Jammu Farmers : किसानों ने मांगी हर जिले में स्थायी मंडियां, इस मुद्दे को लेकर किसान संगठनों ने कई बैठकें भी की
Jammu Farmers सरकार किसानों के लिए बड़ी बड़ी बातें तो करती है लेकिन आज किसानों को माल बेचने में सबसे बड़ी दिक्कत है। अस्थायी मंडियां हर साल खुलती है लेकिन बारिश आ जाए तो किसान अपना अनाज कहां सुरक्षित रखेगा।
जम्मू, जागरण संवाददाता : मक्की, गेहूं, धान की बिक्री के लिए किसान जिला स्तर पर स्थायी अनाज मंडियाें के निर्माण की मांग कर रहे हैं। इस मुद्दे को लेकर किसान संगठनों की कई बैठकें भी हो चुकी हैं।
किसानों का कहना है कि जम्मू संभाग में गेहूं व मक्की की फसल बड़े पैमाने पर होती है। लेकिन हर बार कृषि उत्पादन बेचने के लिए किसानों को दर बदर ही होना पड़ता है। हालांकि प्रशासन दर्जन भर अस्थायी मंडियाें का निर्माण हर साल करती है। लेकिन वहां पर माल रखने की पर्याप्त जगह नही होती। वहीं तमाम सुविधाओं का टोटा रहता है। इससे किसानों की परेशानी बढ़ जाती है। यही कारण है कि किसान स्थायी मंडियों का निर्माण कराने के लिए अपनी आवाज बुलंद कर रहे हैं।
किसान गौतम सिंह का कहना है कि हर जिले में एक स्थायी मंडी सरकार की ओर से होनी चाहिए। सरकार किसानों के लिए बड़ी बड़ी बातें तो करती है लेकिन आज किसानों को माल बेचने में सबसे बड़ी दिक्कत है। अस्थायी मंडियां हर साल खुलती है लेकिन बारिश आ जाए तो किसान अपना अनाज कहां सुरक्षित रखेगा। इस डर से किसान खराब मौसम के दिनों में इन अस्थायी मंडियों में जाता ही नही।
किसान विजय कुमार का कहना है कि जैसे पंजाब व हरियाणा में मंडियां हैं, ऐसे ही जम्मू में संभाग में मंडियां स्थापित होनी चाहिए। टेंट लगाकर अस्थायी मंडी कायम करना समस्या का समाधान नही है। अब धान की फसल परवान चढ़ रही है और डेढ़ माह में फसल तैयार हो जाएगी। इसलिए कम से कम धान वाले क्षेत्रों में तो स्थायी मंडी बनाने का काम तुरंत शुरू होना चाहिए।
किसानों ने कहा कि मंडियों के मामले को लेकर किसान अब किसान सलाहकार बोर्ड की बैठक में भी यह मामला उठाने पर विचार कर रहे हैं। किसानों को हर जिले में स्थायी मंडी चाहिए।