Jammu: छंटने लगा जम्मू पर लगा गंदगी का ग्रहण, स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 में जम्मू 224वें स्थान पर रहा
केंद्र की स्वच्छता सर्वेक्षण टीम ने इस वर्ष जनवरी माह में जम्मू शहर का तीन दिन का गोपनीय दौरा करते हुए विभिन्न क्षेत्रों में साफ-सफाई के प्रबंधों का देखा था।
जम्मू, जागरण संवाददाता : पिछले वर्ष 117 अंक लुढ़कने वाला जम्मू शहर स्वच्छता सर्वेक्षण-2020 में 105 अंकों की बढ़ोतरी के साथ 224वें स्थान पर रहा। जम्मू नगर निगम के प्रयासों और जन प्रतिनिधियों की मेहनत के चलते स्वच्छता में कुछ कदम बढ़ते हुए शहर अपनी स्थिति थोड़ी बेहतर कर पाया है।
यह स्थिति तब है जब जम्मू शहर में चार नए वार्ड जोड़े गए हैं जो पूरी तरह से ग्रामीण क्षेत्र थे। वीरवार को आवास एवं शहरी विकास मंत्रालय ने स्वच्छता सर्वेक्षण-2020 जारी किया। जिसमें एक लाख से दस लाख की आबादी वाले शहरों की सूची में जम्मू शहर 224वें स्थान पर रहा। वहीं अनंतनाग 271 और टंगमर्ग 274वें स्थान पर रहा। दस लाख की आबादी वाले शहर की श्रृंखला के स्वच्छता सर्वेक्षण में श्रीनगर 36वें स्थान पर रहा। वर्ष 2017 में स्वच्छता सर्वेक्षण में जम्मू में 251 स्थान पर था।
तीन सालों बाद जम्मू अब 224वें अंक पर पहुंच पाया है। चूंकि अक्टूबर 2018 में स्थानीय निकाय चुनाव हुए। 2019 में कॉरपोरेटरों ने कामकाज शुरू किया। हर वार्ड में कॉरपोरेटरों की देखरेख में साफ-सफाई पहले से ठीक होना शुरू हुई। इसी का नतीजा है कि पिछले वर्ष की तुलना में शहर 105 अंकों की बढ़ोतरी के साथ स्वच्छता में आगे बढ़ा।
सर्वेक्षण टीम ने जनवरी में किया था दौरा: केंद्र की स्वच्छता सर्वेक्षण टीम ने इस वर्ष जनवरी माह में जम्मू शहर का तीन दिन का गोपनीय दौरा करते हुए विभिन्न क्षेत्रों में साफ-सफाई के प्रबंधों का देखा था। अपने गोपनीय दौरों के दौरान टीम ने गांधीनगर, छन्नी हिम्मत, त्रिकुटा नगर, चांद नगर, शक्ति नगर, भगवती नगर, न्यू प्लाट, जानीपुर, रूपगनर के विभिन्न मुहल्लों में स्वच्छता के लिए निगम द्वारा किए गए इंतजामों को जाना था। किसी भी निगम अधिकारी को साथ लिए बगैर दिल्ली से पहुंची चार सदस्यीय टीम ने डोगरा हाल में कैटल पांड का भी निरीक्षण किया था। दिल्ली से पहुंची इस टीम ने नगर निगम द्वारा कंप्यूटर में अपलोड किए गए दस्तावेजों के आधार पर दौरे करते हुए दावों का संज्ञान लिया। स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 के तहत निर्धारित एप्रेजल में निगम ने स्वच्छता के लिए शहर में किए गए इंतजामों और तैयारियों बारे जो जानकारियां अपलोड की थी, उनकी तस्दीक करने के लिए टीम ने जगह-जगह पहुंच कर स्थिति देखी थी। कूड़े को उठाने के लिए किए गए बंदोबस्त और शहर में बने सुलभ व अन्य शौचालयों का भी टीम ने निरीक्षण किया। इससे पहले निगम ने 4 जनवरी से 31 जनवरी तक शहर में स्वच्छता सर्वेक्षण के साथ विभिन्न कार्यक्रम भी किए थे।
