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kashmir situation: कश्मीर में सूफी सर्किट होगा विकसित, उपराज्यपाल ने पर्यटन को प्रोत्साहित करने के निर्देश दिए

kashmir situationउपराज्यपाल जीसी मुर्मू ने बुधवार को जम्मू कश्मीर में आध्यात्मिक पर्यटन को प्रोत्साहित करने और सूफी सर्किट को विकसित करने का निर्देश दिया।

By Preeti jhaEdited By: Published: Thu, 12 Dec 2019 09:42 AM (IST)Updated: Thu, 12 Dec 2019 09:42 AM (IST)
kashmir situation: कश्मीर में सूफी सर्किट होगा विकसित, उपराज्यपाल ने पर्यटन को प्रोत्साहित करने के निर्देश दिए
kashmir situation: कश्मीर में सूफी सर्किट होगा विकसित, उपराज्यपाल ने पर्यटन को प्रोत्साहित करने के निर्देश दिए

जम्मू, राज्य ब्यूरो। उपराज्यपाल जीसी मुर्मू ने बुधवार को जम्मू कश्मीर में आध्यात्मिक पर्यटन को प्रोत्साहित करने और सूफी सर्किट को विकसित करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि सदियों से जम्मू कश्मीर को सूफी-संतों की धरती माना जाता रहा है। यहां कई धर्मस्थल हैं जिनकी तीर्थयात्रा करने के लिए देश-विदेश से श्रद्धालु आते हैं। हमें इसका लाभ लेना चाहिए।

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यहां एक उच्चस्तरीयबैठक में संस्कृति विभाग की गतिविधियों का जायजा लेते हुए उपराज्यपाल ने कहा कि हमें सूफी सर्किट को विकसित करने के लिए समग्र कार्ययोजना को तैयार करने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। वह मौजूदा धर्मस्थलों और त्योहारों का विस्तृत ब्योरा तैयार करें जिससे सूफी सर्किट के विकास व प्रचार के लिए समग्र योजना बनाने में मदद मिलेगी।

सचिवालय में हुई इस बैठक में मुख्य सचिव बीवीआर सुब्रह्मण्यम, संस्कृति विभाग के सचिव जुबैर अहमद, निदेशक अभिलेखागार एवं संग्रहालय मुनीर उल इस्लाम व अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद थे।

ऐतिहासिक पांडुलिपियों को सार्वजनिक हों :

अधिकारियों ने उप राज्यपाल को बताया कि जम्मू कश्मीर में आठ विरासती स्थल, 53 संरक्षित स्मारक स्थल और 129 सार्वजनिक पुस्तकालय, 600 दुर्लभ पांडुलिपियां, 500 पेंटिंग्स और एतिहासिक व पुरातत्व महत्व की 300 कलाकृत्तियां और इतनी ही तादाद में भित्तिचित्र भी हैं।

एतिहासक रिकॉर्ड, दस्तावेजों और पुरानी रिपाजिटरी के संरक्षण के बारे में उपराज्यपाल को अवगत कराते हुए अधिकारियों ने बताया कि जम्मू और कश्मीर प्रांत में संबंधित रिकॉर्ड के डिजिटाइजेशन की प्रक्रिया जारी है। उपराज्यपाल ने इस प्रक्रिया में तेजी लाने के निर्देश दिए। ऐतिहासिक पांडुलिपियों को सार्वजनिक किया जाना चाहिए ताकि आम लोगों में जागरुकता पैदा हो। इन पर अनुसंधान संबंधी गतिविधियां भी प्रोत्साहित होंगी।

मिशन यूथ शुरू, प्रेरक और शैक्षिक फिल्में दिखाई जाएंगी

नए जम्मू कश्मीर में राज्य प्रशासन यूथ मिशन शुरू करने जा रहा है। जिला और ब्लॉक स्तर पर चलने वाले मिशन यूथ में युवाओं को प्रेरक, शैक्षिक फिल्में व दस्तावेजी फिल्में दिखाई जाएंगी। ताकि युवाओं की ध्यान सकारात्मक गतिविधियों पर केंद्रित हो पाए। उपराज्यपाल जीसी मुर्मू ने संबंधित अधिकारियों को जिला और ब्लॉक स्तर पर मिशन यूथ के लिए सलाहकार बोर्ड गठित करने के निर्देश दिए।

अधिकारियों के अनुसार राज्य प्रशासन का लक्ष्य है कि युवाओं के चहुंमुखी विकास और उनकी ऊर्जा सकारात्मक गतिविधियों में खर्च हो। मुख्यसचिव बीवीआर सुब्रह्मण्यम, वित्तायुक्त अरुण कुमार, ग्रामीण विभाग की सचिव शीतल नंदा, युवा सेवा एवं खल विभाग के प्रशासकीय सचिव सरमद हफीज, मिशन यूथ के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. सईद आबिद रशीद शाह ने भाग लिया।

उपराज्यपाल ने खेल गतिविधियों समेत युवा केंद्रित कार्यक्रमों को प्रोत्साहित करने के लिए कहा। युवाओं को शिक्षा व रचनात्मक गतिविधियों के जरिए सशक्त बनाया जाए। युवाओं को नियमित तौर पर सामूहिक स्तर पर सामाजिक गतिविधियों में शामिल किया जाना चाहिए। गौरतलब है कि दो दशक से जारी आतंकवाद के दौरा कश्मीर की युवा पीढ़ी को सबसे अधिक प्रभावित किया। कई युवाओं ने आतंकवाद का दामन थामा। 


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