किसानों ने की मांग: समय पर खोले जाएं सरकारी गेहूं खरीद केंद्र, लेट लतीफी से होता है नुकसान
किसानों को व्यापारियों के समक्ष पहुंच कर सस्ते में गेहूं बेचने के लिए मजबूर होना पड़ता है। हालांकि दर्जन भर केंद्र जम्मू सांबा व कठुआ में हर बार खोल दिए जाते हैं लेकिन समय पर खरीद केंद्र खोलने की अब किसान मांग उठाने लगे हैं।
जम्मू, जागरण संवाददाता: बारिश से गेहूं की फसल को बल मिलने से इस बार किसानों को अच्छी पैदावार मिलने की उम्मीदें बनी हैं। जम्मू में अब अगले दो सप्ताह में फसल पकने की ओर बढ़ जाएगी। ऐसे में किसानों की मांग यह है कि कृषि विभाग समय पर गेहूं खरीद केंद्र खोलकर किसानों की राह आसान बनाए।
इस बार केंद्र सरकार ने प्रति क्विंटल गेहूं का समर्थन मूल्य 1975 रुपये जारी किया है। लेकिन इसका तभी फायदा होगा जब समय पर कृषि विभाग-एफसीआई के गेहूं खरीद केंद्र खुलें। हर बार देरी से गेहूं खरीद केंद्र खुलने से किसानों को नुकसान होता है। किसानों को व्यापारियों के समक्ष पहुंच कर सस्ते में गेहूं बेचने के लिए मजबूर होना पड़ता है। हालांकि दर्जन भर केंद्र जम्मू, सांबा व कठुआ में हर बार खोल दिए जाते हैं लेकिन समय पर खरीद केंद्र खोलने की अब किसान मांग उठाने लगे हैं। किसानों ने कहा कि देरी से खुलने वाले केंद्र हमें मंजूर नही। जम्मू संभाग में 2.75 लाख हैक्टेयर में गेहूं की खेती होती है। जम्मू मैदानी क्षेत्रों में अप्रैल के आखिर में फसल पक जाती है।
कृषि विभाग के निदेशक केके शर्मा का कहना है कि किसानों के हित में काम किया जाएगा। किसानों को फायदा मिले, इस नीति को सामने रखकर काम किया जाएगा।
क्या कहते हैं किसान:
- सीधी सी कहानी है कि समय पर गेहूं खरीद केंद्र खुल जाएं तो किसान को न्यूनतम समर्थन मूल्य का लाभ मिल जाएगा। हालांकि एक दो साल से कुछ प्रगति जरूर हुई है। लेकिन अभी बहुत काम किया जाना बाकी है। अगर समय पर केंद्र नही खुलेंगे तो किसानों को सस्ते में व्यापारियों को माल बेचना पड़ेगा। विभाग किसानों की परेशानी को समझे। - किसान नेता सुभाष दस्गोत्रा
- सरकारी गेहूं खरीद केंद्र से ही व्यापारियों को प्रतिस्पर्धा मिलती है। हमने देखा कि कई बार व्यापारियों को भी गेहूं के दाम घटाने के लिए मजबूर होना पड़ा। लेकिन यह तभी हुआ जब गेहूं के सरकारी केंद्र समय पर खुले थे। लेकिन पिछले कुछ साल से समय पर खरीद केंद्र नही खुल पा रहे। - देवेंद्र सिंह किसान , खौड़
- समय पर तो गेहूं खरीद केंद्र खुलने ही चाहिए क्योंकि फसल निकलते ही किसानों को नकदी की जरूरत रहती है। जब सरकारी केंद्र नही खुले होते तो किसानों को व्यापारियों की ओर मुंह करना पड़ता है। ऐसे में कम दाम भी किसानों को मंजूर करने पड़ते हैं। इसलिए हर हाल में अप्रैल के आखिर तक सभी सरकारी गेहूं खरीद केंद्र खोल दिए जाने चाहिए। -दर्शन कुमार किसान बाबा तालाब, मढ़
- कृषि विभाग-एफसीआई के गेहूं खरीद केंद्र का मकसद ही किसानों को अच्छे दाम दिलाना है। इसलिए अभी से केंद्र खोलने की प्रक्रिया आरंभ कर दी जानी चाहिए। यह इसलिए ताकि फसल निकलते ही किसानों को मंडी उपलब्ध हो सके। वहीं मंडी में किसानों को कोई परेशानी न आए, इस दिशा में काम करने की जरूरत है। - राधा कृष्ण किसान, मढ़