Jammu Kashmir: टीकाकरण में जम्मू से आगे निकला कश्मीर, जम्मू के चार-कश्मीर के आठ जिलों में हो चुका 100% टीकाकरण
किश्तवाड़ जिले (4500) के बाद शोपियां जिले में ही सबसे कम 5571 लोग संक्रमित हुए और इनमें से 5505 अभी तक स्वस्थ हो चुके हैं। सिर्फ 58 कोरोना संक्रमित मरीजों की ही मौत हुई। अभी नौ मरीज ही अस्पतालों में भर्ती होकर अपना इलाज करवा रहे हैं।
जम्मू, राज्य ब्यूरो : कोरोना संक्रमण से एकमात्र बचाव टीकाकरण, अनिवार्य मास्क और शारीरिक दूरी का पालन ही है। टीकाकरण के मामले में जम्मू से कश्मीर काफी आगे निकल गया है। प्रदेश के कुल 20 जिलों में से 12 जिलों में 45 के ऊपर वालों का पहली डोज में सौ फीसद टीकाकरण हो चुका है। इनमें जम्मू संभाग के चार और कश्मीर के आठ जिले शामिल हैं। यही कारण है कि जिन जिलों में सौ फीसद टीकाकरण पूरा हो रहा है, वहां कोरोना संक्रमण के मामले भी लगातार कम हो रहे हैं। इन जिलों में जम्मू के अलावा दक्षिण कश्मीर का शोपियां जिला भी शामिल है। शोपियां में कोरोना संक्रमण के मात्र नौ ही मामले रह गए हैं और जम्मू जिले में 185 मरीज ही भर्ती रह गए हैं।
नेशनल हेल्थ मिशन के आंकड़ों के अनुसार, किश्तवाड़ जिले (4500) के बाद शोपियां जिले में ही सबसे कम 5571 लोग संक्रमित हुए और इनमें से 5505 अभी तक स्वस्थ हो चुके हैं। सिर्फ 58 कोरोना संक्रमित मरीजों की ही मौत हुई। अभी नौ मरीज ही अस्पतालों में भर्ती होकर अपना इलाज करवा रहे हैं। कम लोगों के संक्रमित होने का एक कारण इस जिले में बहुत पहले से ही स्वास्थ्य कर्मियों, फ्रंटलाइन वर्कर्स और 45 साल से अधिक उम्र के लोगों का सौ फीसद टीकाकरण होना है।
श्रीनगर और कुपवाड़ा जिले टीकाकरण में सबसे अधिक पिछड़े हैं। श्रीनगर जिले में सबसे अधिक 70,818 लोग संक्रमित हुए। अभी भी अस्पतालों में भर्ती 20 फीसद मरीज इसी जिले के रहने वाले हैं।
इस जिले में अब 45 साल से अधिक उम्र के करीब 88 फीसद लोगों का टीकाकरण हुआ है। श्रीनगर जिले में अभी करीब 450 लोग संक्रमित हैं और अभी भी हर दिन इसी जिले के लोग संक्रमित आ रहे हैं। श्रीनगर की तरह ही जम्मू जिला भी अधिक जनसंख्या वाला है, लेकिन इस जिले में टीकाकरण तेजी के साथ हुआ है और 45 साल से अधिक आयु वर्ग में सौ फीसद का लक्ष्य हासिल करने वाला पहला जिला था। इसका असर यह हुआ कि जिले में तेजी के साथ संक्रमण दर गिरी। जम्मू जिले में 52 हजार लोग संक्रमित हुए। अब 185 मरीज ही भर्ती रह गए हैं। वहीं कुपवाड़ा में करीब 78 फीसद लोगों का टीकाकरण हुआ है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञ डा. निसार का कहना है कि टीकाकरण करवाने से कोरोना से बचा जा सकता है। इसीलिए सभी लोगों को टीकाकरण करवाना चाहिए।
जम्मू संभाग : जम्मू, सांबा, राजौरी, पुंछ जिलों में 45 के ऊपर 100 फीसद टीकाकरण हो चुका है।
कश्मीर संभाग : अनंतनाग, शोपियां, कुलगाम, पुलवामा, बडग़ाम, बारामुला, बांडीपोरा, गांदरबल में 45 के ऊपर 100 फीसद टीकाकरण हो चुका है।
जिला, टीकाकरण फीसद में, सक्रिय मरीज
- शोपियां 100 09
- कठुआ 93.56 22
- सांबा 100 38
- ऊधमपुर 88 52
- किश्तवाड़ 96.07 57
- रामबन 93.47 68
- बांडीपोरा 100 73
- कुलगाम 100 74
- कुपवाड़ा 78.44 75
- राजौरी 100 82
- पुंछ 100 97
- पुलवामा 100 98
- बडग़ाम 100 100
- गांदरबल 100 105
- अनतंनाग 100 107
- रियासी 88.72 119
- डोडा 88.13 162
- बारामुला 100 172
- जम्मू 100 185
- श्रीनगर: 88.17 441
कश्मीर में अधिक टीकाकरण की वजह : कश्मीर शुरुआत में टीकाकरण में काफी पिछड़ा हुआ था। 45 साल से अधिक आयु वर्ग में जम्मू संभाग में ही टीकाकरण हो रहा था, लेकिन पिछले एक महीने में कश्मीर में टीकाकरण के लिए एक ओर जहां लोगों को जागरूक करने के लिए धार्मिक नेताओं की मदद ली गई, वहीं पल्स पोलियो माडल अपनाया। लोगों के घर-घर जाकर टीकाकरण किया। स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने पहाड़ी क्षेत्रों में जाकर खानाबदोश लोगों का भी टीकाकरण किया। परिवार कल्याण विभाग के महानिदेशक डा. सलीम-उर-रहमान का कहना है कि पहले लोग हिचिकचा रहे थे, लेकिन अब लोगों को पता है कि टीकाकरण से ही कोरोना से बचा जा सकता है। लोगों में जागरूकता आई है।