Move to Jagran APP

ट्रकों की आवाजाही के लिए बनेगा विशेष कॉरिडोर, आतंकी हमलों को रोकने के लिए प्रशासन ने उठाए ये कदम!

पुलिस सेना व केंद्रीय अर्धसैनिकबलों की संयुक्त टुकडिय़ों को दक्षिण कश्मीर के विभिन्न इलाकों में तलाशी अभियान चलाने का भी निर्देश दिया गया है।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Sat, 26 Oct 2019 11:28 AM (IST)Updated: Sat, 26 Oct 2019 11:28 AM (IST)
ट्रकों की आवाजाही के लिए बनेगा विशेष कॉरिडोर, आतंकी हमलों को रोकने के लिए प्रशासन ने उठाए ये कदम!
ट्रकों की आवाजाही के लिए बनेगा विशेष कॉरिडोर, आतंकी हमलों को रोकने के लिए प्रशासन ने उठाए ये कदम!

श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। कश्मीर में आतंकियों द्वारा ट्रक चालकों को निशाना बनाए जाने की लगातार बढ़ रही घटनाओं से निपटने के लिए राज्य प्रशासन ने उनकी सुरक्षा को यकीनी बनाने के लिए विशेष कदम उठाए हैं। ट्रकों की आवाजाही के लिए विशेष कॉरिडोर बनाया जाएगा। इसके तहत निर्धारित व सुरक्षित रूप से आवाजाही सुनिश्चित की जाएगी। इसके अलावा भीतरी इलाकों में ट्रक चालकों को सुरक्षा दस्ते की मौजूदगी में ही काफिले के साथ आने-जाने के लिए कहा गया है। उन्हें सिर्फ निर्धारित स्थानों पर ही रुकने और सेफ जोन से बाहर न जाने की हिदायत भी दी गई है। इस बीच, आतंकी हमलों से घबराए कुछ ट्रक चालकों ने बिना माल उठाए ही कश्मीर से अपने घरों की तरफ रुख कर लिया है।

loksabha election banner

गौरतलब है कि आतंकियों ने कश्मीर में स्थानीय सेब उत्पादकों को अपनी फसल उतारने और उसके निर्यात से दूर रहने का फरमान सुना रखा है। बावजूद इसके स्थानीय किसान अपनी फसल मंडियों में पहुंचा रहे हैं। करीब छह लाख मीट्रिक टन सेब कश्मीर से बाहर निर्यात किया जा चुका है। इससे हताश आतंकियों ने वादी में सेब उत्पादकों के साथ मारपीट करने के अलावा तीन अन्य राज्यों के ट्रक चालकों की हत्या व एक सेब व्यापारी को भी मौत के घाट उतारा है। आतंकी हमलों में एक ट्रक चालक और एक सेब व्यापारी जख्मी भी हुआ है। आतंकियों ने गत वीरवार को ही शोपियां के चित्रीगाम इलाके में दो ट्रक चालकों की हत्या कर दी थी।

तलाशी अभियान चलाने का निर्देश : डीआइजी रैंक के एक पुलिस अधिकारी ने अपना नाम न छापने पर बताया कि हताश आतंकियों द्वारा सेब उत्पादकों, व्यापारियों और ट्रक चालकों को निशाना बनाए जाने की घटनाओं को देखते हुए बीती रात वरिष्ठ अधिकारियों की एक बैठक हुई है। इसमें वादी में सभी फल मंडियों विशेषकर दक्षिण कश्मीर और उत्तरी कश्मीर के सोपोर में ट्रक चालकों और व्यापारियों की सुरक्षा को यकीनी बनाने के उपायों पर विचार-विमर्श किया गया है। पुलिस, सेना व केंद्रीय अर्धसैनिकबलों की संयुक्त टुकड़ियों को दक्षिण कश्मीर के विभिन्न इलाकों में तलाशी अभियान चलाने का भी निर्देश दिया गया है।

रास्ते में कोई वाहन रोके तो न रुकें : अधिकारी ने बताया कि बैठक में लिए गए फैसले के मुताबिक सभी ट्रक चालकों को सख्त निर्देश दिया गया है कि वह बीते सप्ताह उनके लिए बनाए गए सेफ जोन से बिना अनुमति बाहर न जाएं। वह दोपहर बाद दूर देहात में माल की लदाई के लिए नहीं जाएं और निर्धारित मंडियों में ही सेब की लदाई करें। स्थानीय सेब व्यापारियों व किसानों को कहा गया है कि वह छोटे वाहनों में सेब की पेटियों को मंडियों या फिर जिला मुख्यालय में चिन्हित किए गए स्थान पर पहुंचाएं, जहां उन्हें कश्मीर से बाहर निर्यात के लिए ट्रकों में भरा जाएगा। सभी ट्रक चालकों को पुलिस थानों, चौकियों और सुरक्षा शिविरों के पास बनाए गए सेफ जोन में ही रात को रहने के लिए कहा गया है।

उन्हें कहा गया है कि अगर किसी इलाके में जाते हुए रास्ते में अगर कोई उन्हें रोकने का प्रयास करता है तो वह कतई अपना वाहन न रोकें। सभी फल मंडियों और सेब बागानों में जहां अभी फसल उतारी जा रही है, वहां पुलिस व केंद्रीय अर्धसैनिकबलों की अस्थायी चौकियां स्थापित करने के अलावा सभी संवेदनशील इलाकों में गश्त बढ़ाई गई है। सभी ट्रक चालकों से कहा गया है कि वह बिना अनुमति भीतरी इलाकों में न जाएं और अगर जाएं तो सुरक्ष अधिकारियों को सूचित करते हुए एक काफिले के रूप में ही जाएं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.