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Kathua Case: कठुआ मामले में तीन को उम्र कैद, तीन को पांच-पांच साल की सजा, एक बरी

Kathua Case सांझी राम की बेटी ने कहा कि वे अभी भी अपने पिता की बेगुनाही पर अडिंग हैं और उन्हें इंसाफ दिलाने के लिए वह उच्चतम न्यायालय का दरवाजा खटखटाएंगी।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Mon, 10 Jun 2019 10:52 AM (IST)Updated: Mon, 10 Jun 2019 05:19 PM (IST)
Kathua Case: कठुआ मामले में तीन को उम्र कैद, तीन को पांच-पांच साल की सजा, एक बरी
Kathua Case: कठुआ मामले में तीन को उम्र कैद, तीन को पांच-पांच साल की सजा, एक बरी

जम्मू, जेएनएन। बहुचर्चित कठुआ हत्या मामले में सोमवार सुबह जिला एवं सत्र न्यायालय पठानकोट ने सात आराेपितों में से छह को दोषी करार दिया। दोपहर बाद करीब साढ़े चार बजे मामले पर फैसला सुनाते हुए अदालत ने तीन दोषियों को आजीवन कारावास जबकि तीन को पांच-पांच साल कैद की सजा सुनार्इ। जबकि सांझी राम के बेटे विशाल जंगोत्रा को अदालत ने बरी कर दिया। 

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अदालत ने अपने फैसले में सांझी राम, दीपक खजुरिया आैर प्रवेश दोषी को मुख्य आरोपी करार देते हुए 376 में 25 साल की सजा आैर 302 में आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। इसके अलावा दीपक आैर सांझी राम को एक-एक लाख रूपये का जुर्माना भी किया है। इसके अलावा अन्य तीन दोषियों सब इंस्पेक्टर आनंद दत्ता, एसपीआे सुरेंद्र कुमार व कांस्टेबल तिलक राज को 201 के तहत पांच-पांच साल की सजा और 50-50 हजार रूपये जुर्माना भी किया गया है। इन तीनों पर सबूतों से छेड़छाड़ करने का आरोप था।

वहीं कोर्ट के इस फैसले से रसाना गांव के लोग नाखुश हैं। गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है और सांझी राम के परिजन भी किसी से मिल नहीं रहे हैं। सांझी राम की बेटी ने कुछ देर अपने घर से बाहर आकर मीडिया से यह बात अवश्य कही कि वे अभी भी अपने पिता की बेगुनाही पर अडिंग हैं और उन्हें इंसाफ दिलाने के लिए वह उच्चतम न्यायालय का दरवाजा खटखटाएंगी। उन्होंने उम्मीद जताई कि जिस तरह उनके भाई को इंसाफ मिला है, उनके पिता भी बेगुनाह करार होकर मामले से बरी होंगे।

यह मामला पठानकोट की विशेष अदालत में चल रहा है। इस फैसले पर पूरे देश की निगाहें हैं, वही पीड़िता के परिजन और आरोपी पक्ष के परिजन एवं इस मामले की सीबीआई से जांच कराने की मांग को लेकर संघर्ष कर रहे हिंदू एकता मंच के सदस्य भी फैसले को जाने के लिए कोर्ट के बाहर मौजूद थे। कोर्ट का फाइनल फैसला जानने के लिए पठानकोट कोर्ट परिसर के बाहर मीडिया का जमावड़ा लगा हुआ है। यहां सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।

वहीं कठुआ के रसाना गांव में इस समय सन्नाटा छाया हुआ है। कठुआ मामले में सात में से छह को दोषी करार देने के बाद गांव में कोई भी बोलने को तैयार नहीं है। हर ओर मायूसी छाई हुई है। इस मामले में एक आरोपित विशाल शर्मा को दोष मुक्त किए जाने के बाद उसके परिजनों में थोड़ी राहत जरूर है। लेकिन अन्य सभी को दोषी करार दिए जाने से सभी मायूस हैं। अभी भी गांव के लोग सीबीआई जांच करवाने की मांग कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि इसकी सही जांच नहीं हुई है। फिलहाल सभी की निगाहें दो बजे दिए जाने वाले कोर्ट के फैसले पर टिकी हुई हैं। अदालत दोषी करार दिए छह लोगों को सजा सुनाएगी।

Live Updates : 

11.53 AM : पीड़ित पक्ष के वकील ने अदालत के फैसले की जानकारी देते हुए बताया कि अदालत ने छह आरोपियों को दोषी करार दिया है। छठे आरोपी सुरेंद्र कुमार भी इस दुष्कर्म व हत्या के मामले में शामिल हैं जबकि सातवें आरोपित विशाल जंगोत्रा को अदालत ने बरी कर दिया है।

11.41 AM : पठानकोट जिला एवं सत्र न्यायालय ने कठुआ मामले में पांच आरोपियों को दोषी करार दिया है। इनमें सांझी राम, एसपीओ दीपक खजुरिया, प्रवेश, सब इंस्पेक्टर आनंद दत्ता और कांस्टेबल तिलक राज शामिल हैं। दो आरोपितों पर फैसला आना बाकी है।

11.23 AM : कठुआ मामले की सुनवाई बंद दरवाजे में हो रही है। मीडिया कर्मियों को मुख्य गेट से अब कोर्ट परिसर के तक आने की अनुमति दे दी गई है। 

11.10 AM : अभी-अभी कोर्ट के मुख्य गेट के बाहर से मीडिया कर्मियों को बाहर परिसर में आने की अनुमति दी है।

11.08 AM : पीड़ित पक्ष से कोई भी परिजन अदालत का फैसला जाने के लिए अभी तक नहीं पहुंचा है। जहां तक पीड़िता का पिता भी नही पहुंचा है। सिर्फ पीड़िता के वकील इस मामले को उभारने वाले उनके सहयोगी तालिब हुसैन कोर्ट परिसर में पहुंचे हैं। आरोपित पक्ष के सभी सात सदस्यों के परिजन एवं रिश्तेदार मामले की सीबीआई जांच की मांग करने वाले हिंदू एकता मंच के सदस्य कोर्ट परिसर में पहुंच चुके हैं।

11.05 AM : कठुआ मामले के आरोपित के कोर्ट में पहुंचते ही मामले की सुनवाई शुरू हो चुकी है। कोर्ट परिसर को सुरक्षा घेरे में रखा गया है। सुरक्षा को लेकर पंजाब, जम्मू-कश्मीर पुलिस, कमांडो, दंगा नियंत्रण वाहन और फायर ब्रिगेड तैनात है।

10.55 AM :  मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए पठानकोट के कोर्ट रोड से लेकर कोर्ट के गेट परिसर में भारी संख्या में सुरक्षा बल तैनात है। पूरा कोर्ट परिसर और बाहर का क्षेत्र सुरक्षा छावनी में बदल चुका है। गेट पर किसी को भी बिना अनुमति के अंदर जाने की नहीं जाने दिया जा रहा है। जो भी आ रहा है उसकी पूरी जांच की जा रही है। उसका पूरा पहचान पत्र देखा जा रहा है। वही मीडिया का भी जमावड़ा कोर्ट परिसर के मुख्य गेट के बाहर खड़ा है। इस मामले की जारी सुनवाई के दौरान 2 बजे के बाद संभावित आने वाले फैसले पर सबकी नजरें टिकी हुई है।

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