुटी हैं, वह शुक्रवार को सोशल मीडिया पर नजर आया। एक छात्र के रूप में नहीं बल्कि हाथ में एसाल्ट राइफल थामे इस्लामिक स्टेट ऑफ जम्मू कश्मीर (आइएसजेके) नामक आतंकी संगठन के एक आतंकी के तौर पर।
एहतिसाम बिलाल का एक आडियो क्लिप भी वायरल हुआ है, जिसमें वह आइएसआइएस के सरगना अबु बकर अल बगदादी के नेतृत्व में जुंबुल खलीफा में आस्था जताते हुए कश्मीर में इस्लामी राज कायम करने की बात कर रहा है। इस बीच, राज्य के पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने कहा कि हमें एहतिसाम के आतंकी बनने की सूचना मिल रही थी, अब जांच में पूरी स्थिति साफ होगी।
इस्लामिक स्टेट ऑफ जम्मू कश्मीर को राज्य में खूंखार आतंकी संगठन आइएसआइएस का एक संगठन माना जाता है। इस संगठन से जुड़े करीब पाच आतंकी बीते एक साल के दौरान मारे गए हैं। एहतिसाम बिलाल की दो तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हुई हैं। इनमें से एक में वह एसाल्ट राइफल लिए खड़ा है और दूसरी तस्वीर में वह आइएसजेके के कलमा लिखे बैनर के साथ खड़ा है। उसने कश्मीर में सक्रिय अन्य आतंकी संगठनों से कोई वास्ता न रखने का एलान करते हुए आइएसआइएस के सरगना अबु बकर अल बगदादी को अपना एकमात्र नेता व खलीफा बताया है।
आतंकी संगठन ने एहतिसाम बिलाल का नाम अबु मोहम्मद अल इंगहमसी अल कश्मीरी हफीजुल्ला रखा है। एहतिसाम बिलाल खानयार (श्रीनगर) का रहने वाला है और ग्रेटर नोएडा स्थित शारदा यूनिवर्सिटी में पढ़ रहा था। पिछले माह चार अक्टूबर को यूनिवर्सिटी परिसर और हॉस्टल में छात्रों के बीच मारपीट हुई थी। इसमें एहतिसाम बिलाल को भी चोटें आई थी। इसके बाद वह कुछ दिनों तक अस्पताल में भर्ती भी रहा था, लेकिन गत रविवार को वह दिल्ली से लापता हो गया था। उसके पिता बिलाल के मुताबिक, एहतिसाम से रविवार को उनकी फोन पर बात हुई थी। वह उस समय दिल्ली में था और मेट्रो में सवार होकर वापस अपने हॉस्टल की तरफ जाने वाला था, लेकिन रविवार की रात साढ़े आठ बजे के बाद से उसका फोन स्विच ऑफ है। उन्होंने उसके लापता होने की रिपोर्ट नोएडा स्थित पुलिस स्टेशन के अलावा खानयार पुलिस स्टेशन में भी दर्ज कराई। गत बुधवार को एहतिसाम की बीमार मा और अन्य परिजनों ने उसका पता लगाने में पुलिस की विफलता के खिलाफ श्रीनगर के लालचौक के साथ सटे प्रेस एन्कलेव में नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन भी किया था।
उसकी मां ने सोशल मीडिया पर भी अपना एक वीडियो अपलोड कर उससे लौटने की अपील की है। पुलिस ने दो दिन पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि एहतिसाम के मोबाइल फोन की रविवार को लोकेशन पहले दक्षिण कश्मीर के पुलवामा और उसके बाद उत्तरी कश्मीर में जिला सोपोर की मिली थी। वह कश्मीर में ही कहीं है, लेकिन उसके परिजनों ने पुलिस के इस दावे को मानने से इन्कार कर दिया था। अलबत्ता, आज सोशल मीडिया पर उसकी तस्वीर के वायरल होने के साथ ही उसके कश्मीर में होने व आतंकियों से जा मिलने को पुष्टी माना जा रहा है। इस मामले से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि एहतिसाम के कुछ दोस्तों को पूछताछ के लिए तलब किया जा रहा है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि वह आतंकी संगठन के साथ कैसे संपर्क में आया और कैसे दिल्ली से कश्मीर पहुंचा। उसे वापस लाने के लिए भी विभिन्न स्तरों पर प्रयास किया जा रहा है।
सूत्रों ने बताया कि एहतिसाम बिलाल पर कश्मीर में पत्थरबाजी के कुछ मामले भी दर्ज रहे हैं और वह इस सिलसिले में पकड़ा भी जा चुका है। वह बीते दिनों मारे गए एक आतंकी फहद के करीबी दोस्तों में था।