जम्मू कश्मीर किसान तहरीक संगठन ने मनाया काला दिवस, केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की
किसानों के आंदोलन के 6 महीने पूरे होने पर क्षेत्र में भी संयुक्त किसान मोर्चा को अपना समर्थन देते हुए बुधवार को कस्बे में जम्मू कश्मीर किसान तहरीक संगठन की ओर से संगठन के प्रदेश प्रधान किशोर शर्मा की देखरेख में काला दिवस मनाया गया।
मीरां साहिब, संवाद सहयोगी । दिल्ली हरियाणा बॉर्डर पर अपनी मांगों को लेकर पिछले 6 महीने से केंद्र सरकार के खिलाफ धरना लगाकर बैठे किसानों के आंदोलन के 6 महीने पूरे होने पर क्षेत्र में भी संयुक्त किसान मोर्चा को अपना समर्थन देते हुए बुधवार को कस्बे में जम्मू कश्मीर किसान तहरीक संगठन की ओर से संगठन के प्रदेश प्रधान किशोर शर्मा की देखरेख में काला दिवस मनाया गया।
किसानों ने काले झंडे लेकर केंद्र सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। इस मौके पर संगठन के प्रधान किशोर शर्मा, किसान नेता बाबा राम, मंदेव सिंह, करनैल सिंह, ताराचंद, तिलक राज आदि ने कहा कि बड़े अफसोस की बात है कि केंद्र सरकार पिछले 6 महीनों से आंदोलन चला रहे किसानों की समस्या का समाधान करने के लिए कोई भी कदम नहीं उठा रही है और जो तीन कृषि कानून लोकसभा में पारित किए गए हैं उनको रद्द करने के लिए कोई भी कदम नहीं उठाए जा रहे जिसके चलते आज देशभर के किसान आंदोलन काला दिवस के मनाने को मजबूर हो रहे हैं।
संगठन के नेता किशोर शर्मा ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार ने किसानों को भरोसा दिलाया था कि स्वामीनाथन रिपोर्ट को लागू किया जाएगा। इस रिपोर्ट में यह प्रावधान है कि अगर कोई किसान 1000 रुपए खर्च करके अपनी फसल कोलगाता है और वह कहीं कुदरती आपदा में खराब हो जाती है तो किसान को डेढ़ गुना राशि मिलेगी मगर सरकार ने अपना वादा नहीं निभाया और उल्टा 3 कृषि कानून संसद में पास कर दिए जो कि किसानों के हित में नहीं इसी को लेकर किसान धरना प्रदर्शन पर बैठे हैं लेकिन केंद्र सरकार उनके साथ मामले को सुलझाने के लिए बातचीत तक नहीं कर रही जिसका खामियाजा भाजपा को आने वाले लोकसभा चुनावों के दौरान भुगतना पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि भाजपा की केंद्र सरकार अहंकार भरा रवैया अपना रही है जिसके चलते देशभर के किसानों में केंद्र सरकार के खिलाफ दिन-ब-दिनगुस्सा बढ़ता जा रहा है। इस दौरान कई किसान उपस्थित थे। उधर क्षेत्र में अनेक गांवों में भी किसानों ने अपने अपने घरों की छतों पर काले झंडे लगाए और केंद्र सरकार के खिलाफ रोष प्रकट किया।