JMC: गंदगी के दाग धोने को नगर निगम मारने लगा हाथ-पांव, छोटे यूनिट लगाकर कचरे का करेगा निस्तारण
Jammu Municipal Corporation यहां दो शेड के अलावा गीले व सूखे कचरे से खाद बनाने के लिए पिच बनाए जा चुके हैं। बंधुरक्ख में निगम के पास करीब 75 कनाल जमीन है। एनजीओ यहां शुरुआत में आसपास के तीन-चार वार्ड का कचरा एकत्र कर इसका निस्तारण करेगी।
जम्मू, जागरण संवाददाता: मंदिरों के शहर जम्मू को लगे गंदगी के दाग को धोने के लिए जम्मू नगर निगम सक्रिय हो गया है। स्वच्छता सर्वेक्षण में महत्वपूर्ण अंश कचरा निस्तारण की भरपाई के लिए नगर निगम शहर के साथ लगते बंधु रक्ख और भगवती नगर में कचरा निस्तारण के यूनिट शुरू करने जा रहा है। इसके अलावा सर्वेक्षण के अन्य नियमों पर खरा उतरने के लिए जरूरी व्यवस्था बनाने में भी निगम सक्रिय हो गया है। इसी कड़ी में अब निगम लोगों को जागरुक करने के लिए कार्यक्रमों का आयोजन भी कर रहा है।
नगर निगम ने वार्ड नंबर 56, गंग्याल के साथ लगे बंधुरक्ख में कचरा निस्तारण के लिए छोटी यूनिट लगाई है। यहां शुद्धि नामक एनजीओ को ठेका दिया गया है। एनजीओ यहां ढांचा बनाने की प्रक्रिया में जुटी है। यहां दो शेड के अलावा गीले व सूखे कचरे से खाद बनाने के लिए पिच बनाए जा चुके हैं। यहां मशीनरी लगाने की भी तैयारी चल रही है। बंधुरक्ख में निगम के पास करीब 75 कनाल जमीन है। एनजीओ यहां शुरुआत में आसपास के तीन-चार वार्ड का कचरा एकत्र कर इसका निस्तारण करेगी।
पहले चरण में गांधीनगर के दस वार्डो का कचरा बंधुरक्ख की इकाई में ठिकाने लगाया जाएगा। धीरे-धीरे प्रोजेक्ट को आगे बढ़ाया जाएगा। सब ठीक रहा तो गांधीनगर के सभी वार्डो के कचरे के निस्तारण के प्रबंध कर दिए जाएंगे। ऐसे ही भगवती नगर में यूनिट लगाने की प्रक्रिया शुरू की जा रही है। इसके अलावा दुकानदारों, लोगों को जागरुक किया जा रहा है। दुकानों में कूड़ेदान रखवाए जा रहे हैं ताकि गंदगी सड़कों पर न आए।
फिलहाल कोट भलवाल में ठिकाने लगाया जा रहा कचरा: जम्मू नगर निगम सालिड वेस्ट मैनेजमेंट प्रोजेक्ट को फिलहाल शुरू नहीं कर पाया है। शहर से निकलने वाले कचरे को निगम शहर के बाहरी क्षेत्र कोट भलवाल के काला गांव में ठिकाने लगा रहा है। शहर के कचरे को बड़े वाहनों में भरकर काला गांव में दबाया जाता है। निगम की जेसीबी मशीनें यहां लगाी हैं। इनसे गड्ढे खोद कर फिर कचरे को दबाया जाता है। पालीथिन व प्लास्टिक जैसे कचरे को यहां कूड़ा भीनने वाले अलग भी करते हैं। यह स्थल शहर से करीब 21 किलोमीटर दूर है। पिछले वर्ष ही हाईकोर्ट के हस्तक्षेप के बाद निगम ने भगवती नगर में तवी नदी में कचरा फेंकना बंद किया था।
पहले 200 शहराें में भी नहीं जम्मू: जम्मू नगर निगम के अधीन 189.43 किलोमीटर क्षेत्र में फैले शहर के 75 वार्डो में स्वच्छता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि अगस्त 2020 में आए स्वच्छता सर्वेक्षण के सर्वे में जम्मू शहर 224वें स्थान पर रहा था। इससे पहले 2019 में 117 अंक गिरकर शहर 329वें स्थान पर रहा था। वहीं, वर्ष 2017 के सर्वेक्षण में जम्मू 251वें स्थान पर रहा था। वर्ष 2018 में 39 रैंक की बढ़त के साथ जम्मू 212वें स्थान पर पहुंचा।
शहर से निकलने वाला कचरा
- कुल कचरा जमा होता है - 400 मीट्रिक टन प्रति दिन
- गलियों की सफाई से - 50 मीट्रिक टन प्रति दिन
- होटल/रेस्टोरेंट से - 40 मीट्रिक टन प्रतिदिन
- बाजारों से - 50 मीट्रिक टन प्रतिदिन
- व्यावसायिक प्रतिष्ठानों से - 20 मीट्रिक टन प्रतिदिन
- घरों से - 130 मीट्रिक टन प्रतिदिन
- अन्य से - 110 मीट्रिक टन प्रतिदिन
- स्वच्छता सर्वेक्षण में जम्मू शहर की दशा सुधारने के लिए निगम को प्रयास कर रहा है लेकिन लोगों के योगदान और सकारात्मक फीड बैक के बिना यह मुश्किल है। कचरा निस्तारण के लिए दो यूनिट शुरू करने जा रहा है। एक को फरवरी और दूसरे पर मार्च में काम शुरू कर दिया जाएगा। इसके लिए प्रक्रिया तेज की गई है। इसके अलावा नुक्कड़ नाटक, जागरुकता शिविर लगाने के अलावा डोर-टू-डोर प्रचार शुरू किया है। - अवनी लवासा, निगम आयुक्त
- बंधुरक्ख में एक यूनिट स्थापित की जा रही है। यहां पिट बन चुके हैं। कचरे को अलग-अलग करने की प्रक्रिया भी जारी है। ऐसे ही भगवती नगर में युनिट स्थापित करेंगे। इसके अलावा शहर में बोतलों को खत्म करने वाली मशीनें भी लगाई जा रही हैं। इससे कचरा निस्तारण में आसानी होगी। बेशक स्वच्छता सर्वेक्षण में इससे लाभ मिलेगा। हमारी रैंकिंग सुधरेगी। 75 काॅरपोरेटर भी अपने-अपने वार्ड में सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करने में अहम भूमिका निभा रहे हैं। - बलदेव सिंह बलोरिया, चेयरमैन निगम की पब्लिक हेल्थ एंड सेनिटेशन कमेटी