Move to Jagran APP

ठेकेदारों ने दूसरे दिन भी सिंचाई विभाग के मुख्य द्वार पर दिया धरना

ठेकेदारों ने कहा कि वे चार सालों से विभाग से अपना बकाया भुगतान जारी करने की मांग कर रहे हैं।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Fri, 11 Jan 2019 06:49 PM (IST)Updated: Fri, 11 Jan 2019 06:49 PM (IST)
ठेकेदारों ने दूसरे दिन भी सिंचाई विभाग के मुख्य द्वार पर दिया धरना
ठेकेदारों ने दूसरे दिन भी सिंचाई विभाग के मुख्य द्वार पर दिया धरना

जम्मू, जेएनएन। सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग के ठेकेदारों ने दूसरे दिन भी मुख्य द्वार के बाहर धरना देकर अपनी मांगों के समर्थन में प्रदर्शन किया। मुख्य गेट को बंद कर सरकार व प्रबंधन के खिलाफ नारे लगा रहे ठेकेदारों ने चेतावनी दी कि अगर उन्हें चार सालों का भुगतान नहीं किया गया तो कोई भी ठेकेदार नए कामों के लिए टेंडर नहीं डालेगा। वहीं विभाग के सुपरिंटेंडिंग इंजीनियर ने हड़ताली ठेकेदारों को यह विश्वास दिलाया है कि वह इस संबंध में चीफ इंजीनियर से बात करेंगे और प्रयास रहेगा कि जल्द से जल्द उनका भुगतान किया जाए।

loksabha election banner

ठेकेदारों ने कहा कि वे चार सालों से विभाग से अपना बकाया भुगतान जारी करने की मांग कर रहे हैं। हर बार उन्हें यह विश्वास दिलाया जाता है कि इस काम के पूरा होने पर उन्हें नए व पुराने प्रोजेक्ट का एकसाथ भुगतान कर दिया जाएगा परंतु ऐसा नहीं होता। इन चार सालों में ठेकेदारों ने रणबीर नहर में पक्के कामों और सिल्ट निकालने का जो भी काम किया है, उसकी राशि अपने जेबों से लगाई है। यह भुगतान 18 लाख के करीब पहुंच गया है। जब तक सरकार ठेकेदारों को पुराना भुगतान नहीं करेगी, वे नया काम कैसे ले सकते हैं। इरीगेशन कांट्रेक्टर एसोसिएशन के समर्थन में शुक्रवार को रजिस्टर कांट्रैक्र्स एसोसिएशन जम्मू प्रॉविंस के सदस्य भी धरने में शामिल हुए।

एसोसिएशन के प्रधान शाम सिंह जम्वाल और महासिचव विनोद कोहली ने कहा कि ऐसा पहली बार नहीं है। हर बाद ठेकेदारों को अपने भुगतान के लिए सड़कों पर उतरने को मजबूर होना पड़ता है। उन्होंने प्रशासन से अपील की कि वह एेसी व्यवस्था करे कि ठेकेदारों द्वारा प्रोजेक्ट के पूरा होने पर उसकी जांच के बाद ही पूरी राशि जारी हो जाए। इससे ठेकेदारों की दिक्कतें कम होंगी और विभाग को भी समय पर बेहतर काम मिलेगा। ठेकेदारों ने घोषणा की कि जब तक उनका भुगतान नहीं होगा उनका धरना-प्रदर्शन का सिलसिला जारी रहेगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.