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जम्मू-श्रीनगर हाईवे पांचवें दिन भी बंद, भड़के यात्री

जागरण संवाददाता, जम्मू : भारी बर्फबारी व भूस्खलन से कश्मीर को देश के अन्य हिस्सों से सड़क माग

By JagranEdited By: Published: Sat, 26 Jan 2019 08:23 AM (IST)Updated: Sat, 26 Jan 2019 08:23 AM (IST)
जम्मू-श्रीनगर हाईवे पांचवें दिन भी बंद, भड़के यात्री
जम्मू-श्रीनगर हाईवे पांचवें दिन भी बंद, भड़के यात्री

जागरण संवाददाता, जम्मू : भारी बर्फबारी व भूस्खलन से कश्मीर को देश के अन्य हिस्सों से सड़क मार्ग से जोड़ने वाला जम्मू-श्रीनगर हाईवे शुक्रवार पांचवें दिन भी बंद रहा। तड़के जवाहर सुरंग के दोनों तरफ ताजा बर्फबारी के साथ रामबन सेक्शन में हाईवे पर छह जगहों पर भूस्खलन व पहाड़ से पत्थरों की शू¨टग हुई। रामबन में पहाड़ से पत्थर गिरने से ट्रैफिक पुलिस के एक असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर समेत तीन लोग घायल हो गए। दिनभर हाईवे खोलने का प्रयास तो जारी रहा, लेकिन खराब मौसम लगातार बाधा बना हुआ है। 1500 से अधिक वाहनों विशेषकर ट्रकों को कठुआ, जम्मू, ऊधमपुर, चनैनी, पत्नीटॉप, रामबन, बटोत, बनिहाल आदि क्षेत्रों में रोका गया है। इस बीच, जम्मू में फंसे कश्मीर के जाने वाले यात्रियों ने बस स्टैंड में जमकर प्रदर्शन किया। लोगों ने कहा कि उन्हें एयरलिफ्ट कर श्रीनगर पहुंचाया जाए। जम्मू-श्रीनगर हाईवे पर सुबह रामबन जिला के गंगरू, रामसू, पांतियाल आदि क्षेत्रों में ताजा भूस्खलन हुआ। इससे रामसू में सड़क को काफी नुकसान हुआ है। एसपी हाईवे प्रदीप ¨सह ने बताया कि शेरबी में पहले हुए भूस्खलन को साफ कर दिया गया था, लेकिन फिर से हुए भूस्खलन के बाद रास्ता प्रभावित हुआ है। काम तेजी से जारी है। उन्होंने कहा कि सड़क का एक हिस्सा, जो रामसू में बीडीओ कार्यालय के पास से खिसक चुका है, मरम्मत के लिए उसे यातायात योग्य बनाया जाएगा। आईजी ट्रैफिक आलोक कुमार ने कहा कि रामबन सेक्शन में हाईवे पर छह जगहों पर या तो भूस्खलन हो रहा है या पहाड़ से पत्थरों की शू¨टग हो रही है। जवाहर टनल और बनिहाल के पास फिसलन बहुत है। मौसम साफ रहा तो एक दो दिन में गाड़ियों की आवाजाही बहल हो पाएगी। हालांकि पहले रास्ते में फंसे वाहनों को निकाला जाएगा। उन्होंने कहा कि किश्तवाड़ के पाडर में एक विशाल हिमस्खलन ने चशोटी क्षेत्र को भी प्रभावित किया है।

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कश्मीर संभाग के अलावा जम्मू संभाग के बनिहाल, बटोत, भद्रवाह आदि क्षेत्रों में सुबह हल्की बारिश व बर्फबारी हुई। माता वैष्णो के त्रिकुटा पर्वत पर भी दोपहर बाद हिमपात शुरू हो गया। इससे कुछ देर हेलीकॉप्टर, बैटरी कार सेवा व माता वैष्णो देवी से भैरव घाटी तक केबल कार सेवा कुछ देर बंद करनी पड़ी। श्रीनगर का अधिकतम पारा जम्मू के न्यूनतम तापमान से भी कम :

ताजा बर्फबारी से श्रीनगर का अधिकतम तापमान जम्मू के न्यूनतम तापमान से भी नीचे चला गया है। राज्य में कारगिल सबसे ठंडा स्थान रहा। जहां न्यूनतम तापमान शून्य से नीचे माइनस 19.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। श्रीगनर का अधिकतम तपमान 4.2 व न्यूनतम 1.3 डिग्री सेल्सियस रहा। जम्मू का अधिकतम तापमान 16.2 व न्यूनतम तापमान 5.6 डिग्री रहा। गुलमर्ग का अधिकतम तापमान -2.5 डिग्री व न्यूनतम -10.0 डिग्री रहा। लेह का अधिकतम तापमान 0.2 व न्यूनतम -12.9 डिग्री सेल्सियस रहा। बनिहाल का अधिकतम तापमान 4.3 व न्यनूतम तापमान -6.2 डिग्री सेल्सियस रहा। बटोत का अधिकतम तापमान 3.1 व न्यूनतम तापमान -1.2 डिग्री रहा। कटड़ा का अधिकतम तापमान 11.7 व न्यूनतम 4.8 डिग्री सेल्सियस रहा। अगले चौबीस घंटों में मौसम साफ रहने का अनुमान :

मौसम विभाग के निदेशक सोनम लोटस ने कहा कि पश्चिमी विक्षोभ का असर कम होने लगा है। आने वाले चौबीस घंटे में मौसम साफ रहेगा। जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर बर्फबारी और बारिश की संभावना नहीं हैं। वहीं कश्मीर व जम्मू संभाग के ऊपरी क्षेत्रों में हिमस्खलन का खतरा भी बराबर बना हुआ है।


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