जम्मू-कश्मीर पुलिस जल्द होगी बाडीकैम से लैस, जानिए इसकी खूबियां जिससे होंगे पाक परस्त आतंकवादी भी अब परेशान
इस समय महाराष्ट्र दिल्ली और केरल समेत कुछेक राज्यों में सिर्फ ट्रैफिक पुलिसकर्मी ही इनका इस्तेमाल कर रहे हैं। जम्मू कश्मीर पुलिस की पहली पुलिस होगी जिसके आप्रेशनल गतिविधियों और कानून व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने में तैनात पुलिसकर्मी बाडीकैम से लैस होंगे।
जम्मू, नवीन नवाज। पाकिस्तान को उसके ही द्वारा चलाए जा रहे छद्म युद्ध में परास्त में करने में जुटी जम्मू कश्मीर के जवान जल्द ही अत्याधुनिक एसाल्ट राइफलों के अलावा बाडीकैम से लैस नजर आएंगे। बाडीकैम उनकी वर्दी का एक अहम हिस्सा बनने जा रहे हैं। यह कैमरे से हर मौसम में, दिन हो या रात , फोटो खींचने, वीडियो और आवाज की रिकार्डिंग में पूरी तरह समर्थ हैं।
कानून व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने और थानों में तैनात कर्मियों के अलावा ट्रैफिक पुलिसकर्मियों को भी इनसे लैस किया जाएगा। राज्य पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि जम्मू कश्मीर पुलिस के आधुनिकीकरण की प्रक्रिया बीते कुछ वर्षों से लगातार जारी है। जम्मू कश्मीर पुलिस की चुनौतियां अन्य राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों की पुलिस से पूरी तरह अलग है। यह देश की पहली पुलिस है जो पुलिस की सामान्य ड्यूटी से लेकर पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान द्वारा चलाए जा रहे छद्म युद्ध का भी मुकाबला कर रही है।
जम्मू कश्मीर पुलिस के जवान कईं बार सीमावर्ती इलाकों में भी सेना और बीएसएफ के साथ राष्ट्रविरोधी तत्वों के खिलाफ अभियानों में भाग लेते हैं। उन्होंने बताया कि पुलिसकमि्रयों की कार्यक्षमता को और अधिक बेहतर व उनके कामकाज पारदर्शिता व जिम्मेदारी की भावना को बढ़ाने के लिए ही बाडीकैम के इस्तेमाल का फैसला लिया गया है।
उन्होंने बताया कि इस समय महाराष्ट्र, दिल्ली और केरल समेत कुछेक राज्यों में सिर्फ ट्रैफिक पुलिसकर्मी ही इनका इस्तेमाल कर रहे हैं। जम्मू कश्मीर पुलिस की पहली पुलिस होगी जिसके आप्रेशनल गतिविधियों और कानून व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने में तैनात पुलिसकर्मी बाडीकैम से लैस होंगे। जम्मू कश्मीर पुलिस द्वारा खरीदे जा रहे बाडीकैम अत्याधुनिक हैं। उन्होंने बताया कि 10 मेगापिक्सल वाले यह कैमरे किसी भी घटना को रिकार्ड करने में पूरी तरह समर्थ होंगे। यह शून्य से नीचे -30 डिग्री सेल्सियस और शून्य से ऊपर 60 डिग्री सेल्सियस तक के अधिकतम तापमान में पूरी तरह से काम करेंगे। यह वातावरण में 95 प्रतिशत की आर्द्रता में भी क्रियाशील रहेंगे। इसके अलावा यह जीपीएस की सुविधा से लैस होंगे। कोई भी पुलिस अधिकारी इनके द्वारा की गई रिकार्डिंग और खींची गई तस्वीर में किसी भी तरह की छेड़खानी नहीं कर सकेगा। वह इनका डेटा भी डीलीट नहीं कर पाएगा।
उन्होंने बताया कि पुलिसकर्मियों के लिए खरीदे जा रहे प्रस्तावित बाडीकैम का लेंस पूरी तरह से आटोफोकस होगा। इसके अलावा यह रात के घुप्प अंधेरे में भी करीब 15 मीटर के दायरे में होने वाली लगभग हर गतिविधि को स्पष्ट रुप से रिकार्ड कर सकेगा। यह नाईट विजन और इन्फ्रा एलईडी लाईट्स से लैस होगा। यह कैमरे जवानों व अधिकारियों के सीने या फिर सिर पर हैल्मेट में होंगे। इन्हें कंधे के अगले भाग में भी लगाया जा सकता है। संबंधित अधिकारियों ने बताया कि अक्सर आतंकियों और अलगाववादियों के समर्थक तथाकथित मानवाधिकारवादी पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठा देते हैं, कई मिथ्या आरोप लगाते हैं, कई बार आरोप लगाया जाता कि पुलिसकर्मियों ने अनावश्यक किसी पर बल प्रयोग किया है या किसी को यातना दी है। बाडीकैम इस दुष्प्रचार से निपटने और किसी भी घटना की रियलटाइम रिकार्डिंग में समर्थ रहेगा। यह अपराधियों को बचने का भी मौका नहीं देगा।