Jammu: नहरों की सफाई तुरंत कराने पर जोर दे रहे किसान, गेहूं की फसल सूखने लगी है
Jammu Canals बिना देरी किए नहरों की साफ सफाई का काम युद्ध् स्तर पर आरंभ किया जाए ताकि अगले 10 दिनों में नहर में पानी छोड़ा जा सके। उन्होंने कहा कि हर बार किसान मार्च माह में नहरों में पानी छोड़ने के लिए गुजारिश करता है।
जम्मू, जागरण संवाददाता: नहरों की सफाई समय पर आरंभ नही होने को लेकर किसानों में रोष है। अब यह किसान सिंचाई विभाग के खिलाफ कोई आंदोलन छेड़ने का मन बना रहे हैं। किसानों का कहना है कि मार्च माह आ गया लेकिन नहरों की सफाई का काम अभी तक आरंभ नही हो पाया है।
आखिर कब सफाई होगी और कब नहरों का पानी किसानों को मिलेगा। जम्मू की सबसे बड़ी रणबीर नहर जोकि 1905 में बनी, 16460 हैक्टेयर भूमि को सिंचाई देती है। जबकि तवी नहर जोकि 1977 में बनी तवी नहर भी खेती के बड़े हिस्से को अपना पानी देती है। सफाई के लिए इन नहरों को सर्दियों में बंद कर दिया जाता है। लेकिन हर बार देरी से सफाई का काम होता है और किसानों को समय पर पानी नही मिलता।
भाजपा के किसान मोर्चा जम्मू कश्मीर के मुख्य प्रवक्ता कुलभूषण शर्मा का कहना है कि लोहड़ी पर नहर का पानी बंद करना व बैसाखी के त्योहार पर पानी छोड़ने की रिवायत अब पुरानी हो गई है। अब नए तरीके से सोचा जाना चाहिए। इन दिनों बारिश नही हो रही और गेहूं की फसल सूख रही है।
ऐसे में बैसाखी के त्योहार पर नही अभी किसानों को नहरी पानी की जरूरत है। इसलिए प्रशासन से हमारी गुजारिश है कि बिना देरी किए नहरों की साफ सफाई का काम युद्ध् स्तर पर आरंभ किया जाए ताकि अगले 10 दिनों में नहर में पानी छोड़ा जा सके। उन्होंने कहा कि हर बार किसान मार्च माह में नहरों में पानी छोड़ने के लिए गुजारिश करता है।
मगर सिंचाई विभाग वही महाराजा काल से चली रही रिवायत को निभाने में लगा है। किसानों को बैसाखी के त्योहार पर नहीं अभी पानी की जरूरत है।
वही समय पर बारिश नहीं होने के कारण कंडी व नहरी क्षेत्रों में गेहूं की फसल सूखने लगी है।