New Industrial Policy: जम्मू-कश्मीर विकास की ओर, जानें किन क्षेत्रों में हो रहा निवेश
Jammu Kashmir New Industrial Policy नई औद्योगिक नीति लागू होने से बेरोजगारी का सामना कर रहे जम्मू-कश्मीर में रोजगार के साधन उपलब्ध होंगे। प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से साढ़े चार लाख युवाओं को रोजगार मिलेगा। इससे निजी निवेश को बढ़ावा मिलने के साथ ही जम्मू-कश्मीर में लगातार विकास होगा।
जम्मू, जेएनएन। करीब डेढ़ साल पहले जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटने के बाद अब यहां तेजी से हालात बदल रहे हैं। अब तक निजी निवेश से वंचित रहने वाले जम्मू-कश्मीर में पिछले कुछ दिनों में ही करोड़ों रूपये के निजी निवेश के लिए एमओयू साइन हो गए हैं। वहीं नई औद्योगिक नीति में भी पांच लाख युवाओं को रोजगार मिलने की संभावना है।
विकास और रोजगार के अवसर:
- नई औद्योगिक नीति लागू होने से बेरोजगारी का सामना कर रहे जम्मू-कश्मीर में रोजगार के साधन उपलब्ध होंगे। प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से साढ़े चार लाख युवाओं को रोजगार मिलेगा।
- औद्योगिकरण से कृषि, बागवानी, मत्स्य पालन, पशु पालन, दूध उत्पादन जैसे क्षेत्रों में रोजगार बढ़ेगा।
- इससे निजी निवेश को बढ़ावा मिलने के साथ ही जम्मू-कश्मीर में लगातार विकास होगा।
निवेश के लिए जम्मू-कश्मीर प्राथमिकता पर:
- जम्मू-कश्मीर के पूरे औद्योगिक क्षेत्र में बदलाव लाया जा रहा है।
- जम्मू-कश्मीर को राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा के योग्य बनाया जा रहा है।
- 28,400 करोड़ का अनुमानित खर्च होगा।
- जम्मू-कश्मीर में ब्लाक स्तर पर उद्योग को बढ़ावा
योग्य औद्याेगिक इकाइयों को मिलेगा लाभ
- साढे़ सात करोड़ रुपये तक का निवेश करने पर सरकार लाभ देगी।
- 500 करोड़ रुपये तक का लोन लेने पर सात वर्ष तक मूल निवेश पर छह प्रतिशत बयाज लगेगा।
- जीएसटी पर भी लाभ मिलेगा।
उद्यमिता के माध्यम से आत्मनिर्भर भारत को बल देंगे
- नए निवेश को बढ़ावा देना और पहले से मौजूद उद्योगों को मजबूत करना।
- घरेलू निर्माण पर जोर देना।
- आयात को कम कर निर्याता को बढ़ावा देना