Jammu Kashmir Budget 2021-22: बजट में विकास के साथ लोगों की जरूरतों को अहमियत मिली: भाजपा
Jammu Kashmir Budget 2021-22 जून-जुलाई में आरंभ होने वाली श्री अमरनाथ यात्रा में आने वाले पर्यटकों को सुविधाएं उपलब्ध कराने पर ज्यादा जोर दिया जा रहा है ताकि बाबा अमरनाथ यात्रा के बाद राज्य के अन्य पयर्टक क्षेत्रों में जाए।
जम्मू, राज्य ब्यूरो : केंद्र सरकार का जम्मू कश्मीर के लिए पेश दूसरा बजट विकास को और गति देगा। जम्मू-पुंछ के भाजपा सांसद जुगल किशोर शर्मा का कहना है कि बजट में विकास के साथ लोगों की जरूरतों को अहमियत मिली है। स्वास्थ्य सेक्टर के साथ शिक्षा क्षेत्र के विकास प्रोजेक्ट बजट में अहमियत रखते हैं। केंद्र ने जम्मू कश्मीर के विकास के लिए हरसंभव योगदान देने के वादे को पूरा किया है। पिछले बजट से अधिक राशि विकास के लिए रखी है। जम्मू-कश्मीर में विकास को तेजी देने के लिए सड़कों पुलों व निर्माण के बड़े प्रोजेक्टों को नया बजट तेजी देगा ।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष रविंद्र रैना ने कहा कि बजट से प्रदेश की प्रगति का नया दौर शुरू होगा। इस समय जम्मू कश्मीर में बड़े पैमाने पर विकास हो रहा है। एक लाख करोड़ से भी अधिक के बजट को मंजूरी देने से लोगों की उम्मीदें पूरी होंगी। उन्होंने उम्मीद जताई कि जारी बजट में विकास प्रोजेक्ट के लिए रखे प्रविधान से जनकल्याण की योजनाओं को भी बढ़ावा मिलेगा।
पर्यटन क्षेत्र को बढ़ावा देना पहली प्राथमिकता
कोरोना के बीच पर्यटन को बढ़ावा देना बड़ी चुनौती माना जा रहा है। विशेषकर अमरनाथ यात्रा की सफलता को लेकर भी सरकार ने पूरी तरह से कमर कस ली है। इसका अंदाजा इसी से समझा जा सकता है कि राज्य सरकार ने राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय समारोह का आयोजन करके पर्यटन को बढ़ावा देने में जुटी हुई है। इसके लिए सरकारी व निजी निवेश के माध्यम से पर्यटन के नए स्थलों का पता लगाएगी। इसमें जल आधारित पर्यटन प्रमुख रुप से शामिल है। गोल्फ टूरिज्म को भी बढ़ावा देने का प्रयास किया जाएगा। पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए सड़कों के किनारे विश्वस्तरीय सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी, ताकि पर्यटकों को आकर्षित किया जा सके।
बहरहाल, जून-जुलाई में आरंभ होने वाली श्री अमरनाथ यात्रा में आने वाले पर्यटकों को सुविधाएं उपलब्ध कराने पर ज्यादा जोर दिया जा रहा है, ताकि बाबा अमरनाथ यात्रा के बाद राज्य के अन्य पयर्टक क्षेत्रों में जाए। इसी कारण पुरानी विरासत के रख रखाव पर विशेष ध्यान देने का फैसला लिया गया है। इसी कड़ी में पिछले वर्ष तीन धार्मिक परिक्रमाओं की घोषणा की गई थी, जिसमें एक सूफी परिक्रमा भी शामिल है। सांस्कृति विरासत को भी बढ़ावा देने की तैयारी है। इस कड़ी फिल्म व थियेटर को बढ़ावा दिया जाएगा। इसके लिए वित्तीय वर्ष 2021-22 में बकायदा 786 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है जो कि गत वित्तीय वर्ष से 509 करोड़ रुपये अधिक है।