Jammu Kashmir National Highway: चंद्रकोट में मलबा गिरने से 13.5 घंटों बाद खुला हाईवे, जम्मू के नगरोटा में लगा तीन किलोमीटर लंबा जाम
रामबन जिला के चंद्रकोट इलाके में शनिवार रात को भारी भूस्खलन के कारण बाधित हाईवे सुबह 13 घंटों से अधिक समय बाद खुल तो गया मगर अभी भी हाईवे पर यातायात की रफ्तार सुस्त है। वहीं भूस्खलन के मलबे के नीचे एक टिप्पर और दो टाटा मोबाइल वाहन दब गए
ऊधमपुर, जागरण संवाददाता । रामबन जिला के चंद्रकोट इलाके में शनिवार रात को भारी भूस्खलन के कारण बाधित हाईवे सुबह 13 घंटों से अधिक समय बाद खुल तो गया, मगर अभी भी हाईवे पर यातायात की रफ्तार सुस्त है। वहीं भूस्खलन के मलबे के नीचे एक टिप्पर और दो टाटा मोबाइल वाहन दब गए, मगर गनीमत रही कि वाहनों के चालक समय रहते वाहनों से बाहर आ गए, जिससे किसी प्रकार का जानी नुकसान नहीं हुआ। इसी बीच जम्मू के नगरोटा में सुबह आठ बजे से ही तीन किलोमीटर लंबा जाम लग गया है।
मलबे के नीचे एक टिप्पर और टाटा मोबाइल भी दबे, चालक पर सवार सुरक्षित बच निकले
रामबन जिला के चंद्रकोट इलाके में स्थिति सीआरपीएफ कैंप के पास शनिवार शाम सात बजे के करीब हाईवे पर काफी भूस्खलन हुआ। पहाड़ से पत्थर और मलबा तकरीबन 50 मीटर हिस्से में हाईवे पर गिरने से हाईवे बंद हो गया। मलबे के नीचे वहां से गुजर रहा एक टिप्पर और दो टाटा मोबाइल वाहन भी आकर दब गए। मगर वाहनों के मलबे में दबने से पहले उनमें सवार चालक सहित सभी लोग सुरक्षित बाहर निकलने में कामयाब रहे, जिस वजह से बड़ा हादसा होने से बच गया।
वहीं मलबा गिरने के आधे घंटे बाद ही मौके पर मशीनें मलबा हटाने के लिए पहुंच गई और हाईवे को खोलने का काम शुरु कर दिया गया। मगर पास ही भूस्खलन वाली जगह पास सीआरपीएफ कैंप और बाजार होने की वजह हाईवे पर गिरे मलबे को वहां से डंपरों में भर कर पीड़ा के आसपास खाली जगह पर फेंका गया। जिस वजह से मलबे को हटा कर हाईवे को खोलने में 13 घंटों के करीब समय लग गया। मलबा हटाने के बाद जम्मू श्रीनगर हाईवे को सुबह 8.30 पर यातायात के खोल दिया गया।
मगर रात भर हाईवे बंद रहने के कारण रास्ते में फंसे ट्रैफिक के हाईवे पर जगह जगह जाम की स्थिति बन गई। इसी बीच हाईवे खुलने के बाद डुग्गी पुली इलाके में पहाड़ से कई बार पत्थर गिरने की वजह से बीच में कुछ समय के लिए यातायात फिर से रोकना पड़ा। इससे भी जाम लगा। समचाार लिखे जाने तक हाईवे पर यातयात चल रहा था, मगर रफ्तर मंद थी।
इस बारे में डीएसपी ट्रैफिक नेशनल हाईवे रामबन पारुल भारद्वाज ने बताया कि आमतौर पर मलबा हटाने के लिए मशीने हाईवे पर गिरे मलबे को हटा कर नीचे फेंक देती है, मगर चंद्रकोट में जहां पर भूस्खलन हुआ था वहां पर सीआरपीएफ कैंप और बाजार था। जिस वजह से सारा मलबा डंपरों की मदद से उठा कर पीड़ा के आसपास फेंकना पड़ा। इस वजह से हाईवे को खोलने में समय लगा। उन्होंने बताया कि मलबा के नीचे एक टिप्पर और दो टाटा मोबाइल वाहन भी दबे थे, मगर उसके चालक व सवार सुरक्षित बाहर निकल आए। उन्होंने दावा किया कुछ ही देर में हाईवे पर यातायात सामान्य हो जाएगा।