दफ्तरों के चक्करों से मिलेगी निजात, ई-आफिस की तरफ बढ़ रहा जम्मू नगर निगम
नगर निगम पहले ही अपनी विभिन्न सेवाओं को आनलाइन कर चुका है जिनमें जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र बिल्डिंग परमिशन फीस जमा करवाने की सुविधा विशेष है। ऐसे ही लोगों को बेहतर सुविधाएं देने और कामकाज में पारदर्शिता लाने के उद्देश्य से निगम ने इस दिशा में कदम बढ़ाए हैं।
जम्मू, जागरण संवाददाता : जम्मू नगर निगम ने अपने कर्मचारियों को ई-आफिस का प्रशिक्षण दिया ताकि धीरे-धीरे सारे काम कंप्यूटराइज्ड तरीके से होने लगे हैं और लोगों को घर में बैठ कर ही सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा सकें। नगर निगम पहले ही अपनी विभिन्न सेवाओं को आनलाइन कर चुका है जिनमें जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र, बिल्डिंग परमिशन, फीस जमा करवाने की सुविधा विशेष है। ऐसे ही लोगों को बेहतर सुविधाएं देने और कामकाज में पारदर्शिता लाने के उद्देश्य से निगम ने इस दिशा में कदम बढ़ाए हैं।
सोमवार को नगर निगम ने अपने विभिन्न अधिकारियों व कर्मचारियों को ई-आफिस का प्रशिक्षण दिलाया। सभी सरकारी कार्यों को आनलाइन करने के लिए कर्मचारियों को यह प्रशिक्षण दिया गया कि किस तरह वे कंप्यूटर से ही विभिन्न कार्यों का निपटारा कर सकते हैं। यहां विभिन्न एक्सपर्ट ने उन्होंने बताया कि किस तरह सरकारी कार्यालयों में अब कंप्यूटर से काम हो रहे हैं। अधिकतर कार्यालय ई-आफिस में तबदील हो चुके हैं।
उन्होंने इस प्रशिक्षण से अधिकारियों व कर्मचारियों को कामकाज करने में सुविधा होगी और पारदर्शिता के साथ सभी फाइलों का निपटारा भी होगा। प्रशिक्षण के दौरान अधिकारियों व कर्मचापरियों ने दिलचस्पी के साथ चीजों को समझा और इन्हें रोजमर्रा के कामकाज में इस्तेमाल में लाने में दिलचस्पी दिखाई। निगम आयुक्त अवनी लवासा ने कहा कि ई-आफिस को अपनाने से दफ्तर में वर्क कल्चर बनेगा और कामकाज के तरीकों में सुधार आएगा। इससे जनता को भी लाभ होगा क्योंकि हर काम के लिए उन्हें दफ्तरों के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे।
आनलाइन तरीके से वे कंप्यूटर अथवा मोबाइल फोन से आवेदन कर सकेंगे। फीस जमा करवा सकेंगे और भी बहुत सी सुविधाएं अासान होती चली जाएंगी। उन्होंने कहा कि जम्मू नगर निगम पहले ही 24 सुविधाओं को ऑनलाइन कर चुका है। अब नक्शा पास करवाने, किसी भी प्रकार का कनेक्शन लेने, प्रमाण पत्र हासिल करने, फीस जमा करवाने के लिए लोग आनलाइन आ सकते हैं। उन्हें दफ्तरों के चक्कर काटने की जरूरत नहीं। इस दिशा में और भी कदम उठाए जा रहे हैं।