कारगिल टैक्सी यूनियन का लद्दाख राजनिवास के बाहर धरना, यूनियन के कई सदस्य गिरफ्तार
प्रशासन के अधिकारियों के समझाने के बाद भी जब टैक्सी चालक वहां से नही हटे तो उन्हें पुलिस ने बल पूर्वक वहां से हटाया। इस दौरान टैक्सी यूनियन के मुख्य संरक्षक हसन पाशा यूनियन के प्रधान व कुछ सदस्यों को लेह पुलिस ने हिरासत में ले लिया।
जम्मू, राज्य ब्यूरो । कारगिल के टैक्सी चालको को लेह में भी टैक्सी चलाने की अनुमति देने की मांग को लेकर लेह में राजनिवास के बाहर धरना दे रहे कारगिल टैक्सी यूनियन के चेयरमैन समेत, कई सदस्यों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया।उपराज्यपाल प्रशासन होश में आओ, कारगिल के टैक्सी चालकों से भेदभाव बंद करे, एक लद्दाख एक कानून जैसे नारे लगा रहे यूनियन के कार्यकर्ताओं ने सुबह राजनिवास के गेट के बाहर धरना दे दिया।
प्रशासन के अधिकारियों के समझाने के बाद भी जब टैक्सी चालक वहां से नही हटे तो उन्हें पुलिस ने बल पूर्वक वहां से हटाया। इस दौरान टैक्सी यूनियन के मुख्य संरक्षक हसन पाशा, यूनियन के प्रधान व कुछ सदस्यों को लेह पुलिस ने हिरासत में ले लिया। पुलिस की कार्रवाई से पहले लेह में पत्रकारों से बातचीत करते हुए यूनियन के सदस्यों ने कहा कि कारगिल के टैक्सी चालकों को लेह में टैक्सी चलाने की अनुमति न होने से उनका नुकसान हो रहा है। एक प्रदेश के दूसरे में हिस्से में जाने की अनुमति न होना सीधे सीधे अन्याय है।
प्रशासन टैक्सी चालकों की इस जायजा मांग को मानने के लिए कुछ नही कर रहा है।कारगिल टैक्सी यूनियन ने अगस्त माह के शुरू में ही अपने आंदोलन को तेज कर दिया था कारगिल के टैक्सी चालकों को लेह में जाने की अनुमति न होने के विरोध में हड़ताल कर रहे टैक्सी चालकों ने 9 अगस्त को कारगिल बंद किया था। इस मुद्दे पर कारगिल हिल काउंसिल के साथ जिले के धार्मिक, सामाजिक, युवा संगठन भी टैक्सी चालकों के साथ हैं।
चालकों का कहना है कि जिले के चालकों का वाहन चलाने का परमिट सिर्फ कारगिल जिले तक ही सीमित नही होना चाहिए। कारगिल हिल काउंसिल के चीफ एग्जीक्यूटिव काउंसिलर फिरोज खान ने लद्दाख के उपराज्यपाल आरके माथुर को पत्र लिखकर मांग कि थी कि कारगिल के टैक्सी चालकों को लेह के अंदरूनी इलाके में जाने की इजाजत दी जाए।