Jammu Kashmir: पांच वर्ष नौकरी करने वालों को ही मिलेगी उच्च शिक्षा के लिए एनओसी
डा. मंजीत सिंह ने कहा कि यह सही है कि दूरददराज के क्षेत्रों में भी डाक्टरों की जरूरत है और इसके लिए वे भी सभी से अनुरोध करते हें। इसके लिए अलग तरीका हो सकता है। ऐसा बांड होना चाहिए जिससे ट्रेनिंग के बाद सभी डाक्टर अपनी सेवाएं दें।
जम्मू, राज्य ब्यूरो: स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग ने एक बार फिर से निर्देश दिए हैं कि उच्च शिक्षा के लिए एनओसी सिर्फ उन्हीं डाक्टरों को दी जाए, जो कि पांच वर्ष तक नौकरी कर चुके हों। अन्य को एनओसी न दी जाए। सरकार के इस फैसले से डाक्टरों मं भी रोष है और उन्होंने इस नीति को रद्द करने की मांग की है।
स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग के वित्तीय आयुक्त अटल ढूल्लू की ओर से जारी सर्कुलर नंबर 18 एचएमई आफ 2020 में सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि सरकारी नौकरी करने वाले जिन डाक्टरों की सेवा एक जनवरी पांच वर्ष तक हो गई है, उन्हें ही उच्च शिक्षा के लिए NoC दी जाए। इस सर्कुलर के जारी होने के बाद डाक्टर एसोसिएशन जम्मू, स्वास्थ्य और चिकित्सा शिक्षा विभाग की नई नीति के विरोध में उतर आई।
एसोसिएशन के सदस्यों का कहना है कि पीजी कोर्स या फिर सुपर स्पेशलाइजेशन कोर्स मेरिट के आधार पर होते हैं। ऐसे में किसी को भी इससे रोका नहीं जाना चाहिए। उच्च शिक्षा हासिल करने वाले डाक्टर समाज की बेहतर ढंग से सेवा कर सकते हैं। विभाग को डाक्टरों के लिए अलग से लाभ देने चाहिए ताकि वे सरकारी नौकरी करें। उन पर उच्च शिक्षा हासिल करने का प्रतिबंध उस समय लगाया गया है जब वे इसके योग्य होते हैं।
एसोसिएशन के प्रधान डा. बलविंद्र सिंह का कहना है कि डाक्टर उच्च शिक्षा अपने करियर के आरंभ में हासिल करना चाहते हैं। ऐसे में सरकार को उनका समर्थन और सहयोग करना चाहिए।
वहीं डा. मंजीत सिंह ने कहा कि यह सही है कि दूरददराज के क्षेत्रों में भी डाक्टरों की जरूरत है और इसके लिए वे भी सभी से अनुरोध करते हें। इसके लिए अलग तरीका हो सकता है। ऐसा बांड होना चाहिए जिससे ट्रेनिंग के बाद सभी डाक्टर जम्मू-कश्मीर में अपनी सेवाएं दें। आने वाले दिनों में विरोध तेज हो सकता है।