Jammu And Kashmir : अब शहीदों व महापुरुषों के नाम पर होंगी वादी की सड़कें भवनों, चौराहों व बाजार
अब शहीदों व महापुरुषों के नाम पर होंगी वादी की सड़कें भवनों चौराहों व बाजार के नाम भी बदले जाने की तैयारी क
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। कश्मीर घाटी की सड़कों व चौराहों के नाम अब आतंकवाद से जूझते हुए शहीद हुए स्थानीय अधिकारियों व कर्मचारियों व महापुरुषों के नाम पर रखने की तैयारी है। इसके अलावा राष्ट्रवाद व लोकतंत्र की आवाज बुलंद करने वाले लोगों व अन्य शहीदों के नाम पर कुछ बाजार व भवनों के नाम किए जा सकते हैं।
नाम में बदलाव की की शुरुआत शेर-ए-कश्मीर क्रिकेट स्टेडियम श्रीनगर से हो सकती है। इसका नाम देश के पहले गृहमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल के नाम पर रखे जाने की चर्चा है। फिलहाल, यह स्टेडियम नेशनल कांफ्रेंस के संस्थापक और एकीकृत जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री स्व. शेख अब्दुल्ला के नाम पर है। इसके अलावा श्रीनगर एयरपोर्ट का नाम भी बदल सकता है।
शाह ने किया था शहीदों को याद करने का आह्वान
यहां यह बताना असंगत नहीं होगा कि जुलाई में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने श्रीनगर दौरे के दौरान निर्देश दिया था कि कश्मीर में शहीद पुलिसकर्मियों को पूरा सम्मान मिलना चाहिए। शहीदों के नाम पर गली-मोहल्लों का नामकरण होना चाहिए। चौराहों व महत्वपूर्ण इमारतों को उनके नाम को समर्पित किया जाए ताकि आम लोग उनकी कुर्बानी और योगदान को समझ सकें। इससे कश्मीरियों में राष्ट्रवाद की भावना मजबूत होगी और अलगाववादी तत्व कमजोर होंगे।
पटेल की पुण्यतिथि पर हो सकती है घोषणा
आधिकारिक स्तर पर कोई भी अधिकारी वादी में नाम बदलने की योजना की पुष्टि करने को तैयार नहीं है। अलबत्ता, स्थानीय प्रशासनिक हलकों में शेर-ए-कश्मीर क्रिकेट स्टेडियम का नाम बदलने की चर्चा है। कहा जा रहा है कि 15 दिसंबर को सरदार पटेल की पुण्यतिथि पर स्टेडियम का नाम लौह पुरुष के नाम पर हो जाएगा। इस स्टेडियम में सिर्फ दो बार अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच हुए हैं। पहला मैच 13 अक्टूबर 1983 को भारत बनाम वेस्टइंडीज और दूसरा मैच 9 सितंबर 1989 को इंडिया व आस्ट्रेलिया के बीच खेला गया था।
श्रीनगर के अलावा अन्य शहरों में भी होगा बदलाव
संबधित सूत्रों ने यह भी बताया कि श्रीनगर शहर के कुछ चौराहों, सड़कों और लालचौक के आस-पास कुछ स्थानों व इमारतों के नाम देश की प्रतिष्ठित हस्तियों और स्वतंत्रता सेनानियों के नाम पर रखे जाएंगे। इसके अलावा वादी के अन्य शहरों व कस्बों में भी कई जगहों के नाम बदलते हुए उनके नाम आतंकवाद के साथ लड़ते हुए शहीद हुए पुलिस अधिकारियों, कर्मियों व कश्मीर में राष्ट्रवाद व लोकतंत्र के लिए शहीद हुए गणमान्य नागरिकों के नाम पर आधारित होंगे। इनमें लेफ्टिनेंट उमर फैयाज और डीएसपी अयूब पंडित भी शामिल हैं।