Jammu Kashmir: उपराज्यपाल का निर्देश- 30 जून तक 45 साल से अधिक उम्र वालों का हो 100% टीकाकरण
उपराज्यपाल ने कंटेनमेंट जोन वैज्ञानिक सलाह के आधार पर बनाने को कहा। पुलिस विभाग को निर्देश दिए कि चैक प्वाइंट पर जहां लोग मास्क लगाते नहीं मिलते हैं उन्हें मास्क वितरित किए जाएं। लोगों को इससे यह संदेश जाए कि उन्हें जुर्माना करना नहीं बल्कि कोविड को रोकना मकसद है।
जम्मू, राज्य ब्यूरो: उपराज्यपाल ने कोरोना की रोकथाम के लिए उठाए गए कदमों की समीरक्षा करते हुए टीकाकरण अभियान मिशन मोड पर चलाने को कहा। उन्होंने 45 साल से अधिक आयु वर्ग में तीन जून तक सभी को वैकीन की पहली डोज देने के भी निर्देश दिए। उन्होने 15 जुलाई तक 18-44 आयु वर्ग के तीस फीसद लोगों को वैक्सीन की पहली डोज देने को कहा। उपराज्यपाल ने जिला वार समीक्षा करते हुए मंडलायुक्तों, जिला उपायुक्तों और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से जरूरी कदम उठाकर संक्रमण दर को और कम करने को कहा।
जम्मू-कश्मीर के सभी जिलों में संक्रमण दर कम होने का संज्ञान लेते हुए उन्होंने इसके लिए एठाए गए कई कदमों का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि सभी हितधारकों, स्वास्थ्य सुविधाओं के विक्रेंद्रीयकरण, टीकाकरण अभियान, टेस्टिंग बढ़ाने, संपर्क में आने वालों की तेजी के साथ तलाश करने, डाक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ के काम शामिल है। उन्होंने कहा कि आने वाले कुछ दिन बहुत ही चुनौतीपूर्ण हैं। अधिक से अधिक टेस्ट करने के अलावा एसओपी का सख्ती के साथ पालन किया जाए। उन्होंने कहा कि 24 घंटे काम कर हम कोविड की चुनौती को पार पा सकते हैं।
जिन जिलों में टीकाकरण कम हो रहा है, उन जिलों पर उपराज्यपाल ने संबंणित जिला उपायुक्तों को पुलिस और सिविल प्रशासन के साथ मिलकर योजना बनाने को कहा। इन जिलों में लक्ष्य को हासिल करने के लिए अतिरिक्त प्रयास करने होंगे। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित बनाया जाए कि अभी कहीं पर भी सामाजिक कार्यक्रम न हों, विवाह में लोग भीड़ न जुटाएं। कोई भी कार्यक्रम आयोजित करने से पहले इजाहजत लेना जरूरी है। उन्होंने पुलिस, जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की संयुक्त टीमों का गठन करने को कहा ताकि एसओपी का सख्ती के साथ पालन करने के अलावा लोगों को जागरूक किया जा सके। उन्होंने घर-घर जाकर टीकाकरण अभियान चलाने को भी कहा।
उपराज्यपाल ने कंटेनमेंट जोन वैज्ञानिक सलाह के आधार पर बनाने को कहा। उन्होंने पुलिस विभाग को निर्देश दिए कि चैक प्वांइंट पर जहां लोग मास्क पाते नहीं मिलते हैं, उन्हें मास्क वितरित किए जाएं। लोगों को इससे यह संदेश जाए कि उन्हें जुर्माना करना नहीं बल्कि कोविड को रोकना मकसद है। यह रोक लोगों की भलाई के लिए हैं। पंचायतों में बनाए गए कोविड केयर सेंटरों को प्रभावी बनाने के लिए उपराज्यपाल ने जिला उपायुक्तों और मुख्य स्वास्थ्य अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपने के निर्देश्या दिए। उन्होंने कहा कि अभी कोरोना नियंत्रण में है। ऐसे में विकस गतिविधियां और कोरोना एसओपी को लागू करना साथ-साथ में हो।
हमें आर्थिक गतिविधियों को तेजी देकर अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाना है। लोगों को मूल सुविधाएं मिलनी चाहिए। अधिकांया सेवाएं आनलाइन उपलब्ध हों। उन्होंने कम्यूनिटी टायलट बनाने की रिपोर्ट भी जिला उपायुक्तों को सौंपने के निर्देश दिए। उपराज्यपाल ने जिला वकास परिषद के चेयरमैन के लिए कार्यालय बाने, पुलिस के शहीदों के बच्चों के जिए होस्टल बनाने के काम में तेजी लाने को कहा। उन्होंने सक्षम योजना के तहत लाभार्थियों को भी चयन जल्दी करने को कहा। वहीं स्वास्थ्य विभाग के वित्तिय आयुक्त अटल ढुल्लू ने बताया कि जम्मू-कश्मीर में संक्रमण दर अब सिर्फ 2ङ2 फीसद रह गई है।