अभी भी राह में हैं रोड़े: जम्मू शहर में अभी तक वैज्ञानिक तरीके से कचरा निस्तारण काेई प्रबंध जम्मू नगर निगम नहीं कर पाया है। सालिड वेस्ट मैनेजमेंट प्रोजेक्ट के शुरू होने के बाद स्वच्छता सर्वेक्षण में निगम पहले 50 में जरूर शामिल होगा। फिलहाल 75 वार्डों के कचरे को निगम शहर के बाहरी क्षेत्र कोट भलवाल में डंपिंग साइट तक पहुंचाता है। जहां इस कचरे में से कुछ कचरा भीनने वाले अलग-अलग कर लेते हैं। फिर खोदाई कर कचरे को दबाया जाता है। वैज्ञानिक तरीके से कचरे का निस्तारण करने के लिए यहां सालिड वेस्ट मैनेजमेंट प्रोजेक्ट लगाने की िदिशा में निगम ने कदम बढ़ाए हैं। कुछ कंपनियों से बातचीत की जा रही है। उम्मीद जताई जा रही है कि अगले वर्ष से इस प्रोजेक्ट को शुरू किया सकेगा।
नए क्षेत्र जुड़ने से बढ़ा बोझ: वर्ष 2018 में जम्मू शहर के 71 वार्डो की संख्या बढ़ाकर अब 75 कर दी गई। कालू चक से नागबनी तक, चौआदी से मढ़ के संग्रामपुर, सिद्धड़ा के रंगूरा, मझीन से लेकर गाड़ीगढ़, चक सरदार अत्तर सिंह तक के क्षेत्र जम्मू नगर निगम के अधीन लाए गए। अलबत्ता आठ पुराने वार्ड में नए क्षेत्रों को जोड़ा गया है। सरकार ने 11 जून 2018 को एसआरओ-268 लागू कर 36 गांवों को नगर निगम के दायरे में लाया था। शहर के वार्ड 32 में गांव चक पौनी, वंड वजीरां, सियोड़ा, चक गुलामी, त्रिलोकपुर, खैरियां, चक पौनी वंड ब्राह्मणा, वार्ड 55 डीली में डीली आदि, वार्ड 63 चिनौर में केरन-2 ठठर, वार्ड 65 बरनाई/अप्पर में धरमाल गुढ़ा ब्राह्मणा, पटोली ब्राह्मणा, वार्ड 66 अप्पर मुट्ठी में मुट्ठी के नए इलाके, वार्ड 67 लोअर मुट्ठी में दरमाल लोअर, मचलियां, गजे सिंहपुरा, वार्ड 68 ग्रेटर कैलाश में कालू चक, रतनू चक, जल्लो चक, वार्ड 71 सिद्धड़ा में हाउसिंग कॉलोनी रंगूरा, दवारा, मझीन को जोड़ा गया। ऐसे ही टिकरी खन्नी, गंगवां, शहजानपुर, बुपा कनिया, चक पटयाली, रख नागबनी जोड़कर वार्ड 72 बना दिया गया। भोर, गाड़ीगढ़, चक सरदार अत्तर सिंह को जोड़कर वार्ड 73, सुंजवां, चौआदी को जोड़कर वार्ड 74 और हजूरी बाग, अकलपुर, संग्रामपुर, पटनयाल, दुर्गाे चक को जोड़कर वार्ड 75 बनाया गया। यह सभी ऐसे क्षेत्र हैं जहां विकास नहीं हुआ है। गलियां, नालियां तक नहीं बनी। सफाई व्यवस्था थी ही नहीं। अब निगम थोड़े हालात ठीक होने लगे हैं।
- मेयर चंद्रमोहन गुप्ता का कहना है कि स्वच्छता की दिशा में हमने काफी कदम उठाए। उसी का नतीजा है कि रैंकिंग में सुधार हुआ है। इस बार हम 224वें नंबर पर रहे। पिछले वर्ष 329वें पर थे। हर वार्ड में कचरा उठाने के लिए दो-दो आटो लगाए गए। करीब 60 वार्डों में डोर-टू-डोर कचरा उठाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। मुख्य सड़कों से बड़े कूड़ेदान उठवा दिए गए। हालांकि अभी काफी कुछ किया जाना शेष है। अगले वर्ष स्वच्छता सर्वेक्षण में और सुधार दिखेगा। धीरे-धीरे हम टॉप-10 की ओर बढ़ रहे हैं।
- निगम की पब्लिक हेल्थ एंड सेनिटेशन कमेटी के चेयरमैन बलदेव सिंह बलोरिया का कहना है कि कॉरपोरेटरों के सहयोग से जम्मू शहर का हर वार्ड अब साफ होने लगा है। चूंकि काफी नए क्षेत्र जुड़े हैं तो यह नहीं कह सकते कि शतप्रतिशत सफाई हो रही है लेकिन सुधार जरूर हुआ है। इसी का नतीजा है कि स्वच्छता सर्वेक्षण में हम पिछले वर्ष से सुधार कर पाए हैं। हमारे कॉरपोरेटरों को इसी सुधार को ध्यान में रखते हुए इंदौर और अहमदाबाद का दौरा भी करवाया गया। आने वाले वर्षों में काफी बदलाव होंगे। स्वच्छता सर्वेक्षण में जम्मू में भी अव्वल जरूर आएगा।