Kashmir Situation: आइएसआइ ने जम्मू के सीमांत क्षेत्रों में बिछाया हसीनाओं का जाल
हर मोर्चे पर नाकामी के बाद पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आइएसआइ ने अब जम्मू के सीमावर्ती क्षेत्रों में हसीनाओं (हनी ट्रैप) का जाल बिछाया है।
जम्मू, अवधेश चौहान। हर मोर्चे पर नाकामी के बाद पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आइएसआइ ने अब जम्मू के सीमावर्ती क्षेत्रों में हसीनाओं (हनी ट्रैप) का जाल बिछाया है। सोशल साइट पर सीमांत क्षेत्र के युवाओं को फंसाकर, उनसे दोस्ती कर खुफिया जानकारी जुटाई जा रही है। इसका खुलासा सोमवार को जम्मू जिले के आरएसपुरा सेक्टर के अरनिया क्षेत्र में एक 19 वर्षीय स्थानीय युवक की गिरफ्तारी से हुआ। उक्त युवक पाकिस्तान के नंबर पर लगातार संपर्क में था, जिसपर सुरक्षा एजेंसियां नजर रख रहीं थीं। पुलिस और एएनआइ ने युवक से पूछताछ शुरू कर दी है।
सुरक्षा एजेंसियां यह भी पता लगाने का प्रयास कर रही हैं कि युवक अब तक क्या-क्या जानकारी सीमा पार भेज चुका है। सूत्रों के अनुसार, आरएसपुरा के अग्रिम क्षेत्र अरनिया के गांव पोवाल गांव का रहने वाला एक युवक करीब दो साल पहले आइएसआइ द्वारा सोशल मीडिया पर बिछाए गए फर्जी हसीनाओं के जाल में फंस गया। शकीला नामक एक युवती ने पहले अपनी तस्वीरें भेजीं और फिर चैंटिंग में युवक को बताया कि वह पटियाला (पंजाब) की रहने वाली है और उससे दोस्ती करना चाहती है। दोस्ती आगे बढ़ी तो उसने युवक से मोबाइल पर बात कर जम्मू के सीमावर्ती इलाके में तैनात भारतीय जवानों की तैनाती के बारे में जानकारी लेना शुरू कर दी।
पाकिस्तान के नंबर पर घंटों बात करने पर खुफिया एजेंसियों को शक हुआ और उन्होंने युवक के मोबाइल को सर्वेलांस पर लगा दिया। पुख्ता सुबूत जुटाकर अरनिया पुलिस ने सोमवार को युवक को गिरफ्तार कर उसका मोबाइल कब्जे में ले लिया। पुलिस अब युवक से पूछताछ कर रही है कि वह क्या-क्या जानकारी पाकिस्तानी एजेंट को भेज चुका है।
पुलिस के अनुसार, युवक बारहवीं पास है और वह सोशल साइट पर काफी सक्रिय था। जासूसी के आरोप में पुलिस ने दुश्मन मुल्क को अपने देश की महत्वपूर्ण ठिकानों की जानकारी देने पर युवक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है।आरएसपुरा सेक्टर की एएसपी शीमा नबी ने कहा कि युवक की कॉल डिटेल पाकिस्तान में पाए जाने के बाद उसे गिरफ्तार किया गया है।
सुरक्षा एजेंसिया काफी समय से इसपर काम कर रहीं थीं। अभी किसी नतीजे पर पहुंचना मुनासिब नहीं होगा। मामले की जांच की जा रही है। वहीं एसपी हेडक्वार्टर फारूक केसर ने भी युवक की गिरफ्तारी की पुष्टि की।
दो दर्जन से ज्यादा आइएसआइ की महिला एजेंट सक्रिय :
सूत्रों के अनुसार, आइएसआइ की दो दर्जन से ज्यादा महिला एजेंट सोशल साइट पर सक्रिय हैं। ये फेसबुक पर अकाउंट बनाकर भारतीय सेना के रिटायर्ड अफसरों, जवानों और सीमांत क्षेत्रों केबेरोजगार युवकों को फ्रेंड्स रिक्वेस्ट भेजकर अपने चंगुल में फंसा रही हैं। अरनिया का युवक भी इसी तरह इनके जाल में फंसा। सेना कई बार अपने जवानों को सोशल मीडिया पर ऐसे षड्यंत्र से सावधान कर चुकी है।