तवी नदी के किनारे साबरमती की तर्ज पर होंगे विकसित, जेएससीएल ने एसबीईएल से किया समझौता
इस परियोजना के तहत तवी नदी के दोनों किनारों को 3.5 किलोमीटर तक विकसित किया जाना है। जो दो चरणों में होना है। तवी नदी पर बने मुख्य पुल से भगवती नगर पुल और दूसरे चरण में तवी नदी के मुख्य पुल से गुज्जर नगर पुल तक काम होना है।
जम्मू, जागरण संवाददाता। सूर्य पुत्री तवी नदी को गुजरात की साबरमती की तर्ज पर विकसित के लिए जम्मू स्मार्ट सिटी लिमिटेड (जेएससीएल) ने श्री बाला जी एंगीक्रांस लिमिटेड (एसबीईएल) के साथ समझौता किया। समझौते के तहत एसबीईएस तवी नदी के दोनों किनारों को सौंदर्यकरण करेगा। जम्मू स्मार्ट सिटी लिमिटेड की ओर से सीईओ अवनी लवासा ने जबकि एसबीईएल की ओर से निदेशक विनय अग्रवाल ने समझौते पर हस्ताक्षर किया।
इस मौके पर अवसी लवासा ने कहा कि सूर्य पुत्री तवी नदी का धार्मिक महत्व है। नदी के पानी को साफ बनाने के अलावा इसमें गंदगी ना फैले यह सुनिश्चित किया जाना है। उन्होंने उम्मीद जताई कि निर्माण एजेंसी इस काम को तय समय के भीतर ही पूरा कर देगी। एसबीईएल के निर्देश विजय अग्रवाल ने कहा कि उनकी कंपनी जल्द ही इस काम को शुरू करेगी और तय समय में इस काम को पूरा करेगी।
इस परियोजना के तहत तवी नदी के दोनों किनारों को 3.5 किलोमीटर तक विकसित किया जाना है। जो दो चरणों में होना है। प्रथम चरण में तवी नदी पर बने मुख्य पुल से भगवती नगर पुल और दूसरे चरण में तवी नदी के मुख्य पुल से गुज्जर नगर पुल तक काम होना है। नदी के किनारों में दोनों तरफ लोगों के चलने के ट्रैक बनाया जाना है। इसके अलावा सजावटी दीवारें, बाढ़ से बचाने के लिए दीवार और किनारों पर पार्क बनाए जाने है। इस परियोजना के पूरा होने के बाद जम्मू शहर में पर्यटकों के आने की संभावना है। जेएससीएल परियोजना के तहत शहर का सौंदर्यकरण किया जाना है। सालिड वेस्ट मैनेजमेट, सूचना तकनीक संबंधी ढांचे को मजबूत करना, सड़कों और पार्क की देखरेख, आपदा और इमरजेंसी प्रबंधन और नागरिक ढांचे को मजबूत करना है।