'जम्मू-कश्मीर में सरकार बनाने का मौका किसे देना है राज्यपाल तय करेंगे'
मौजूदा राज्य विधानसभा को भंग करना है या निलंबित रखना है या किसी दल को सरकार बनाने का मौका देना है, यह राज्यपाल सत्यपाल मलिक को ही तय करना है।
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्यमंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने गुरुवार को जम्मू-कश्मीर में नई सरकार के गठन को लेकर जारी अटकलों को खारिज कर दिया। इसके साथ ही कहा कि भाजपा जोड़-तोड़ की सियासत में यकीन नहीं रखती। मौजूदा राज्य विधानसभा को भंग करना है या निलंबित रखना है या किसी दल को सरकार बनाने का मौका देना है, यह राज्यपाल सत्यपाल मलिक को ही तय करना है।
राजभवन में राज्यपाल सत्यपाल मलिक के शपथ ग्रहण समारोह के बाद पत्रकारों के साथ बातचीत में उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर में अब सत्यपाल मलिक ही प्रमुख प्रशासक और सर्वेसेवा हैं। उन्हें ही तय करना है कि यहां क्या होना चाहिए। वह एक विचारशील, सूझबूझ वाले परिपक्व सियासतदान हैं। यह कहना कि भाजपा द्वारा किसी दल में विभाजन करवाया जा रहा है या किसी दल के साथ गठजोड़ कर सरकार बनाने की कोशिशें हो रही हैं, सब अफवाह हैं। भाजपा एक सिद्धांतवादी संगठन है। भाजपा जोड़तोड़ की सियासत में यकीन नहीं रखती।
अनुच्छेद 35ए को लेकर राज्य में जारी विवाद के संदर्भ में पूछे सवाल को टालते हुए उन्होंने कहा कि यह मामला अदालत में विचाराधीन है। इसलिए इस पर किसी भी तरह की टिप्पणी या प्रतिक्रिया व्यक्त करना अनुचित होगा।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा केंद्र सरकार को दिशाहीन करार देने और आतंकवाद व हिंसा के लिए बेरोजगारी को जिम्मेदार ठहराए जाने पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पास कोई मुद्दा नहीं है। कांग्रेस अच्छी तरह समझ चुकी है कि पूरे देश की जनता इस समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विकास यात्रा में शामिल हो चुकी है। इसलिए राहुल गांधी उल्टे सीधे बयान दे रहे हैं।
राज्य के हालात का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि स्थिति पहले से बेहतर है। हमें उम्मीद है कि राज्यपाल सत्यपाल मलिक राज्य के तीनों क्षेत्रों की आकांक्षाओं को पूरा करते हुए, रियासत को शांति, खुशहाली की तरफ ले जाने में समर्थ रहेंगे।