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Kashmir: कश्मीर के जो नेता चुनाव न लड़ने की बात कर रहे हैं, चुनाव घोषित होते ही मेंढकों की तरह घर से निकलेंगे: अशोक कौल

अशोक कौल ने कहा कि जिस दिन जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों की आखिरी बंदूक शांत हो जाएगी उसी दिन प्रदेश में 4जी इंटरनेट सेवा भी बहाल कर दी जाएगी और राज्य का दर्जा भी वापस मिल जाएगा।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Sat, 15 Aug 2020 04:29 PM (IST)Updated: Sat, 15 Aug 2020 04:41 PM (IST)
Kashmir: कश्मीर के जो नेता चुनाव न लड़ने की बात कर रहे हैं, चुनाव घोषित होते ही मेंढकों की तरह घर से निकलेंगे: अशोक कौल
Kashmir: कश्मीर के जो नेता चुनाव न लड़ने की बात कर रहे हैं, चुनाव घोषित होते ही मेंढकों की तरह घर से निकलेंगे: अशोक कौल

श्रीनगर, जेएनएन। जम्मू-कश्मीर भारतीय जनता पार्टी के महासचिव अशोक कौल ने शनिवार को भाजपा को छोड़ मुख्यधारा के उन नेताओं पर तंज कसा जो चुनाव न लड़ने की बार-बार बात कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि चुनाव का समय आने दो, यही नेता मेंढकों की तरह अपने घरों से बाहर भी निकलेंगे और चुनाव मैदान में भी उतरेंगे।

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कौल ने यह बात श्रीनगर में भाजपा मुख्यालय में तिरंगा फहराने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए कही। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लाल किले से दिए गए भाषण में जम्मू-कश्मीर में चुनाव कराने की घोषणा का स्वागत करते हुए कहा कि हम भी जम्मू-कश्मीर में चुनाव कराना चाहते हैं। हम भी चाहते हैं कि हमारे मंत्री हों, मुख्यमंत्री हो। परिसीमन की कवायद पहले से ही जारी है। जब यह खत्म हो जाएगी तब विधानसभा चुनाव होंगे। कौल ने कहा कि मुख्यधारा के कुछ नेता आम जनता को भड़काने का काम कर रहे हैं। अनुच्छेद 370 समाप्त होने के बाद जम्मू-कश्मीर को केंद्र शासित प्रदेश बनाकर केंद्र सरकार ने उनकी राजनीतिक दुकानें बंद कर ली हैं। यही वजह है कि वे चुनाव न लड़ने की बात कर रहे हैं। उन्होंने पहले भी ऐसा दावा किया था जब पंचायत चुनाव हुए थे। वे पंचायत चुनाव नहीं लड़े, लेकिन संसदीय चुनाव में सभी चुनाव मैदान में उतरे। मैं शर्त लगाता हूं कि जब विधानसभा चुनाव का बिगुल फूंका जाएगा, तो ये सभी मुख्यधारा के नेता मेंढकों की तरह अपने घरों से निकलेंगे और प्रचार-प्रसार में जुट जाएंगे। कौल ने कहा कि जहां तक जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव होने की बात है तो इसमें कोई " इफ और बट्स नहीं हैं।"

वहीं जम्मू-कश्मीर को फिर से राज्य का दर्जा देने की बात पर कौल ने कहा कि केंद्र सरकार इसके लिए प्रतिबद्ध है। परंतु इसके लिए घाटी में बंदूकों, आतंकवादी हमलों का बंद होना जरूरी है। उन्होंने नौगाम हमले का जिक्र करते हुए कहा कि इस आतंकवादी हमले में दो पुलिसकर्मी शहीद हो गए। उनका क्या दोष था? मारे गए पुलिसकर्मियों में से एक की आज सगाई होने वाली थी। जब जम्मू-कश्मीर के लोग बिना डर कहीं भी आ जा सकेंगे, राज्यवाद वापस आ जाएगा।

भाजपा कार्यकर्ताओं की सुरक्षा पर कौल ने कहा कि सरकार और पुलिस ने इस संबंध में कुछ कदम उठाए हैं। आने वाले दिनों में और भी कुछ किया जाएगा। भाजपा महासचिव अशोक कौल ने कहा कि जिस दिन जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों की आखिरी बंदूक शांत हो जाएगी, सभी लोग बिना डर आ-जा सकेंगे, उसी दिन प्रदेश में 4जी इंटरनेट सेवा भी बहाल कर दी जाएगी और राज्य का दर्जा भी वापस मिल जाएगा।


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