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Jammu And Kashmir: ड्रोन से हथियार भेजने की ताक में आइएसआइ, सुरक्षा बल अलर्ट

ISI जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ सुरक्षाबलों की बड़े पैमाने पर मुहिम के चलते वादी में सक्रिय आतंकियों को हथियारों की कमी का सामना करना पड़ रहा है।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Published: Sun, 20 Sep 2020 10:30 PM (IST)Updated: Sun, 20 Sep 2020 10:47 PM (IST)
Jammu And Kashmir: ड्रोन से हथियार भेजने की ताक में आइएसआइ, सुरक्षा बल अलर्ट

राज्य ब्यूरो, जम्मू। ISI: पहले पंजाब, फिर जम्मू संभाग के हीरानागर और राजौरी में ड्रोन से हथियार गिराने की साजिश नाकाम रहने के बाद अब पाकिस्तान जम्मू के आरएसपुरा सेक्टर में फिर ऐसी हरकत कर सकता है। दरअसल, जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ सुरक्षा बलों की बड़े पैमाने पर मुहिम के चलते वादी में सक्रिय आतंकियों को हथियारों की कमी का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में आतंकवाद को शह दे रही पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आइएसआइ पर हथियार भेजने के लिए बहुत दबाव है। इसलिए जमीन से हथियार भेजने की साजिश नाकाम रहने के बाद आएसआइ ने ड्रोन का रास्ता चुना है। सुरक्षाबलों को ऐसी पुख्ता सूचनाएं मिली हैं कि जम्मू के आरएसपुरा में सीमा पार से जल्द ड्रोन से हथियार भेजने की कोई कोशिश हो सकती है।

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ऐसे हालात में आइबी पर सीमा प्रहरी दिन रात पैनी नजर रखे हुए हैं। जम्मू संभाग के कठुआ जिले के हीरानगर में हथियार लेकर आए एक पाकिस्तान के हेक्साकाप्टर ड्रोन को मार गिराने के बाद सीमा प्रहरी जोश में हैं। उन्हें निर्देश हैं कि दुश्मन का ड्रोन बचना नहीं चाहिए। वहीं, सेना ने भी नियंत्रण रेखा पर ड्रोन की चुनौती का सामना करने के लिए पूरी तैयारी कर रखी है। कश्मीर की सुरक्षा का जिम्मा संभालने वाली सेना की पंद्रह कोर के जीओसी लेफ्टिनेंट जनरल बीएस राजू ने भी फील्ड कमांडरों को स्पष्ट निर्देश हैं कि सीमा पार से ड्रोन इस ओर आने पर उसे फौरन मार गिराया जाए।

वहीं, बीएसएफ जम्मू फ्रंटियर के आइजी एनएस जम्वाल भी मानते हैं कि आतंकियों की घुसपैठ कराने में विफल पाकिस्तान अब ड्रोन के जरिये हथियारों को भारतीय क्षेत्र में फेंकने की फिराक में है। आइजी जम्वाल ने कहा कि ड्रोन से हथियार फेंकने का मामला पंजाब और उसके बाद जम्मू के हीरानागर में सामने आ चुका है। अब राजौरी में भी ड्रोन से ही हथियार गिराए गए हैं। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय सीमा से लेकर नियंत्रण रेखा तक बीएसएफ और सेना के जवान पूरी तरह मुस्तैद हैं। हम ऐसी साजिशों को नाकाम बनाने के लिए तैयार हैं। पाकिस्तान में आतंकियों के खालिस्तान के ड्रग हैंडलर्स से हाथ मिलाने के सवाल पर आइजी ने कहा कि हम ऐसी सभी चुनौतियों का सामना करने में सक्षम हैं। उन्होंने कहा कि भविष्य की चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा ग्रिड बनाया गया है। पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए हमारे जवान सतर्क हैं। 


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