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केंद्र से वार्ता के लिए हामी भरने को आज का दिन अहम; नेकां, पीडीपी, माकपा, कांग्रेस, अपनी पार्टी आज स्पष्ट करेगी स्थिति

भारतीय जनता पार्टी में प्रस्तावित बैठक को लेकर किसी भी तरह की संशय की स्थिति नहीं है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रदेश भाजपा के तीन नेताओं प्रदेशाध्यक्ष रविंद्र रैना और दो पूर्व उपमुख्यमंत्रियों डा. निर्मल सिंह व कविंद्र गुप्ता को बैठक में शामिल होने का न्योता दिया है।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Tue, 22 Jun 2021 07:38 AM (IST)Updated: Tue, 22 Jun 2021 09:39 AM (IST)
केंद्र से वार्ता के लिए हामी भरने को आज का दिन अहम; नेकां, पीडीपी, माकपा, कांग्रेस, अपनी पार्टी आज स्पष्ट करेगी स्थिति
नेकां की तरफ से पूर्व मुख्यमंत्री डा. फारूक अब्दुल्ला और उनके पुत्र पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला को बुलाया गया है।

श्रीनगर, राज्य ब्यूृरो : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में जम्मू कश्मीर के मुद्दे पर दिल्ली में 24 जून को बुलाई गई बैठक के लिए 22 जून, मंगलवार का दिन बेहद अहम होगा। जम्मू कश्मीर अपनी पार्टी ने सोमवार को प्रधानमंत्री के साथ वार्ता के लिए अपना एजेंडा तो तय कर लिया, लेकिन कुछ तकनीकी मुद्दों के चलते उसने मंगलवार को ही अपना रुख सार्वजनिक करने का फैसला किया है।

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कांग्रेस भी पूर्व प्रधानमंत्री डा. मनमोहन सिंह की अध्यक्षता में मंगलवार को होने वाली बैठक के बाद ही वार्ता को लेकर अपना फैसला सार्वजनिक करने के मूड में है। नेकां, पीडीपी और माकपा पहले ही पीपुल्स एलायंस फार गुपकार डिक्लेरेशन (पीएजीडी) की मंगलवार को होने वाली बैठक में ही अपना फैसला लेने का एलान कर चुकी हैं। इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपना बड़ा भाई बताने वाले पीपुल्स कांफ्रेंस के चेयरमैन सज्जाद गनी लोन ने जरूर प्रस्तावित बैठक का स्वागत करते हुए कहा कि वह जम्मू कश्मीर के लोगों का दर्द बताने दिल्ली जाएंगे।

भारतीय जनता पार्टी में प्रस्तावित बैठक को लेकर किसी भी तरह की संशय की स्थिति नहीं है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रदेश भाजपा के तीन नेताओं प्रदेशाध्यक्ष रविंद्र रैना और दो पूर्व उपमुख्यमंत्रियों डा. निर्मल सिंह व कविंद्र गुप्ता को बैठक में शामिल होने का न्योता दिया है। यह तीनों दिल्ली के लिए अपना टिकट भी कटवा चुके हैं। नेशनल कांफ्रेंस हालांकि बैठक में भाग लेने को तैयार है, लेकिन उसने अपना अंतिम फैसला पीएजीडी की बैठक के बाद ही लेना तय किया है।

नेकां की तरफ से पूर्व मुख्यमंत्री डा. फारूक अब्दुल्ला और उनके पुत्र पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला को बुलाया गया है। उमर पहले से ही दिल्ली में हैं। उनकी पार्टी के दोनों सांसद मोहम्मद अकबर लोन और हसनैन मसूदी पहले ही कह चुके हैं कि प्रधानमंत्री के साथ बातचीत में पांच अगस्त 2019 से पहले की संवैधानिक स्थिति और 370 की बहाली के मुद्दे पर बात होगी। परिसीमन पर चर्चा का कोई मतलब नहीं है। अलबत्ता, नेकां ने गुपकार एलांयस का एक घटक होने के नाते अपना अंतिम फैसला एलांयस की बैठक के बाद ही सुनाने का एलान किया है। नेकां के करीबियों की मानें तो पार्टी के वरिष्ठ नेता पीडीपी और पीएजीडी के रुख के बाद हालात का आकलन कर अपना अंतिम फैसला लेना चाहते हैं। पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने पहले ही कहा था कि पीएजीडी का जो फैसला होगा, वह उसके साथ रहेंगी।

हम जाएंगे और अपना पक्ष रखेंगे : सोमवार सुबह ही नई दिल्ली से श्रीनगर पहुंचे पीपुल्स कांफ्रेंस के चेयरमैन सज्जाद गनी लोन ने पार्टी कार्यकारिण्णी की एक बैठक बुलाई। पीपुल्स कांफ्रेंस के नेताओं ने कहा कि प्रधानमंत्री की वार्ता की पहल से जम्मू कश्मीर में लोकतंत्र की पूर्ण बहाली होगी। सज्जाद लोन ने कहा कि जम्मू कश्मीर के मुद्दे पर बैठक हो रही है, इसलिए हम जाएंगे और अपना पक्ष रखेंगे।

आज करेंगे रुख स्पष्ट: जम्मू कश्मीर अपनी पार्टी के चेेयरमैन सैयद अल्ताफ बुखारी देर रात तक अपने निवास पर अपने साथियों संग चर्चा करते रहे। अपनी पार्टी के महासचिव सैयद अल्ताफ बुखारी के पुराने मित्र पूर्व पर्यटन मंत्री गुलाम हसन मीर ने कहा कि हम बातचीत के पक्षधर रहे हैं। कुछ नीतिगत मुद्दों पर बात होनी है, इसलिए हम मंगलवार को ही अपना पूरे एजेंडे के साथ अपना रुख स्पष्ट करेंगे।

आज लेंगे अंतिम फैसला : प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता रविंद्र शर्मा ने बताया कि प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष जीए मीर की पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद और जम्मू कश्मीर मामलों की प्रभारी रजनी पाटिल के साथ वीडियो कांफ्रेंस में चर्चा हुई है। अब मंगलवार की शाम पांच बजे पूर्व प्रधानमंत्री डा. मनमोहन सिंह के साथ एक बैठक होगी। इस बैठक में वार्ता में जाने को लेकर अंतिम फैसला लिया जाएगा।

पीएजीडी के प्रमुख प्रवक्ता और माकपा नेता मोहम्मद यूसुफ तारीगामी ने कहा कि मैं पीएजीडी का हिस्सा हूं। मंगलवार को पीएजीडी के घटकों की बैठक है। इसमें डा. फारूक और महबूबा भी शामिल होंगी। इस बैठक में तय किया जाएगा कि बैठक में जाना है या नहीं। अगर बातचीत के लिए जाएंगे तो अनुच्छेद 370 की बहाली की बात होगी। 


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