अलगाववादियों के बंद से कश्मीर में जनजीवन प्रभावित
श्रीनगर के अधिकांश इलाकों और अन्य स्थानों पर दुकानें, सार्वजनिक वाहन व अन्य व्यापारिक प्रतिष्ठान और शैक्षणिक संस्थान बंद हैं।
श्रीनगर, जेएनएन। श्रीनगर के अधिकांश इलाकों और अन्य स्थानों पर दुकानें, सार्वजनिक वाहन व अन्य व्यापारिक प्रतिष्ठान और शैक्षणिक संस्थान बंद हैं। सरकारी कार्यालयों, बैंक और डाकघरों में कर्मचारियों की उपस्थिति सार्वजनिक परिवहन की कमी के चलते प्रभावित है।
फिलहाल किसी अप्रिय घटना की खबर नहीं है। कश्मीर में यह बंद सैयद अली शाह गिलानी, मीरवाइज उमर फारूक और यासीन मलिक के नेतृत्व वाले अलगाववादी समूह ज्वाइंट रेजिस्टेंट लीडरशिप (जेआरएल) ने बुधवार को फतेह कदल, डाउन-टाउन में सुरक्षाबलों के साथ हुई मुठभेड़ में मारे गए आतंकी महराजुदीन बांगरू, फहद मुश्ताक और उन्हें पनाह देने वाले रईस हबीबुल्ला के मारे जाने के विरोध में किया है।
प्रशासन ने किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए कश्मीर में इंटरनेट पर भी अनिश्चितकाल के लिए प्रतिबंध लगा दिया है। घाटी में अलगाववादियों द्वारा बुलाए गए बंद से आम जनजीवन प्रभावित हुआ है। घाटी और संवेदनशील इलाके में सुरक्षा एवं व्यवस्था कड़ी है। प्रशासन ने सैयद अली शाह गिलानी, मीरवाइज उमर फारूक और यासीन मलिक को नजरबंद रखा है। सरकारी कार्यालयों, बैंक और डाकघरों में कर्मचारियों की उपस्थिति सार्वजनिक परिवहन की कमी के चलते प्रभावित है। घाटी और जम्मू संभाग के बनिहाल के बीच चलने वाली रेल सेवा को भी स्थगित किया है। श्रीनगर के मुख्य बाजारों व संवेदनशील इलाकों में पुलिस व केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के जवानों को भारी संख्या में तैनात किया है।
सुरक्षाबलों ने बुधवार को पांच घंटे तक चली भीषण मुठभेड़ के दौरान दस लाख के इनामी लश्कर कमांडर महराजुदीन बांगरू और फहद मुश्ताक को मार गिराया था। घाटी में आतंकवादियों की तलाश के लिए सेना का सर्च आपरेशन जारी रखा है। आतंकवादियों की तलाश कर उन्हें चुन-चुनकर मारा जा रहा है। अलगाववादी नेता बंद कर अभियान में बाधा डालने का प्रयास कर रहे हैं।