Jammu Kashmir National Highway: 16 घंटों बाद आंशिक रूप से खुला जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाईवे
जम्मू संभाग के रामबन जिले के मगरकोट इलाके में भारी भूस्खलन की वजह से बंद हुआ जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग करीब 16 घंटे बाद आंशिक रूप से खोला गया। इस दौरान नाशरी टनल से जवाहर टनल के बीच फंसे करीब 1500 वाहनों को एक-एक कर निकाला गया।
ऊधमपुर, जेएनएन : केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में गत शनिवार को मौसम के अलग-अलग रंग देखने को मिले। जम्मू में बारिश से जहां लोगों को राहत मिली, वहीं कश्मीर में झुलसा देने वाली गर्मी से लोग बेहाल रहे। यही कारण रहा कि जम्मू से कश्मीर अधिक गर्म रहा। श्रीनगर का अधिकतम तापमान 33.6 डिग्री जबकि जम्मू का पारा 31.2 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया।
इस बीच, जम्मू संभाग के रामबन जिले के मगरकोट इलाके में भारी भूस्खलन की वजह से बंद हुआ जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग करीब 16 घंटे बाद आंशिक रूप से खोला गया। इस दौरान नाशरी टनल से जवाहर टनल के बीच फंसे करीब 1500 वाहनों को एक-एक कर निकाला गया। इसके बाद जम्मू-श्रीनगर हाईवे को बंद रखकर दोतरफा वाहन निकलने का मार्ग बनाने का काम जारी रहा। रविवार सुबह से हाईवे को यातायात के लिए फिर से खोल दिया गया। जम्मू संभाग के ऊधमपुर जिले के जखैनी व कश्मीर के काजीगुंड से वाहनों को नहीं छोड़ा जाएगा। दोनों तरफ करीब चार हजार वाहन रोके गए हैं।
इधर, जम्मू में सुबह हुई मूसलाधार बारिश से शहर के कई निचले इलाकों में लोगों के घरों व दुकानों में पानी भर गया। इससे लोगों को काफी नुकसान उठाना पड़ा। उधर, जम्मू-पठानकोट हाईवे से गुजरने वाले नाले जाम होने से उनका पानी राजमार्ग पर आ जाने से घंटों यातायात प्रभावित रहा।
वहीं, सांबा में बसंतर नदी में उफान आने से उसके किनारे स्थापित बीएसएफ की सुरक्षा चौकियों को एहतियातन पीछे किया गया है। कई इलाकों में बिजली के खंभे भी गिरे हैं, जिससे सप्लाई बाधित रही। कटड़ा से माता वैष्णो देवी भवन के लिए सांझीछत्त तक चलने वाली हेलीकाप्टर सेवा भी मौसम खराब रहने से बीच-बीच में बाधित रही। अलबत्ता यात्रा निरंतर जारी है। इस बीच, मौसम विभाग ने अगले चौबीस घंटों के दौरान जम्मू कश्मीर में अधिकांश इलाकों में बारिश की संभावना जताई है।