Jammu Kashmir: गेट पर पर्ची चसपा कर कोरोना संक्रमित राम भरोसे छोड़ रहा प्रशासन
डाक्टरों प्रशासन की जिम्मेवारी बनती है कि जब कोई मरीज कोरोना संक्रमित आ जाता है तो उसके परिवारजनों के भी टेस्ट किए जाएं। जो संक्रमित आता है उसके घर पर स्लिप लगा दी जाती है कि यह काेरोना संक्रमित है उसके घर किसी ने नहीं आना है।
जम्मू, जागरण संवाददाता : शहर में कोरोना बहुत तेजी से फैल रहा है। कोरोना से निपटने का कोई भी बंदोबस्त नहीं दिख रहा है। जिस घर का कोई सदस्य कोरोना संक्रमित आ जाता है, उस परिवार की कोई सुध नहीं ले रहा। सिर्फ गेट पर कोरोना की पर्ची लगाने से काम नहीं चलेगा। उस परिवार के सभी सदस्यों के टेस्ट, उनके खाने-पीने की व्यवस्था की भी जरूरत रहती है। प्रशासन ऐसा कुछ नहीं कर रहा है। अस्पतालों में जनता परेशान है।
यह शब्द भाजपा के वार्ड नंबर 43 से कॉरपोरेटर सुरजीत सिंह चौधरी उर्फ पप्पू ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहे। उन्होंने कहा कि शहर में जीएमसी, गांधीनगर, शालामार समेत जितने भी अस्पताल हैं, की बुरी हालत है। वहां किसी को अंदर तक नहीं आने दिया जाता। डाक्टरों, प्रशासन की जिम्मेवारी बनती है कि जब कोई मरीज कोरोना संक्रमित आ जाता है तो उसके परिवारजनों के भी टेस्ट किए जाएं। जो संक्रमित आता है, उसके घर पर स्लिप लगा दी जाती है कि यह काेरोना संक्रमित है, उसके घर किसी ने नहीं आना है।
यह कहने से घर के अंदर रहने वाले लोगों को इलाज नहीं होगा। अगर वो संक्रमित नहीं हैं, तब भी घर में इलाज नहीं मिलने से संक्रमित हो जाएंगे। न उनके खाने की सुविधा है, न उन्हें किसी प्रकार की सुविधा दी जा रही है। उन्होंने पूछा कि यह किस तरह से स्वास्थ्य विभाग, प्रशासन चल रहा है। उन्होंने सभी डाक्टरों से अपील की कि वे सभी का समान इलाज करें। चाहे कोई अमीर हो या फिर गरीब। मजदूर की जिंदगी की कीमत भी उतनी ही है, जितनी किसी राजनेता की है।
उन्होंने पार्टी के सभी लोगों, बड़े नेता रवींद्र रैणा, जितेंद्र सिंह समेत सभी से विनती कि वह जम्मू के अस्पतालों का निरीक्षण करें। जम्मू के अस्पतालों की बुरी हालत है। जम्मू के लोग बेहाल हाे रहे हैं। सौ लोगों का टेस्ट करें तो दस-पंद्रह संक्रमित आ रहा है। तेजी से बीमारी बढ़ रही है, वैसे बंदोबस्त किए जाएं।