जम्मू कश्मीर में आतंकियों की कमर तोड़ी... अब इंटरनेट जिहादी हैं निशाने पर
एसएसपी इम्तियाज हुसैन मीर ने कहा कि इंटरनेट मीडिया पर बहुत से लोग हैं इनमें कई फर्जी पत्रकार और तथाकथित बुद्धिजीवी भी हैं। यह सिर्फ कश्मीर पर दुष्प्रचार कर अपनी दुकान चला रहे हैं। इनके चक्कर में कश्मीर का नौजवान तबाह हो रहा है।

जम्मू, नवीन नवाज : जम्मू कश्मीर में सक्रिय आतंकियों की कमर तोड़ने और घुसपैठ व हथियारों की तस्करी पर नकेल कसने के बाद अब जम्मू कश्मीर पुलिस के निशाने पर इंटरनेट जिहादी हैं। इन अराजक तत्वों को चिह्नित कर उनके खिलाफ राष्ट्रद्रोह और गैर कानूनी गतिविधियों की रोकथाम अधिनियम के तहत मामले दर्ज कर कैद में डाला जा रहा है। इतना ही नहीं, जो विदेश में छिपे हैं, उनके प्रत्यर्पण के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय और विदेश मंत्रालय के जरिए कार्रवाई की जा रही है। इंटरनेट जिहादियों के खिलाफ सेना, पुलिस और अन्य एजेंसियों के साइबर सेल लगातार क्रियाशील हैं। यह सेल राष्ट्रविरोधी तत्वों को चिन्हित कर उनके खिलाफ कार्रवाई के लिए मजबूत आधार तैयार करते हैं।
जम्मू कश्मीर पुलिस ने केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों और सेना के साथ मिलकर कश्मीर में सक्रिय सभी आतंकी संगठनों के प्रमुख कमांडरों का सफाया कर दिया है। मौजूदा परिस्थितियों में करीब 160 आतंकी ही वादी में सक्रिय बताए जा रहे हैं। बीते 15 वर्ष में यह पहला मौका है जब यह संख्या 200 से नीचे गई है। पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने कहा कि इंटरनेट मीडिया पर राष्ट्रविरोधी तत्व लगातार दुष्प्रचार कर रहे हैं। कश्मीर को लेकर आधारहीन खबरें भी चलाई जा रही हैं। यह तत्व सिर्फ जम्मू कश्मीर में ही नहीं, बल्कि विदेश में भी छिपे हैं। इनमें हर वर्ग के लोग हैं।
यह युवाओं को अपने नापाक इरादों का शिकार बनाते हैं। उन्हें बंदूक उठाने के लिए उकसाते हैं। इसके बाद वादी में आतंकियों का ओवरग्रांउड वर्कर नेटवर्क सक्रिय हो जाता है और वह इन युवकों तक पहुंचकर आगे का काम पूरा कर देता है। यह तत्व इंटरनेट मीडिया के जरिए देश-विदेश में कश्मीर के संदर्भ में पाकिस्तानी एजेंडे को आगे बढ़ा रहे हैं। यह बहुत खतरनाक हैं। यह कश्मीर में बंदूक लेकर सक्रिय आतंकियों से कहीं ज्यादा खतरनाक हैं। यह इंटरनेट जिहादी हैं। उन्होंने कहा कि पहले इन तत्वों के खिलाफ सूचना प्रौद्योगिक अधिनियम के तहत कार्रवाई होती थी, जिससे यह आसानी से बच निकलते थे। अब इन पर गैर कानूनी गतिविधियों की रोकथाम और राष्ट्रद्रोह अधिनियम के मामले दर्ज किए जा रहे हैं।
तथाकथित बुद्धिजीवी के चक्कर में तबाह हो रहे नौजवान: एसएसपी इम्तियाज हुसैन मीर ने कहा कि इंटरनेट मीडिया पर बहुत से लोग हैं, इनमें कई फर्जी पत्रकार और तथाकथित बुद्धिजीवी भी हैं। यह सिर्फ कश्मीर पर दुष्प्रचार कर अपनी दुकान चला रहे हैं। इनके चक्कर में कश्मीर का नौजवान तबाह हो रहा है। यह किसी के लिए भी फतवा जारी कर देते हैं। कई लोगों के खून से इनके हाथ रंगे हुए हैं। अब कई इंटरनेट जिहादी पकड़े जाने के डर से गायब हो गए हैं। इन्होंने इंटरनेट पर अकाउंट ही बंद कर दिए हैं।
