Jammu: फाॅल आर्मी वार्म कीट के मामलों को लेकर सतर्क हुआ कृषि विभाग, रखी जा रही नजर
अगर प्लांट क्लीनिक की इतनी बड़ी टीम फील्ड में न होती तो अभी तक बहुत नुकसान हो चुका होता। फॉल आर्मी वार्म कीट की जम्मू कश्मीर में 2019-20 में पहली बार उपस्थिति नजर आई थी। जम्मू जिले के मढ़ व कठुआ जिले में इस विदेशी कीट को पाया गया था।
जम्मू, जागरण संवाददाता: जम्मू क्षेत्र में फॉल आर्मी वार्म कीट में बढ़ते मामलों को लेकर कृषि विभाग सतर्क हो गया है। सभी 40 प्लांट क्लीनिक में तैनात पौध डाक्टरों से कहा गया है कि वे आसपास के क्षेत्र पर पूरी नजर रखें और जहां कहीं इस कीट की उपस्थिति दिखे, सूचित किया जाए ताकि तुरंत दवाओं का छिड़काव कराया जा सके। इन दिनों इनके अंडे पनपते हैं और क्षेत्र की साफ सफाई कर अंडे नष्ट करना ही बेहतर है।
जम्मू संभाग के सात जिलों में इस कीट के दिखने की पुष्टि हो चुकी है। प्लांट हेल्थ क्लीनिक जम्मू के इंचार्ज अरुण खजूरिया का कहना है कि डरने की बात नही है। क्योंकि हमारे पौध डाक्टर पूरी गंभीरता से काम कर रहे हैं। जहां कहीं से इस कीट के होने की रिपोर्ट आ रही है, वहां मौके पर ही दवाओं का छिड़काव किया जा रहा है। इससे पूरी स्थिति नियंत्रण में है।
उन्होंने कहा कि अगर प्लांट क्लीनिक की इतनी बड़ी टीम फील्ड में न होती तो अभी तक बहुत नुकसान हो चुका होता। फॉल आर्मी वार्म कीट की जम्मू कश्मीर में 2019-20 में पहली बार उपस्थिति नजर आई थी।
जम्मू जिले के मढ़ व कठुआ जिले में इस विदेशी कीट को पाया गया था। उसके बाद ऊधमपुर, राजौरी, पुंछ, सांबा, रियासी,डोडा में भी यह कीट दिखाई पड़ा। देश में पहली बार 2018 में फाल आर्मी वार्म की उपस्थिति कर्नाटक में रिकार्ड की गई थी।
फाल आर्मी वार्म कीट मुख्यतया मक्की की फसल को नाश करता है। इन दिनों इनके अंडे पनप रहे होते हैं और यहीं से इन कीटों की फौज तैयार होती है। प्लांट हेल्थ क्लीनिक जम्मू के इंचार्ज अरुण खजूरिया का कहना है कि एक रात में यह कीट 100 किलोमीटर दूरी उड़कर तय कर सकता है।