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Jammu Farmers: बारिश नहीं होने का असर, अबकी सरसों की पैदावार में रही गिरावट

आरएस पुरा के किसान संजय का कहना है कि जनवरी -फरवरी माह में क्षेत्र में सरसों के खेतों पर फूलों की बहार रहती है। लेकिन इस बार कम फूल दिखे। इसी से ही अंदाजा लग गया था कि अबकी सरसों की पैदावार कम रहेगी।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Sat, 01 May 2021 11:39 AM (IST)Updated: Sat, 01 May 2021 11:39 AM (IST)
Jammu Farmers: बारिश नहीं होने का असर, अबकी सरसों की पैदावार में रही गिरावट
मौसम की मार लगातार किसानों की मुश्किलें बढ़ा रही है।

जम्मू, जागरण संवाददाता: इस सीजन समय पर बारिश नहीं होने का असर अब दिखने लगा है। कंडी क्षेत्र में सरसों की पैदावार में 40 फीसद की गिरावट है। हालांकि किसानों ने फसल समेट ली है मगर दाने इतने नही बने जितने की पिछले साल थे।

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तकरीबन आधी फसल ही मिल सकी है। नहरी इलाकों में भी कुछ ऐसा ही हाल है। कंडी क्षेत्र बीरपुर के किसान गौतम जम्वाल का कहना है कि पिछले साल आठ कनाल भूमि से उन्होंने साढ़े तीन क्विंटल सरसों प्राप्त की थी। लेकिन इस बार इतनी ही भूमि से डेढ़ क्विंटल दाने ही मिल पाए।

दरअसल जनवरी-फरवरी माह में अच्छी बारिश नही मिलने से सरसों की फसल प्रभावित हुई। पौधे की ज्यादा शाखाएं निकल नही पाई। वहीं तेला कीट के हमले का भी असर रहा। यही कारण है कि सरसों की फसल अबकी कम हैं और किसानों की मेहनत भी वापिस नही मुड़ पा रही। आरएस पुरा के किसान संजय का कहना है कि जनवरी -फरवरी माह में क्षेत्र में सरसों के खेतों पर फूलों की बहार रहती है। लेकिन इस बार कम फूल दिखे। इसी से ही अंदाजा लग गया था कि अबकी सरसों की पैदावार कम रहेगी।

किसानों का कहना है कि बाद में मार्च- अप्रैल में बारिशें मिली। हालांकि इन बारिशों का फसल पर लाभ रहा लेकिन जो बारिश फरवरी में चाहिए थी, वह नही मिल पाई। इसका असर दाने पर रहा। ऐसे ही कंडी क्षेत्र में दालों की पैदावार भी अपेक्षाकृत कम हुई है। कंडी क्षेत्र के किसानों का कहना है कि एक तो खेती खर्च बढ़ने से किसान पहले ही दुखी है। वहीं मौसम की मार लगातार किसानों की मुश्किलें बढ़ा रही है। 


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