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श्रीनगर : ड्यूटी से लंबे समय से गायब 2 और अध्यापक सेवामुक्त, सेवामुक्त हुए अध्यापकों की संख्या 30 हुई

स्कूल शिक्षा निदेशालय कश्मीर के मुताबिक सेवा मुक्त की गई दो और शिक्षिकाओं के नाम दिनाज राथर व महनाज रशीद हैं। दिनाज राथर श्रीनगर के बटमालू स्थित गल्र्ज हाई स्कूल में तैनात थी। वह पहली मार्च 2011 को बिना अनुमति अवकाश पर चली गई और तभी से अनुपस्थित है।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Fri, 28 Jan 2022 08:47 AM (IST)Updated: Fri, 28 Jan 2022 08:47 AM (IST)
श्रीनगर : ड्यूटी से लंबे समय से गायब 2 और अध्यापक सेवामुक्त, सेवामुक्त हुए अध्यापकों की संख्या 30 हुई
पढ़ाने की कोई इच्छा नहीं है और इसलिए सेवा नियमों के मुताबिक दोनों की सेवाएं समाप्त की जाती हैं।

श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। स्कूल शिक्षा विभाग ने ड्यूटी से बिना अनुमति लंबे समय से गायब दो और अध्यापिकाओं को सेवामुक्त कर दिया है। इसके साथ ही विभाग द्वारा लंबे समय से स्कूलों से गैर हाजिरी के कारण सेवामुक्त हुए अध्यापकों की संख्या 30 हो गई है।

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प्रदेश स्कूल शिक्षा विभाग में कई अध्यापक बीते लंबे समय से बिना अनुमति अवकाश पर हैं। इनमें से कुछ विदेश भी गए हैं। स्कूल शिक्षा विभाग ने बीते दाे माह से ऐसे सभी अध्यापकों की छंटनी और मामलों की समीक्ष कर, उन्हें सेवामुक्त करने की प्रक्रिया चला रखी है।

स्कूल शिक्षा निदेशालय कश्मीर से मिली जानकारी के मुताबिक, सेवा मुक्त की गई दो और शिक्षिकाओं के नाम दिनाज राथर व महनाज रशीद हैं। दिनाज राथर श्रीनगर के बटमालू स्थित गल्र्ज हाई स्कूल में तैनात थी। वह पहली मार्च 2011 को बिना अनुमति अवकाश पर चली गई और तभी से अनुपस्थित है। उसे नियमों के आधार पर कई बार ड्यूटी पर हाजिर होने के लिए सूचित किया गया। अखबार में भी नोटिस जारी किया गया।

इसी तरह जिला बारामुला के अशपीर स्थित प्राथमिक पाठशाला मे तैनात अध्यापिका महनाज रशीद चार दिसंबर 2017 को तीन माह के अवकाश पर गई थी। उसने पांच मार्च 2018 को डयूटी के लिए रिपोर्ट करना था, लेकिन वह आज तक हाजिर नहीं हुई है। उसे भी नियमों के आधार पर डयूटी पर हाजिर होने के लिए कहा गया। उसके लिए भी अखबार में नोटिस जारी किया गया।

दिनाज राथर और महनाज रशीद ने एक भी नोटिस का जवाब नहीं दिया और न डयूटी पर लौटने के संदर्भ में शिक्षा निदेशालय को काेई सूचना भेजी। इसके आधार पर संबधित समिति ने इन दोनों अध्यापिकाओं के मामलों की जम्मू कश्मीर सेवा नियमों की रोशनी में समीक्षा की। समिति ने तय किया कि यह दोनों सरकारी सेवा की इच्छुक नहीं है।इनकी पढ़ाने की कोई इच्छा नहीं है और इसलिए सेवा नियमों के मुताबिक दोनों की सेवाएं समाप्त की जाती हैं।


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