कश्मीर के बदले हालात: हजारों पर्यटक घरों को लौटे पर वैष्णो देवी के श्रद्धालुओं में उत्साह बरकरार
Kashmir Change situationराज्य में बदले हालात के बावजूद मां वैष्णो देवी की यात्रा पूरी तरह से सुचारु है। सुरक्षा की दृष्टि से अमरनाथ यात्रा व मचैल यात्रा पर सरकार द्वारा रोक लगी है
जम्मू, जेएनएन। राज्य में बदले हालात के बावजूद मां वैष्णो देवी की यात्रा पूरी तरह से सुचारु है। सुरक्षा की दृष्टि से अमरनाथ यात्रा व मचैल यात्रा पर सरकार द्वारा रोक लगा दी गई है, लेकिन मां वैष्णो की यात्रा पर कोई असर नहीं पड़ा है। श्रद्धालुओं का उत्साह बरकरार है और वे परिवार सहित मां के दर्शन कर रहे हैं।
शनिवार को 30,500 श्रद्धालु मां के दरबार में हाजिरी लगाने पहुंचे थे। वहीं, रविवार को शाम 4:00 बजे तक करीब 18000 श्रद्धालु अपना पंजीकरण करवा कर परिजनों के साथ वैष्णो देवी भवन की ओर रवाना हो चुके थे। बरसात में पल-पल बदल रहे मौसम के चलते श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए श्राइन बोर्ड प्रशासन ने रात्रि के समय महत्वपूर्ण बैटरी कार मार्ग बंद रखने का निर्णय लिया है, ताकि भक्तों को किसी प्राकृतिक आपदा का सामना न करना पड़े। हालांकि निरीक्षण के बाद सुबह बैटरी कार मार्ग श्रद्धालुओं की आवाजाही के लिए खोल दिया जाता है। वहीं, परंपरागत पुराना मार्ग चौबीसों घंटे खुला हुआ है।
जानकरी के अनुसार जम्मू-कश्मीर के मौजूदा हालात से हर तरफ असमंजस फैला गया है। अमरनाथ यात्रा, बाबा बुड्ढा अमरनाथ, मचैल यात्रा के बाद अब राज्य में जारी घटनाक्रम का असर माता वैष्णो देवी यात्रा पर आगे दिखने की संभावना है। कटड़ा के होटल, गेस्ट हाउस और धर्मशालाओं में देश भर से श्रद्धालुओं द्वारा करवाई गई एडवांस बुकिंग अब रद्द करवाई जा रही हैं। हालांकि आज कटड़ा पहुंचे श्रद्धालुओं को यहा पहुंचकर जब इन परिस्थितियों का पता चला तो भी उनके चहरे पर दहशत नहीं बल्कि मां के दर्शनों के लिए उत्साह ही नजर आया। इन श्रद्धालुओं का कहना था कि वे मां वैष्णो के दर्शन करके ही वापिस लौटेंगे। वहीं इनमें वे श्रद्धालु भी शामिल थे, जो गृह विभाग की हिदायत के बाद अमरनाथ यात्रा पर तो नहीं जा सके इसीलिए उन्होंने मां वैष्णो देवी के दर्शनों का मन बनाया है।
वहीं मौजूदा हालत से व्यापारी वर्ग में भी चिंता का माहौल है। उनका कहना था कि आज तो यात्रा बेहतर है परंतु राज्य में पल-पल बदल रही परिस्थितियों का असर निस्संदेह आने वाले दिनों में यात्रा पर अवश्य पड़ेगा। पिछले दो दिनों से राज्य में जारी अफवाहों के बाजार के बाद से ही काफी संख्या में श्रद्धालु कटड़ा में होटल, गेस्ट हाउस आदि की बुकिंग रद्द कर चुके हैं। नई बुकिंग भी न के बराबर ही हो रही है। आने वाले दिनों में श्रद्धालुओं की संख्या में और कमी दर्ज की जाएगी। अभी की बात करें तो मां वैष्णो देवी की यात्रा पूरी तरह से सुचारू है। श्रद्धालु परिवार सहित मां वैष्णो देवी के चरणों में हाजिरी लगाकर पुण्य लाभ कमा रहे हैं|
श्रद्धालुओं के उत्साह में कमी नहीं
भवन की ओर यात्रा आरंभ करने जा रहे पश्चिम बंगाल के कूच बिहार जिला से मां वैष्णो देवी के दर्शन को आए श्रद्धालु विपुल घोष तथा देवाशीष बनर्जी ने बताया कि अमरनाथ यात्रा के लिए घर से निकले थे, पर प्रशासन द्वारा यात्रा स्थगित कर दिए जाने के बाद अब वे सीधे मां वैष्णो देवी के दर्शनों के लिए जा रहे हैं। मां के दर्शनों के बाद वे प्रशासन से गुहार लगाएंगे कि उन्हें अमरनाथ यात्रा जाने के लिए अनुमति प्रदान करें। श्रद्धालुओं ने कहा कि जम्मू संभाग में किसी भी तरह का डर नहीं है। उन्होंने कहा कि श्रद्धालु बेफिक्र होकर अपने परिजनों के साथ वैष्णो देवी यात्रा पर आएं। उत्तर प्रदेश के जिला बस्ती, महाराजगंज, सिद्धार्थ नगर आदि से आए श्रद्धालु मादाराम, कालीचरण, अनिल कुमार, धर्मेंद्र कुमार जयसवाल, दीपिका जयसवाल, आशिका शर्मा, अतुल जयसवाल आदि का कहना था कि घर से निकलते वक्त उन्हें यह पता चल गया था कि सुरक्षा को लेकर केंद्र सरकार बड़े पैमाने पर राज्य में सैनिकों की तैनात कर रही है। परंतु वे यह भी जानते हैं कि जम्मू का माहौल शांत है। आतंकवाद को लेकर कश्मीर संभाग में ही घटनाएं होती रहती हैं। इसीलिए वे यात्रा पर आए।
