जायका ही नहीं सेहत के लिए भी रामबाण है जम्मू के कुल्थ, जानिए क्या हैं इसके फायदे
पेट की समस्याओं को भी कुल्थ के नियमित सेवन से राहत मिलती है। इसके रोज इस्तेमाल करने पर कीड़ों से होने वाले इंफेक्शन और पेट की परेशानियां जैसे एसीडिटी आदि दूर रहतीं हैं।
जम्मू, अशोक शर्मा। जम्मू के पहाड़ी क्षेत्र में होने वाले कुल्थ कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं के इस्तेमाल में प्रयोग किये जाते हैं। खासकर सर्दी के इस मौसम में कुल्थ कई बीमारियों के इलाज में रामबन हैं। यह कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं के इलाज में इस्तेमाल होते हैं। खासकर पथरी की दर्द से नियात पाने में कुल्थ बहुत सहायक होते हैं। सर्दियों के मौसम में पहाड़ी कुल्थ की मांग जम्मू से ही नहीं बल्कि दूसरे राज्यों से भी होती है। वरिष्ठ आयुर्वेद डाक्टर अशोक शर्मा ने बताया कि कुलथ गर्म तासीर के और हल्के तीखे स्वाद वाले होते हैं।
पचने में आसान, शरीर में पित्त और रक्त भी बढ़ाते हैं
आयुर्वेद के अनुसार यह दाल मानव शरीर के लिये सेहतमंद मानी गई है। यह कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं के इलाज में इस्तेमाल होते है। खासकर पथरी निकालने में कुल्थ विशेष मदद करते हैं। इसमें अनेकों स्वास्थ्य लाभ हैं। कुल्थ के दानों में काफी सारा प्रोटीन, विटामिन, कैल्शियम और लोह होता है। यह पचने में आसान, शरीर में पित्त और रक्त बढ़ाने वाली दाल है। यह कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं के इलाज में इस्तेमाल होते हैं।
महिलाओं के लिए भी लाभकारी
डा. वरूण सुथरा के बताया कि जिन महिलाओं को मासिक धर्म के दौरान ज्यादा ब्लीडिंग होती है या फिर अनियमित महावारी होती है। उनके लिये यह लाभकारी है। इसमें मौजूद लौह शरीर में हीमोग्लोबिन बढाता है। खासकर जम्मू के पहाड़ी कुल्थ के नियमित सेवन से आपका बढा़ हुआ ग्लूकोज लेवल सामान्य भी हो सकता है। पेट की समस्याओं को भी कुल्थ के नियमित सेवन से राहत मिलती है। इसके रोज इस्तेमाल करने पर कीड़ों से होने वाले इंफेक्शन और पेट की परेशानियां जैसे एसीडिटी आदि दूर रहतीं हैं।
शरीर से चर्बी को भी घटाते हैं
डा. अशोक शर्मा के अनुसार कुल्थ शरीर की चर्बी को घटातें हैं और कफ जो कि मोटापे की जड़ है, उसे दूर करती है। इसमें ढेर सारा प्रोटीन और फाइबर होता है। जिससे आसानी से वजन कम होता है। सर्दियों के मौसम में बुजुर्गो के लिए तो कुल्थ बहुत ही जरूरी हैं। कुल्थ से अस्थमा, बुखार, सर्दी, खांसी या जकड़न से निजात दिलाते हैं। यही नहीं कुल्थ में कैल्शियम, फॉस्फोरस, आयरन और अमीना एसिड होते हैं। जो कि स्पर्म बढ़ाने के लिये योगदान करते हैं। कुल्थ सीमेन से गंदगी को बाहर भी निकालते हैं।
पथरी निकालने में भी हैं सहायक
जम्मू के पहाड़ी कुल्थ किडनी की पथरी निकालने में भी सहायक हैं। किडनी में पथरी अक्सर गलत खान-पान, जरूरत से कम पानी पीने के कारण होती है। इस समस्या के चलते किडनी के अंदर छोटे-छोटे पत्थर जैसे कठोर स्टोन बन जाते हैं। पथरी एक पीड़ादायक रोग है। जिसमें रोगी को अचानक से दर्द होने लगती है। पथरी जब मूत्रनली में आ जाती है तब रोगी को तेज दर्द होता है। यह दर्द सहने योग्य नहीं होता। पथरी की समस्या में उल्टी आना, पेशाब का रुक-रुक कर आना, मूत्र में खून आना, मूत्र मार्ग में तेज दर्द होना आदि लक्षण देखने को मिलते हैं। इस समस्या का इलाज आप कुल्थ की दाल से कर सकते हैं।
सर्दियों में बढ़ जाती है मांग
दालों के व्यापारी राजेश सूरी ने बताया कि पंजाबी कुल्थ सस्ते होते हैं लेकिन पहाड़ी कुल्थ 150 रूपये किलो के करीब बिक रहे हैं। सर्दियों के मौसम में इन की लागत बहुत बढ़ जाती है। सर्दियों में कुलथ उबाल कर इसके पानी का नियमित प्रयोग बहुत लाभकारी होता है।