बकाया भुगतान न होने पर ठेकेदारों ने सिंचाई विभाग पर जड़ा ताला
ठेकेदारों ने चेतावनी दी कि जब तक सरकार उनकी समस्याओं का हल नहीं निकालेगी, धरना-प्रदर्शन का यह सिलसिला जारी रहेगा।
जम्मू, जेएनएन। सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग की परियोजनाओं में पिछले चार सालों से अपनी जेब से राशि लगा रहे ठेकेदारों ने वीरवार को विभाग के मुख्य गेट पर ताला जड़ बकाया भुगतान की मांग की। ठेकेदारों ने कहा कि विभाग पर उनकी देनदारी 18 लाख के करीब पहुंच गई है। पुराना भुगतान करने के बजाय विभाग ने 15 करोड़ रूपये के नए प्रोजेक्ट के टेंडर निकाल दिए हैं। ठेकेदारों ने कहा कि जब ठेकेदारों को पहले किए गए कामों का भुगतान नहीं होगा तो वे नए प्रोजेक्ट के टेंडर कैसे भर सकते हैं।
इरीगेशन कांट्रेक्टर एसोसिएशन के प्रधान सुभाष शर्मा के नेतृत्व में ठेकेदारों ने कैनाल राेड स्थित सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग के मुख्य गेट पर ही धरना डाल दिया और सरकार व प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। ठेकेदारों ने कहा कि उनका यह धरना-प्रदर्शन तब तक जारी रहेगा जब तक विभाग उनका भुगतान नहीं करता। ठेकेदारों के मुख्य गेट पर ताला जड़ देने के कारण विभाग के कर्मचारियों व वहां आने वाले लोगों को परेशानी हुई। जो कर्मचारी व लोग कार्यालय के अंदर थे, वे बाहर नहीं आ पाए और जो बाहर थे, वे अंदर नहीं जा पाए। वहीं रजिस्टर कांट्रेक्टर्स एसोसिएशन जम्मू प्रोवेंस के महासचिव विनोद कोहली ने कहा कि ठेकेदारों की मांग जायज है और उनका संगठन भी समर्थन में शुक्रवार को धरने में शामिल होगा।
कोहली ने बताया कि पिछले चार सालों से सिंचाई विभाग के ठेकेदार रणबीर नहर में पक्के व सिल्ट निकालने के काम में अपनी जेब से रूपये खर्च कर रहे हैं। अब यह देनदारी 18 करोड़ रूपये के करीब पहुंच गई है। भुगतान न होने के कारण ठेकेदार भी आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं। बकाया भुगतान की मांग को लेकर एसोसिएशन के प्रधान शाम सिंह जम्वाल सहित अन्य पदाधिकारी चीफ इंजीनियर विनोद गुप्ता, कमिश्नर सेक्रेटरी फारूक शाह से कई बार मिल चुके हैं। मांगों का ज्ञापन भी सौंपा गया है। हाल ही में ठेकेदार राज्यपाल के सलाहकार केके शर्मा से भी मिले और उन्हें भी समस्याओं से अवगत कराया परंतु कोई सुनवाई नहीं हुई।
हद तो यह है कि उनका भुगतान करने के बजाय विभाग ने 15 से 20 करोड़ रूपये के नए काम के टेंडर निकाल दिए हैं। यही वजह है कि ठेकेदारों में आक्रोश भड़क गया है कि सरकार बकाया भुगतान तो कर नहीं रही है और नए कामों का टेंडर निकाल दिए गए हैं। कोहली ने कहा कि जब ठेकेदारों के पास रूपये ही नहीं होंगे तो वे नए टेंडर कैसे लेंगे। ठेकेदारों ने चेतावनी दी कि जब तक सरकार उनकी समस्याओं का हल नहीं निकालेगी, धरना-प्रदर्शन का यह सिलसिला जारी रहेगा।