Jammu Farmers: गेहूं पर बोनस दिलाने की मांग पर किसान कर रहे आपसी चर्चा
धान की रोपाई के लिए किसानों को महंगी कृषि मजदूरी झेलनी पड़ी। यह क्रम जारी है और किसान घाटे के दौर से गुजर रहा है। इससे उभरने के लिए किसानों को ऐसे ही बोनस दिया जाना चाहिए जैसे कि पंजाब व दूसरे राज्यों में किसानों को दिया जाता है।
जम्मू, जागरण संवाददाता: गेहूं के लिए केंद्र सरकार द्वारा दिए जा रहे समर्थन मूल्य का किसानों ने स्वागत किया है, वहीं दूसरी ओर गुजारिश की है की कि जम्मू कश्मीर प्रशासन अपनी ओर से बोनस भी जोड़े, ताकि नुकसान का दंश झेलते आ रहे किसानों राहत मिल सके।
सौहाजना के किसान नेता निहाल सिंह ने क्षेत्र के विभिन्न गांवों का दौरा किया और किसानों से बात की। वहीं उन्होंने सरकार द्वारा खोली गई मंडियों पर किसानों को मिलने वाली सुविधाओं का भी जायजा लिया। उन्होंने कहा कि इस समय जम्मू का किसान घाटे के दौर से गुजर रहा है। पिछले साल से चल रहे कोरोना का असर खेती पर पड़ा है। खेती का खर्च काफी बढ़ गया है।
पिछले सीजन में धान की रोपाई के लिए किसानों को महंगी कृषि मजदूरी झेलनी पड़ी। यह क्रम जारी है और किसान घाटे के दौर से गुजर रहा है। इससे उभरने के लिए किसानों को ऐसे ही बोनस दिया जाना चाहिए जैसे कि पंजाब व दूसरे राज्यों में किसानों को दिया जाता है। किसान विजय चौधरी ने कहा कि कंडी क्षेत्र में इस बार गेहूं की फसल बहुत अच्छी नही है।
समय पर बारिश नही होने से कई जगह तो दाना पतला पड़ गया है। हालांकि समर्थन मूल्य से इन किसानों को कुछ हद तक राहत रहेगी लेकिन बोनस मिल जाए तो किसानों का उत्साह बढ़ जाएगा। प्रति क्विंटल गेहूं पर सरकार को सौ रुपये तक बोनस के तौर पर देने चाहिए।
अपनी मांग को सशक्त तौर पर उठाने के लिए किसान संगठन अब आन लाइन भी चर्चा कर रहे हैं और जल्दी ही यह मांग किसान सलाहकार बोड्र जम्मू कश्मीर के समक्ष भी रखी जाएंगी।