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केंद्र शासित प्रदेश बनने से मिट गई जम्मू कश्मीर की पहचान : उमर

लंबे अर्से बाद नेशनल कांफ्रेंस के प्रधान डा. फारूक अब्दुल्ला और पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने बुधवार को पार्टी के नेताओं व कार्यकर्ताओं में नई ऊर्जा भरने का प्रयास किया। उन्होंने पार्टी नेताओं को लोगों बीच जाकर अनुच्छेद 370 के हटने और जम्मू-कश्मीर के केंद्र शासित प्रदेश बनने से हुए नुकसान के दर्द को उकेरने का मंत्र देकर विधानसभा की तैयारियों में जुट जाने को कहा।

By JagranEdited By: Published: Thu, 02 Sep 2021 07:20 AM (IST)Updated: Thu, 02 Sep 2021 07:20 AM (IST)
केंद्र शासित प्रदेश बनने से मिट गई जम्मू कश्मीर की पहचान : उमर
केंद्र शासित प्रदेश बनने से मिट गई जम्मू कश्मीर की पहचान : उमर

जागरण संवाददाता, जम्मू : लंबे अर्से बाद नेशनल कांफ्रेंस के प्रधान डा. फारूक अब्दुल्ला और पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने बुधवार को पार्टी के नेताओं व कार्यकर्ताओं में नई ऊर्जा भरने का प्रयास किया। उन्होंने पार्टी नेताओं को लोगों बीच जाकर अनुच्छेद 370 के हटने और जम्मू-कश्मीर के केंद्र शासित प्रदेश बनने से हुए नुकसान के दर्द को उकेरने का मंत्र देकर विधानसभा की तैयारियों में जुट जाने को कहा। वहीं अमर अब्दुल्ला ने कहा कि अनुच्छेद 370 हटने के बाद जम्मू कश्मीर अपनी पहचान खो चुका है।

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शेर-ए-कश्मीर भवन जम्मू में हुई नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) के नेताओं की बैठक में जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि सभी लोग अपने क्षेत्र की परेशानियों और उपेक्षा एवं विकास की बात करने के बजाय इस पर बात करें कि अनुच्छेद 370 के हटने के बाद जम्मू के लोगों की क्या प्रतिक्रिया है। क्या जम्मू के लोग इससे संतुष्ट हैं। उमर अब्दुल्ला ने पार्टी नेताओं के विचार सुनने के बाद कहा कि यह साफ हो गया है कि जम्मू के लोग जम्मू-कश्मीर के केंद्र शासित प्रदेश बन जाने के बाद अपने आप को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं। उन्हें जो सपने दिखाए गए थे। सब कुछ उसके विपरीत हुआ है। आज भाजपा के कारपोरेटर तक तानाशाही पर उतारू हैं। स्मार्ट सिटी के नाम पर लोगों के पैसे का दुरुपयोग हो रहा है। मूलभूत सुविधाओं के नाम पर व्यवसाय हो रहा है। बिजली पानी के किराए तक इतने बढ़ गए हैं कि आम आदमी को समझ नहीं आ रहा कि वह करें तो क्या करें।

अधिकतर व्यवसायों पर दूसरे राज्यों का कब्जा

वहीं पार्टी नेताओं ने साफ कहा कि जम्मू कश्मीर के केंद्र शासित प्रदेश बन जाने के बाद अधिकतर व्यवसाय पर दूसरे राज्यों का कब्जा होने लगा है। माइनिग, टोल प्लाजा, शराब के ठेके आदि सब दूसरे राज्यों के नियंत्रण में चला गया है। जगह-जगह टोल वसूला जा रहा है। इतना ही नहीं ट्रैफिक चालानों के नाम पर करोड़ों की वसूली की जा रही है, जबकि विकास मात्र कागजों तक ही सीमित हैं।

पार्टी नेताओं के आक्सीजन का काम करेगी आज की बैठक : राण

संभागीय अध्यक्ष देवेंद्र सिंह राणा ने कहा कि पार्टी नेताओं को पार्टी प्रधान डा. फारूक अब्दुल्ला और उमर अब्दुल्ला का जम्मू में बेसब्री से इंतजार था। आज की बैठक पार्टी नेताओं व कार्यकर्ताओं के लिए आक्सीजन का काम करेगी। बैठक में सुरजीत सिंह सलाथिया, अजय सडोत्रा, बशीर अहमद, रतन लाल गुप्ता, अब्दुल गनी मलिक, शेख अब्दुल रहमान, डीडीसी चेयरमैन नसीम लियाकत, टीएस वजीर, मुश्ताक बुखारी, एजाज जान, मुजफ्फर खान, शमशाद शाद, महबूब इकबाल, राम पाल, विजय लोचन, अब्दुल गनी तेली, धर्मवीर सिंह जम्वाल मौजूद रहे।

बैठकों का सिलसिला जारी रहेगा

डा. फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि बेरोजगारी जिस कदर बढ़ी है। इससे वह भली भांति वाकिफ हैं। दुख इस बात का है कि पढ़े लिखे युवा बेरोजगार हैं और सेवानिवृत्त लोगों को एक्सटेंशन दी जा रही है। उन्होंने कहा कि अब बैठकों का सिलसिला जारी रहेगा। इसके बाद जिला, तहसील, ब्लाक स्तर पर बैठकें होंगी। उन्होंने पार्टी के सभी नेताओं से भी कहा कि वह लोगों के बीच जाकर उन्हें बताएं कि कैसे उन्हें केंद्र शासित प्रदेश बनने का नुकसान हो रहा है।


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