कार्रवाई के डर से इंटरनेट से लेख हटाने लगे जिहादी : एक केंद्रीय खुफिया एजेंसी के अधिकारी ने बताया कि इंटरनेट जिहादियों पर कार्रवाई के डर से बहुत से लोग जो कल तक बड़े-बड़े राष्ट्रविरोधी लेख लिखते थे, अब उन्हें हटा रहे हैं। कश्मीर में कई अखबारों के आर्काइव को इंटरनेट मीडिया पर खंगालने का प्रयास करेंगे तो आप हैरान होंगे कि कुछ खास लोगों के लेख उनमें नहीं मिलेंगे, जबकि वह उक्त अखबारों के लिए नियमित लिखते थे। बीते एक साल में मारे गए कई आतंकियों और उनके हैंडलरों की पुष्टि इंटरनेट मीडिया के जरिए ही हुई है।
अपराधिक तत्वों पर ऐसे सख्ती कर रही पुलिस :
- पुलिस ने करीब 15 दिन पूर्व दुबई में बैठे बारामुला निवासी आसिफ डार के खिलाफ भी मामला दर्ज किया है। टीआरएफ के पकड़े गए दो आतंकियों ने बताया है कि वह इंटरनेट मीडिया के जरिए उनके साथ लगातार संपर्क में था। डार इंटरनेट मीडिया पर कश्मीर की आजादी को लेकर अक्सर भाषण देता नजर आता है। उसके प्रत्यर्पण की कार्रवाई चल रही है।
- हवाला और अलगाववादी गतिविधियों के मामले में तथाकथित मानवाधिकारवादी अहसान उंतु को कुछ दिन पहले पुलिस ने गिरफ्तार किया है। दुष्कर्म के आरोपित अहसान उंतु भी इंटरनेट मीडिया पर राष्ट्रविरोधी एजेंडा चला रहा था।
- मानवाधिकारों के तथाकथित झंडाबरदार खुर्रम परवेज को भी गिरफ्तार किया गया है। इसके अलावा इंग्लैंड में बैठे अलगाववादी मुजम्मिल अयूब ठाकुर के खिलाफ भी पुलिस ने एफआइआर दर्ज की है।
छात्राओं पर टिप्पणी करने वाला गिरफ्तार : देश के विभिन्न हिस्सों में पढ़ाई कर रही कश्मीरी छात्राओं के प्रति इंटरनेट मीडिया पर आपत्तिजनक टिप्पणियां कर उनकी छवि बिगाड़ने के साथ साथ उनकी जान के लिए संकट पैदा करने वाले एक युवक को दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग से गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार आरोपित का नाम इफ्तिखार अहमद डार है। वह पिछले कुछ समय से देश के विभिन्न हिस्सों में पढ़ाई कर रही कश्मीरी छात्राओं के बारे में इंटरनेट मीडिया पर आपत्तिजनक टिप्पणियां कर रहा था। वह कुछ आपत्तिजनक तस्वीरें भी वायरल कर रहा था। इससे न सिर्फ इन छात्राओं की छवि को नुक्सान पहुंच रहा था बल्कि उनकी सुरक्षा के लिए भी संकट पैदा हो गया था। पीड़ित छात्राओं और उनके अभिभावकों में डर पैदा हो गया था। उन्होंने इस संदर्भ में अनंतनाग पुलिस स्टेशन में एक शिकायत दर्ज कराई थी। अनंतनाग पुलिस ने मामले का संज्ञान लिया और जांच शुरु कर दी। पुलिस ने इंटरनेट मीडिया पर सभी संबधित पोस्ट का संज्ञान लिया और कुछ ही देर में इफ्तिखार को चिन्हित कर लिया। इसके बाद पुलिस ने उसे उसके घर से गिरफ्तार कर लिया।
Edited By Rahul Sharma