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जम्मू विश्वविद्यालय का प्राइवेट बीएड कालेजों को झटका, टीचिंग प्रेक्टिस के लिए स्कूल अटैच होना अनिवार्य Jammu News

जम्मू विवि से मान्यता प्राप्त प्राइवेट बीएड कालेजों की संख्या 55 के करीब है। पहले कालेजों की संख्या 74 हुआ करती थी।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Wed, 31 Jul 2019 12:19 PM (IST)Updated: Wed, 31 Jul 2019 12:19 PM (IST)
जम्मू विश्वविद्यालय का प्राइवेट बीएड कालेजों को झटका, टीचिंग प्रेक्टिस के लिए स्कूल अटैच होना अनिवार्य Jammu News
जम्मू विश्वविद्यालय का प्राइवेट बीएड कालेजों को झटका, टीचिंग प्रेक्टिस के लिए स्कूल अटैच होना अनिवार्य Jammu News

जम्मू, सतनाम सिंह। कम दाखिलों होने के कारण पहले ही पिस रहे प्राइवेट बीएड कालेजों को जम्मू विश्वविद्यालय ने झटका दिया है। विश्वविद्यालय ने बीएड कालेजों के साथ स्कूल अटैच करने को अनिवार्य करने का आदेश जारी है। जम्मू विश्वविद्यालय के डायरेक्टर कालेजिस डेवलपमेंट काउंसिल ने सर्क्यूलर जारी कर कहा है कि विश्वविद्यालय से मान्यता प्राप्त हर प्राइवेट बीएड कालेज के साथ एक स्कूल अटैच होना चाहिए ताकि बीएड कर रहे विद्यार्थियों और अध्यापकों की जरूरतों को पूरा कर सके। हर प्राइवेट बीएड कालेज को कम से कम पंद्रह स्कूल प्रेक्टिस के लिए चिन्हित करने होंगे।

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इन स्कूलों की सूची कनवीनर और डीन फैकेलिटी आफ एजूकेशन को जमा करवानी होगी। साथ ही इन चिन्हित स्कूलों में विद्यार्थियों अध्यापकों को बीस सप्ताह की टीचिंग प्रेक्टिस करनी होगी। सभी प्राइवेट बीएड कालेजों से कहा जाता है कि वे अटैच स्कूलों और अन्य मांगी संबधित जानकारी एक महीने के अंदर अंदर जमा करवाएं। बताते चले कि

जम्मू विवि से मान्यता प्राप्त प्राइवेट बीएड कालेजों की संख्या 55 के करीब है। पहले कालेजों की संख्या 74 हुआ करती थी लेकिन बाहरी राज्यों की कम संख्या के मद्देजनर बीस से अधिक कालेज बंद हो चुके है। आज से सात आठ साल पहले करीब 22 हजार सीटें भरी जाती थी मगर पिछले चार पांच साल से तीन चार हजार सीटें ही भरी जा रही है। पहले ही बंद होने की कगार पर पहुंचे बीएड कालेजों को अब जम्मू विवि ने एक बड़ा झटका दिया है।

जम्मू संभाग में जम्मू विवि से मान्यता प्राप्त प्राइवेट बीएड कालेजों में से मात्र बीस प्रतिशत ही ऐसे है जिनके साथ स्कूल अटैच है। ऐसे में एक महीने में स्कूल को अटैच करना और प्रेक्टिस के लिए पंद्रह स्कूलों को साथ जोड़ना प्राइवेट बीएड कालेजों के लिए बहुत जटिल काम हो गया है। आज से सात आठ साल पहले बीएड कालेजों में दाखिलाें के लिए मारामारी होती थी।

बाहरी राज्यों पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, उत्तर प्रदेश व अन्य राज्यों से हजारों की संख्या में विद्यार्थी पढ़ाई के लिए आते थे। उसके बाद जब अन्य राज्यों में कालेज खुल गए और बीएड की डिग्री को एक साल से बढ़ाकर दो साल कर दिया तो विद्यार्थियों की संख्या में भारी गिरावट आ गई।

  • डायरेक्टर कालेजिस डेवलपमेंट प्रो. आरके गंजू का कहना है कि नेशनल काउंसिल फार टीचिंग एजूकेशन के नियमों को ध्यान में रखते हुए विश्वविद्यालय ने यह आदेश निकाला है। इस आदेश का पालन हर प्राइवेट बीएड कालेज को करने के लिए कहा गया है। अगर इन नियमों पर जो पूरा नहीं उतरता है तो कालेजों के विद्यार्थियों को टीचिंग प्रेक्टिस करने की इजाजत नहीं मिलेगी और न ही डिग्री मिलेगी। अलबत्ता इस समय वे दाखिला कर सकते है। उनके पास एक महीने का समय आदेश का पालन करने के लिए है।


  • प्राइवेट बीएड कालेज फोरम के प्रधान और पूर्व मंत्री हरबंस सिंह का कहना है कि हम इस आर्डर पर विचार विमर्श करने के लिए फोरम की बैठक बुलाएंगे। सारे पहलुओं पर चर्चा के बाद मामले को जम्मू विवि के वीसी के समक्ष उठाया जाएगा। 

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