Jammu Municipal Corporation: जन कमेटियों की देखरेख में निखरेगा जम्मू शहर, मुहल्लों का होगा विस्तृत विकास
निगम की सचिव टीना महाजन का कहना है कि एग्जीक्यूटिव कमेटी की पहली अप्रैल को हुई बैठक में सदस्यों ने यह प्रस्ताव लाया था। एग्जीक्यूटिव कमेटी की बैठक में इसे प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई थी। उसके बाद इसे जनरल हाउस में लाया गया।
जम्मू, जागरण संवाददाता: नगर निगम अधीनस्थ सभी 75 वार्डों में विकास के लिए जन कमेटियां बनाई जाएंगी। लोगों के प्रतिनिधियों की देखरेख में फिर मुहल्लों का विस्तृत विकास होगा तथा अन्य सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी।
जम्मू नगर निगम की जनरल हाउस की बैठक में एग्जीक्यूटिव कमेटी के इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई है। इस प्रस्ताव के तहत नगर निगम सभी 75 वार्डों में वार्ड कमेटी, सभा कमेटी और सब कमेटी बनाएगा। इसमें मुहल्लों के गणमान्य लोगों के अलावा नगर निगम कर्मचारी व कॉरपोरेटर भी सदस्य रहेगा। इन्हीं कमेटियों के माध्यम से फिर मुहल्लों में चिन्हित किए गए कार्यों की देखरेख भी होगी।
कॉरपोरेटर इन कमेटियों के सदस्यों के माध्यम से विकास कार्यों को गति तो देंगे ही, सफाई व्यवस्थ को भी सुदृढ किया जाएगा। कमेटी अपने-अपने मुहल्ले में लोगों को जागरुक भी करेगी। डोर-टू-डोर कचरा उठाने, मुहल्लों में फैली गंदगी को उठवाने, नालों पर नजर रखने, स्ट्रीट लाइट्र, पार्कों की देखरेख करते हुए गतिरोध दूर करवाने में भी सहयोग करेंगी। निगम मुहल्ला वेलफेयर कमेटियों को बाद में पंजीकृत भी करेगा ताकि हरेक कमेटी से तालमेल बना रहे।
पहले भी काम करती हैं मुहल्ला वेलफेयर कमेटियां: शहर के कई मुहल्लों व बाजारों में पहले ही वेलफेयर कमेटियां बनी हुई हैं। इतना ही नहीं मुहल्लों में खड़े होने वाले आटो स्टेंड की कमेटियां भी काम करती हैं। यह कमेटियां बाजारों, मुहल्लों की दिक्कतों को अधिकारियों, कॉरपोरेटरों, राजनेताओं के समक्ष उठाती रहती हैं। इससे कामकाज प्रभावी होता है। निगम इन सभी कमेटियों का लाभ लेते हुए शहर के चौमुखी विकास की दिशा में प्रभावी कदम बढ़ाना चाह रहा है।
निगम की सचिव टीना महाजन का कहना है कि एग्जीक्यूटिव कमेटी की पहली अप्रैल को हुई बैठक में सदस्यों ने यह प्रस्ताव लाया था। एग्जीक्यूटिव कमेटी की बैठक में इसे प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई थी। उसके बाद इसे जनरल हाउस में लाया गया। अब जनरल हाउस में भी इसे पारित कर दिया गया है। जल्द ही इस दिशा में निगम की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। फिर कमेटियों के गठन में लोगों की भागीदारी सुनिश्चित होगी। धीरे-धीरे करके सभी मुहल्ला कमेटियां पंजीकृत करेंगे। पहले कमेटियां बनाई जाएंगी।