Coronavirus Vaccine in Jammu Kashmir: टीकाकरण ने अभी नहीं पकड़ी रफ्तार, 30 फीसद ने ही लगवाई वैक्सीन
Coronavirus vaccine in Jammu Kashmir कोरोना वैक्सीन का टीका लगवाने के लिए स्वास्थ्य कर्मी अभी खुलकर आगे नहीं आ रहे हैं। सोमवार को टीकाकरण अभियान के दूसरे दिन 1149 स्वास्थ्य कर्मियों ने ही टीके लगवाए जबकि लक्ष्य चार हजार का था। इसके पीछे कई स्वास्थ्य कर्मियों में झिझक भी है।
जम्मू, राज्य ब्यूरो: कोरोना वैक्सीन का टीका लगवाने के लिए स्वास्थ्य कर्मी अभी खुलकर आगे नहीं आ रहे हैं। सोमवार को टीकाकरण अभियान के दूसरे दिन 1149 स्वास्थ्य कर्मियों ने ही टीके लगवाए जबकि लक्ष्य चार हजार का था। इसके पीछे कई स्वास्थ्य कर्मियों में झिझक भी है।
वहीं, कोविन एप भी पूरी तरह काम नहीं कर पा रहा है। टीकाकरण अभियान के पहले दिन जम्मू-कश्मीर में 1954 स्वास्थ्य कर्मियों ने टीकाकरण करवाया था। उम्मीद थी कि सोमवार को पहले की अपेक्षा अधिक स्वास्थ्य कर्मी वैक्सीन के लिए आगे आएंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। सोमवार को मात्र 1149 स्वास्थ्य कर्मियों ने ही टीके लगवाए। जम्मू के राजकीय मेडिकल कालेज में सिर्फ 18 स्वास्थ्य कर्मियों ने टीके लगवाए। श्री महाराजा गुलाब ¨सह अस्पताल में 40, आरएसपुरा में 30 और उप जिला अस्पताल बिश्नाह में भी 30 स्वास्थ्य कर्मियों ने ही टीके लगावाए।
जम्मू के मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी डा. जेपी सिंह ने कहा कि जम्मू जिले में सोमवार को चार सौ स्वास्थ्य कर्मियों को टीके लगाने का लक्ष्य रखा गया था, लेकिन 118 को ही टीके लगा पाए। कुछ तकनीकी कारण भी आए हैं, जिनके बारे में स्वास्थ्य विभाग के उच्चाधिकारियों को जानकारी दे दी गई है। स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि कोविन एप भी सही तरीके से नहीं चल पा रहा है। इसमें पंजीकृत स्वास्थ्य कर्मियों को सही समय पर संदेश नहीं मिल पा रहे हैं। इस कारण वे टीकाकरण के लिए नहीं आ पा रहे हैं। इसका कारण 2जी नेटवर्क भी हो सकता है। हालांकि, इस बारे में उन्होंने कुछ भी स्पष्ट कहने से मना कर दिया।
उनका कहना है कि कुछ कर्मचारी स्वयं भी आगे नहीं आ रहे हैं। परिवार कल्याण विभाग के महानिदेशक डा. सलीम-उर-रहमान ने कहा कि सोमवार को कम स्वास्थ्य कर्मी ही टीके लगवाने के लिए आगे आए, लेकिन इसमें चिंता की कोई बात नहीं है। धीरे-धीरे जब सभी में जागरूकता आएगी तो सभी टीके लगवाने के लिए आगे आएंगे। उन्होंने कहा कि हर अभियान में शुरू में थोड़ी समस्या आती है, लेकिन बाद में सब कुछ सामान्य हो जाता है। जम्मू-कश्मीर में अभी तक स्किम्स के डायरेक्टर डा. एजी अहंगार, कई जिलों के मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी, मेडिकल सुपरिंटेंडेंट टीके लगा चुके हैं। वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित है। सभी को यह समझना होगा। उन्होंने उम्मीद जताई कि आने वाले दिनों में वैक्सीन की प्रक्रिया सामान्य हो जाएगी।