हो सकती है यात्रा में गिरावट
मौजूदा हालत का असर आने वाले दिनों में पड़ेगा और यात्रा का आंकड़ा कम होगा। रेलवे स्टेशन के साथ ही होटल तथा गेस्ट हाउस की अग्रिम बुकिंग रद्द होना शुरू हो गई है| कटड़ा होटल व रेस्तरां संघ के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट वीरेंद्र केसर ने बताया कि वर्तमान में राज्य में उपजे हालात को लेकर कटड़ा के होटल, गेस्ट हाउस ही नहीं बल्कि धर्मशालाओं में भी करीब 10 से 15 प्रतिशत एडवांस बुकिंग रद्द हो गई है। अगर जल्द ही राज्य के हालात जल्द नहीं सामान्य हुए तो और ज्यादा अग्रिम बुकिंग रद्द हो सकती है जिसका डर नगर के व्यापारी वर्ग को सता रहा है। वहीं श्री माता वैष्णो देवी रेलवे स्टेशन कटरा के सुप्रीडेंट जुगल किशोर शर्मा ने बताया कि अभी तक तो आम दिनों की तरह देशभर से श्रद्धालु रेलयात्रा कर यहां पहुंच रहे हैं। परंतु एडवांस बुकिंग में कमी दर्ज की गई है। यह कमी करीब 25% तक है। यह गिरावट कब रुकेगी यह आने वाले दिनों में राज्य के हालात पर ही निर्भर करता है। अभी तक तो पहले कीत रह कटड़ा में रोजाना आठ ट्रेन पहुंच रही हैं।
बेटरी कार मार्ग रात को बंद रहेगा
श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने बेटरी कार मार्ग को रात के समय यात्रियों के लिए बंद रखने का निर्णय लिया है। यह फैसला श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए लिया गया है। खराब मौसम के कारण इस मार्ग पर पहले भी भूस्खलन हो चुका है और पत्थर गिरने का भी डर रहता है। ऐसे में यह मार्ग रात के समय बंद रहेगा। सुबह मार्ग का निरीक्षण करने के बाद ही इसे यात्रियों के लिए खोला जाएगा।
श्रद्धालु बेखौफ होकर आए मां वैष्णो देवी के दरबार
श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के सीईओ सिमरनजीत सिंह ने देशभर से आने वाले श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे बिना किसी भय के मां वैष्णो देवी यात्रा पर आएं। जम्मू संभाग में हालात पूरी तरह से सामान्य हैं। श्रद्धालुओं को घबराने की कोई जरूरत नहीं है। अफवाहों पर बिल्कुल ध्यान न दें। श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड श्रद्धालुओं को हर संभव सुविधाएं उपलब्ध करवा रहा है। श्रद्धालुओं का विशेष ध्यान रखा जा रहा है। - सिमरनदीप सिंह, सीईओ, श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड
दस हजार और पर्यटक घरों को लौटे
जानकारी हो कि राज्य के गृह विभाग द्वारा दूसरे राज्य के पर्यटकों व अमरनाथ यात्रियों को वापस लौटने के आदेश के बाद रविवार को भी बड़ी संख्या में लोग घाटी छोड़कर घरों की ओर निकल गए। रविवार को भी करीब 10 हजार से अधिक पर्यटक, श्रद्धालुओं और विद्यार्थियों ने घर की राह पकड़ी। इससे पूर्व शनिवार को करीब 50 हजार पर्यटक और श्रमिक घाटी छोड़ चुके हैं।
बाबा अमरनाथ यात्रा के अधिकतर श्रद्धालु और पर्यटक भी अपने घरों को लौट चुके है। रविवार को करीब दस हजार लोगों ने कश्मीर छोड़ा और सड़क मार्ग से जम्मू पहुंचे। इसके बाद वह अपने अपने राज्यों को चले गए। करीब दो से तीन हजार पर्यटकों ने हवाई मार्ग से को अपनाया। कश्मीर में बड़ी संख्या में पर्यटक श्रीनगर और पहलगाम के अलाव सोनमर्ग, गुलमर्ग व अन्य दूरदराज के क्षेत्रों में ठहरे थे।
बताया जा रहा है कि पुलिस और प्रशासन की टीमों ने उन क्षेत्रों में पहुंचे उन्हें जल्द वादी छोड़ने के निर्देश दिए। राज्य प्रशासन ने कल ही साफ कर दिया था कि यह कदम सुरक्षा कारणों से उठाया जा रहा है। वहीं नेशनल इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलाजी श्रीनगर के अलावा कुछ अन्य प्रोफेशनल कालेजों में पढ़ने वाले बाहरी राज्यों के करीब आठ सौ विद्यार्थी घरों को लौट चुके हैं।
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